भीषण आग

रायपुर के तिल्दा-नेवरा के संजय केमिकल प्लांट में भीषण आग लगने से मचा हड़कंप

रायपुर,25 जनवरी (युआईटीवी)- राजधानी रायपुर के तिल्दा नेवरा में स्थित संजय केमिकल प्लांट में शनिवार को भीषण आग लगने से इलाके में हड़कंप मच गया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। लोग भयभीत होकर अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। इस आग के कारण आसपास के लोगों में दहशत फैल गई है और इलाके में डर का माहौल बना हुआ है।

प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक,आग के कारण का अभी तक स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है,लेकिन अनुमान जताया जा रहा है कि पेंट प्लांट में हुए ब्लास्ट के कारण यह भीषण आग लगी होगी। हालाँकि,आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं,लेकिन लगातार हो रहे धमाकों और ब्लास्ट के कारण स्थानीय लोग घटनास्थल के आसपास जाने से डर रहे हैं। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि लोग आग के पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं और प्रशासन की ओर से सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है।

मौके पर तिल्दा एसडीएम,थाना प्रभारी और पुलिस बल तैनात हैं,जो स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा,फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुँच चुकी है और आग बुझाने की कोशिश कर रही है। इस दौरान एक और चिंता की बात सामने आई है कि टैंकर में भरे हुए थिनर के ब्लास्ट से आग और भी फैल सकती है,जिससे खतरा और बढ़ सकता है। प्रशासन और पुलिस की टीमें आग पर काबू पाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही हैं,ताकि कोई बड़ा हादसा न हो।

यह घटना रायपुर के लिए एक और बड़ी आपदा के रूप में सामने आई है। इससे पहले,5 नवंबर 2024 को रायपुर स्थित भीमराव अंबेडकर अस्पताल में भी आग लग गई थी। यह आग अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लगी थी,जब वहाँ ऑपरेशन चल रहे थे। अचानक एसी का फट जाना आग का कारण बना था और यह आग इमरजेंसी वार्ड की तीसरी मंजिल पर फैल गई थी। हालाँकि,इस आग से किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ था,क्योंकि मौके पर पहुँचे दमकल विभाग की तीन गाड़ियों ने कड़ी मेहनत से आग पर काबू पा लिया था। मरीजों को खिड़की तोड़कर बाहर निकाला गया था,जिससे किसी भी मरीज को गंभीर नुकसान नहीं हुआ। इस घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री स्वयं मौके पर पहुँचे थे और पूरी स्थिति का जायजा लिया था।

रायपुर में लगातार हो रही इन आग की घटनाओं ने प्रशासन के लिए चुनौतियाँ बढ़ा दी हैं। इन घटनाओं से साफ होता है कि सुरक्षा मानकों की कड़ी निगरानी और सुधार की आवश्यकता है,ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। वर्तमान में,संजय केमिकल प्लांट की आग पर काबू पाने के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी जुटे हुए हैं और स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश की जा रही है।