हांगझोऊ,29 सितंबर (युआईटीवी)- 19 वें एशियाई खेल में भारत के साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन की जोड़ी को टेनिस के पुरुष युगल स्पर्धा में रजत पदक मिला। फाइनल में भारतीय जोड़ी को चीनी ताइपै की जोड़ी से हार का सामना करना पड़ा और रजत पदक से संतुष्ट होना पड़ा।
टेनिस के पुरुष जोड़ी युगल स्पर्धा के फाइनल में साकेत-रामकुमार की जोड़ी को चीनी ताइपै के सू यु सियू और जैसन जुंग ने सीधे सेटों में 6-4,6-4 से हराकर स्वर्ण अपने नाम किया। इस बार के एशियाई खेल में भारत को टेनिस में पहला पदक मिला है।
भारत ने 2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेल में टेनिस में तीन पदक जीते थे। वहीं दूसरी ओर टेनिस के अनुभवी खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और रूतुजा भोसले की मिश्रित जोड़ी ने एक और पदक की उम्मीद जताते हुए,मिश्रित युगल के फाइनल में पहुँच गई है और रोहन बोपन्ना तथा रूतुजा भोसले की मिश्रित जोड़ी ने कम-से-कम एक रजत पदक तो सुनिश्चित कर दिया है।
चीनी ताइपै की जिस जोड़ी से भारतीय जोड़ी को शिकस्त का सामना करना पड़ा उनका एकल रैंकिंग तो बेहतर था,लेकिन जोड़ी के रूप में ये दोनों गैर वरीय थे। जबकि भारतीय जोड़ी दूसरी वरीयता प्राप्त थी। एशियाई खेलों में रामकुमार रामनाथन का यह पहला पदक है,जबकि साकेत माइनेनी का तीसरा पदक है। 2014 इंचियोन खेलों में साकेत माइनेनी ने सतनाम सिंह के साथ जोड़ी बना कर पुरूष युगल स्पर्धा में हिस्सा लिया था,जहाँ उन्हें रजत पदक मिला था और उन्होंने मिश्रित युगल का स्वर्ण सानिया मिर्जा के साथ जीता था।
इससे पूर्व भारत की इस दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने कोरियाई जोड़ी सूनवू क्वोन और सियोंगचान होंग को सेमीफाइनल में 6-1, 7-6, (10-0) से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।
टेनिस से एक अच्छी खबर यह भी सामने आई है कि मिश्रित युगल स्पर्धा में रोहन बोपन्ना और रूतुजा भोसले की की मिश्रित जोड़ी ने अपने सेमीफाइनल मैच में चीनी ताइपे के चेन हाओ चिंग और यू सिओयू हिसू की जोड़ी को हराकर फाइनल में प्रवेश कर एक पदक सुनिश्चित कर लिया है। पूरे देश को इस जोड़ी से स्वर्ण पदक की उम्मीद है और रोहन बोपन्ना भी चाहेंगे की इस एशियाई खेल में स्वर्ण पदक हासिल करें। क्योंकि 43 वर्षीय रोहन बोपन्ना का यह आखिरी एशियाई खेल है।
2018 में जकार्ता में हुए एशियाई खेल में रोहन बोपन्ना और दिविज शरण की भारतीय जोड़ी ने पुरूष युगल का फाइनल जीत स्वर्ण अर्जित किया था।
