प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (तस्वीर क्रेडिट@mlabhagirathi)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीवान दौरा,बिहार को मिलेगा 5,700 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के तोहफे

नई दिल्ली,20 जून (युआईटीवी)- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार के सीवान जिले के दौरे पर रहेंगे,जहाँ वह राज्य को 5,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास और बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं की सौगात देंगे। यह कार्यक्रम बिहार में बुनियादी सुविधाओं के विस्तार,रोजगार सृजन और स्वच्छता को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

प्रधानमंत्री का यह दौरा दोपहर 12 बजे के आसपास एक विशाल जनसभा के साथ शुरू होगा,जिसमें वे इन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस यात्रा को न केवल विकास के नजरिए से,बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

पीएम मोदी इस मौके पर 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस रेलवे मार्ग पर एक नई रेल सेवा को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी,जिससे क्षेत्र में आवागमन और कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

इसके अलावा पीएम मोदी मुजफ्फरपुर और बेतिया होकर चलने वाली पाटलिपुत्र-गोरखपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाएँगे। यह उत्तर बिहार में हाई-स्पीड रेल कनेक्टिविटी की दिशा में एक नई शुरुआत होगी और यात्रा समय में काफी कमी लाएगी।

‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ पहल को और मजबूत करते हुए,प्रधानमंत्री मोदी मरहौरा लोकोमोटिव प्लांट में निर्मित पहले एक्सपोर्ट लोकोमोटिव को हरी झंडी दिखाएँगे।

यह लोकोमोटिव गिनी गणराज्य को निर्यात किया जाएगा। इसमें अत्याधुनिक तकनीक जैसे कि उच्च हॉर्सपावर इंजन,उन्नत एसी प्रोपल्शन सिस्टम,रीजेनरेटिव ब्रेकिंग और माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रण शामिल हैं। यह भारत की तकनीकी क्षमता और वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा नदी के संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत 1,800 करोड़ रुपये लागत की छह नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का उद्घाटन करेंगे। ये एसटीपी बिहार के विभिन्न शहरों में स्थापित किए जाएँगे और गंगा नदी में गिरने वाले गंदे पानी को शुद्ध करने में मदद करेंगे।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की स्वच्छता,जलापूर्ति और सीवेज प्रबंधन परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे,जिनका लक्ष्य हजारों घरों को स्वच्छ व सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना और बुनियादी सुविधाएँ मजबूत करना है।

बिहार को नवीकरणीय ऊर्जा दक्षता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 500 मेगावाट क्षमता वाली बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) की आधारशिला रखेंगे।

यह स्टैंडअलोन स्टोरेज यूनिट्स सीवान,मुजफ्फरपुर,बेतिया और मोतिहारी समेत 15 सबस्टेशनों पर स्थापित की जाएँगी। इनकी क्षमता 20 मेगावाट से लेकर 80 मेगावाट तक होगी,जो बिजली आपूर्ति की स्थिरता और दक्षता को बढ़ाएगी।

पीएम मोदी पीएमएवाई-यू के तहत 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त जारी करेंगे,जिससे शहरी गरीबों को पक्के घर की दिशा में आर्थिक सहायता मिलेगी।

इसके अलावा,उन्होंने हाल ही में पूर्ण हुए 6,600 घरों के चुनिंदा लाभार्थियों को गृह प्रवेश के अवसर पर घरों की चाबियाँ भी सौंपने की घोषणा की है। इससे राज्य के शहरी गरीबों को सम्मानजनक जीवन और पक्के घर का सपना साकार होता नजर आ रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा एक महीने से भी कम समय में बिहार की दूसरी यात्रा है,जबकि इस साल यह पाँचवीं यात्रा है। यह साफ संकेत देता है कि केंद्र सरकार का बिहार पर विकास के लिहाज से विशेष ध्यान है,विशेषकर तब जब राज्य में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।

यह दौरा न केवल परियोजनाओं के उद्घाटन और घोषणाओं तक सीमित है,बल्कि यह केंद्र की “डबल इंजन सरकार” की नीति और गरीबों,किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीवान यात्रा,बिहार के समग्र विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम है। रेलवे,स्वच्छता,ऊर्जा,आवास और औद्योगिक विकास जैसे विविध क्षेत्रों में की गई घोषणाएँ राज्य को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने की दिशा में कारगर सिद्ध होंगी।

5,700 करोड़ रुपये की परियोजनाएँ न केवल वर्तमान जरूरतों को पूरा करेंगी, बल्कि बिहार को भविष्य के लिए भी तैयार करेंगी। प्रधानमंत्री का यह दौरा बिहार के विकास की नई इबारत लिखने की शुरुआत माना जा सकता है।