रविचंद्रन अश्विन (तस्वीर क्रेडिट@JaikyYadav16)

आर अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बाद आईपीएल को कहा अलविदा,विदेशी लीगों में खेलने का खुला नया रास्ता

नई दिल्ली,28 अगस्त (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बाद अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अलविदा कह दिया है। अश्विन ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने संन्यास की घोषणा करते हुए भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा कि आज का दिन खास है और इसलिए एक नई शुरुआत करने का सही समय है। हर अंत एक नई शुरुआत का प्रतीक होता है और एक आईपीएल क्रिकेटर के रूप में मेरा सफर अब समाप्त हो रहा है। हालाँकि,यह अंत किसी ठहराव का नहीं,बल्कि नई संभावनाओं की ओर बढ़ने का संकेत है। अश्विन ने स्पष्ट किया कि वे अब अन्य क्रिकेट लीगों में खेलते हुए नजर आ सकते हैं।

अश्विन के इस ऐलान ने उनके प्रशंसकों और क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि इतने वर्षों की शानदार यादों और रिश्तों के लिए वह सभी फ्रेंचाइजियों का दिल से आभार व्यक्त करते हैं। साथ ही,आईपीएल और बीसीसीआई को विशेष रूप से धन्यवाद देते हुए उन्होंने कहा कि उनके सहयोग और समर्थन के बिना यह यात्रा अधूरी रहती। अश्विन ने भरोसा जताया कि आगे आने वाले अवसरों का वह पूरा आनंद लेंगे और उन्हें सार्थक बनाने की कोशिश करेंगे।

आईपीएल 2025 में अश्विन चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे,लेकिन टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। सीजन की असफलता ने सीएसके को गहरे विश्लेषण और बदलाव की जरूरत पर खड़ा कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले सीजन में फ्रेंचाइजी बड़े बदलावों के साथ मैदान में उतर सकती है। अश्विन के संन्यास के फैसले को भी इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। हालाँकि,उनके सोशल मीडिया पोस्ट से यह भी साफ हो गया है कि भले ही वे अब आईपीएल में खेलते हुए नहीं दिखेंगे,लेकिन दूसरी टी20 लीगों में उनके खेलने की संभावना बनी रहेगी।

गौरतलब है कि बीसीसीआई अपने मौजूदा भारतीय खिलाड़ियों को विदेशी टी20 लीगों में खेलने की अनुमति नहीं देता,लेकिन अब जब अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय और आईपीएल क्रिकेट दोनों से संन्यास ले लिया है,तो उनके सामने विदेशी लीगों में खेलने का रास्ता पूरी तरह खुल गया है। इंग्लैंड की ‘द हंड्रेड’,ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग,कैरेबियन प्रीमियर लीग या फिर अन्य टी20 लीगों में अश्विन का खेलना अब संभव हो सकता है।

अश्विन का आईपीएल करियर भी उतना ही शानदार रहा है,जितना उनका अंतर्राष्ट्रीय करियर। 2008 से 2025 तक के लंबे सफर में उन्होंने कई टीमों के लिए खेला। शुरुआत चेन्नई सुपर किंग्स से हुई और धीरे-धीरे वह राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स,पंजाब किंग्स,दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा बने। पंजाब किंग्स की कप्तानी भी उन्होंने की। उनके आँकड़े आईपीएल इतिहास में उनकी महत्ता को साबित करते हैं। 220 मैचों की 98 पारियों में उन्होंने 833 रन बनाए और गेंदबाजी में 187 विकेट हासिल किए। वह आईपीएल इतिहास के पाँचवें सबसे सफल गेंदबाज हैं।

अश्विन की गेंदबाजी शैली,उनकी चतुराई और रणनीतिक सोच ने उन्हें हमेशा भीड़ से अलग किया। उन्होंने पारंपरिक ऑफ स्पिन को नए आयाम दिए और कई मौकों पर ‘कैरम बॉल’ जैसी अनोखी गेंदों से बल्लेबाजों को चौंकाया। उनका योगदान सिर्फ गेंदबाजी तक सीमित नहीं रहा,बल्कि बल्लेबाजी में भी उन्होंने उपयोगी पारियाँ खेलकर अपनी टीमों को सहारा दिया।

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें तो दिसंबर 2024 में अश्विन ने टीम इंडिया को अलविदा कहा था। उनका करियर आँकड़ों और उपलब्धियों से भरा पड़ा है। 2010 से 2024 के बीच खेले गए 106 टेस्ट मैचों में उन्होंने 537 विकेट झटके और 3,503 रन बनाए,जिनमें 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में उन्होंने 116 मैचों में 156 विकेट लिए और टी20 अंतर्राष्ट्रीय में 65 मैचों में 72 विकेट हासिल किए। उनकी गेंदबाजी का जलवा खासकर टेस्ट क्रिकेट में देखने को मिला,जहाँ उन्हें विश्व के सर्वश्रेष्ठ ऑफ स्पिनरों में गिना जाता है।

अश्विन की यात्रा एक प्रेरणा की तरह है। तमिलनाडु से निकलकर उन्होंने घरेलू क्रिकेट में नाम कमाया,फिर चेन्नई सुपर किंग्स के जरिए आईपीएल में कदम रखा और देखते ही देखते भारतीय क्रिकेट टीम के स्तंभ बन गए। कई ऐतिहासिक जीतों में उनका योगदान रहा। चाहे इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन परिस्थितियों में गेंदबाजी हो या टीम को संकट से निकालने वाली बल्लेबाजी,अश्विन हमेशा भरोसेमंद साबित हुए।

अब जब उन्होंने आईपीएल से भी विदाई ले ली है,तो यह एक युग का अंत माना जा सकता है। भारतीय क्रिकेट ने एक ऐसा खिलाड़ी दिया,जिसने अपनी कला,बुद्धिमानी और मेहनत से क्रिकेट जगत को नया दृष्टिकोण दिया। प्रशंसक भले ही उन्हें आईपीएल के मैदान पर मिस करें,लेकिन विदेशी लीगों में उनकी उपस्थिति फिर से रोमांच भर सकती है।

अश्विन का यह फैसला आने वाली पीढ़ियों के लिए एक संदेश भी है कि क्रिकेट सिर्फ उपलब्धियों का खेल नहीं,बल्कि निरंतर नए अवसर तलाशने की यात्रा है। उनकी यह नई शुरुआत बताती है कि खेल की सीमाएँ संन्यास से खत्म नहीं होतीं,बल्कि वहीं से एक नई पारी शुरू होती है।