प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,बारबाडोस की राष्ट्रपति डेम सैंड्रा मेसन (तस्वीर क्रेडिट@pushkardhami)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बारबाडोस का प्रतिष्ठित सम्मान ‘ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ से सम्मानित किया गया,पीएम मोदी ने जताया आभार

ब्रिजटाउन (बारबाडोस),7 मार्च (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड-19 महामारी के दौरान उनके रणनीतिक नेतृत्व और बहुमूल्य सहायता के लिए बारबाडोस द्वारा बारबाडोस के प्रतिष्ठित सम्मान ‘ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान भारत और बारबाडोस के बीच बढ़ते और मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है। पीएम मोदी ने इस सम्मान के लिए बारबाडोस की सरकार और वहाँ के नागरिकों का आभार व्यक्त किया और इसे भारत-बारबाडोस संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण बताया।

यह सम्मान 6 मार्च को बारबाडोस में आयोजित एक विशेष समारोह में प्रदान किया गया। इस मौके पर केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने प्रधानमंत्री मोदी की ओर से यह पुरस्कार बारबाडोस की राष्ट्रपति डेम सैंड्रा मेसन से ग्रहण किया। इस समारोह में कैरेबियाई देश की प्रधानमंत्री मिया अमोर मोटली,विदेश मंत्री केरी सिमंड्स और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे। इस विशेष अवसर ने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को और भी मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।

शुक्रवार,7 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के माध्यम से बारबाडोस की सरकार और जनता का आभार व्यक्त करते हुए लिखा, “इस सम्मान के लिए बारबाडोस की सरकार और लोगों का आभार। ‘ऑनरेरी ऑर्डर ऑफ फ्रीडम ऑफ बारबाडोस’ पुरस्कार 1.4 बिलियन भारतीयों और भारत-बारबाडोस के घनिष्ठ संबंधों को समर्पित है।” प्रधानमंत्री के इस पोस्ट की लाखों लोगों ने सराहाना किया और इसे साझा किया,जो इस सम्मान के महत्व और भारत-बारबाडोस के संबंधों के प्रगाढ़ होने का संकेत देता है।


बारबाडोस सरकार ने विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान भारत द्वारा दी गई सहायता की सराहना की। महामारी के दौरान भारत ने वैश्विक स्तर पर कई देशों को वैक्सीन्स और मेडिकल सप्लाई प्रदान की थी,जिसमें बारबाडोस भी शामिल था। भारत ने ‘वैक्सीनेशन’ के मोर्चे पर अपनी वैश्विक भूमिका का प्रभावी प्रदर्शन किया और इस समय में अपने दोस्तों और साझेदार देशों की सहायता की। इस योगदान को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान दिया गया।

भारत ने महामारी के समय में अपने पड़ोसी देशों से लेकर,अफ्रीकी और कैरेबियाई देशों तक सभी को सहायता दी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने न केवल अपनी जरूरतों को पूरा किया,बल्कि वैश्विक स्तर पर मानवता की सेवा के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाई। बारबाडोस को भारत द्वारा दी गई चिकित्सा सहायता, विशेष रूप से कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में,सराहनीय रही। इस मदद ने भारत की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा को भी रेखांकित किया और देश की वैश्विक नेतृत्व भूमिका को मजबूत किया।

यह सम्मान न केवल प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत प्रयासों को मान्यता देता है,बल्कि यह भारत की समग्र वैश्विक नीति और मानवता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। पीएम मोदी का यह सम्मान दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को और बढ़ाता है। इसके जरिए यह संदेश भी जाता है कि भारत वैश्विक समस्याओं के समाधान में सक्रिय रूप से भाग लेता है और अपनी जिम्मेदारियों को निभाता है।

इस पुरस्कार के माध्यम से बारबाडोस ने न केवल प्रधानमंत्री मोदी की कड़ी मेहनत और नेतृत्व की सराहना की,बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ते दोस्ताना रिश्तों की पुष्टि भी की। यह सम्मान भारत और बारबाडोस के बीच घनिष्ठ सहयोग की ओर एक और कदम है और यह निश्चित रूप से भविष्य में दोनों देशों के संबंधों को और भी प्रगाढ़ करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक संकटों का सामना करते हुए न केवल अपनी जनता का ध्यान रखा,बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की सहायता के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए। इस सम्मान से यह स्पष्ट होता है कि भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा आज अधिक मजबूत हुई है और उसकी कूटनीतिक पहल वैश्विक मंच पर प्रभावी रूप से उभर रही है।