रणवीर सिंह पर ‘कांतारा’ टिप्पणी को लेकर ईशनिंदा के आरोप (तस्वीर क्रेडिट@yuvrajpawale7)

रणवीर सिंह पर ‘कांतारा’ टिप्पणी को लेकर ईशनिंदा के आरोप,बढ़ते विवाद के बीच अभिनेता ने माँगी माफी

मुंबई,3 दिसंबर (युआईटीवी)- अभिनेता रणवीर सिंह एक बार फिर से विवादों के घेरे में आ गए हैं। अपनी आगामी फिल्म धुरंधर के प्रमोशन में व्यस्त रणवीर इस बार किसी बयान की वजह से नहीं,बल्कि एक धार्मिक भावना से जुड़े मुद्दे पर घिरते दिखे। गोवा में आयोजित इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (आईएफएफआई) के मंच पर कांतारा फिल्म और उसके अभिनेता-निर्देशक ऋषभ शेट्टी की तारीफ करते हुए रणवीर ने ऐसा शब्द इस्तेमाल कर दिया,जिसने लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाई और उन पर ईशनिंदा के आरोप लगने लगे।

यह विवाद तब शुरू हुआ जब रणवीर सिंह,ऋषभ शेट्टी के साथ मंच साझा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने थिएटर में कांतारा: चैप्टर वन देखी और ऋषभ की परफॉर्मेंस ने उन्हें गहराई तक प्रभावित किया। इसी दौरान रणवीर फिल्म के एक प्रमुख दृश्य का जिक्र करने लगे,जिसमें चामुंडा देवी (दैवी शक्ति) की उपस्थिति दिखाई गई है। उस दृश्य का वर्णन करने के दौरान उन्होंने देवी को ‘फीमेल भूत’ कह दिया। इतना ही नहीं,उन्होंने मंच पर और फिर नीचे उतरते हुए इस दृश्य की नकल भी उतारी। यह व्यवहार देखकर ऋषभ शेट्टी ने उन्हें रोकते हुए ऐसा न करने की सलाह भी दी,लेकिन तब तक दर्शकों और सोशल मीडिया पर मौजूद लोगों ने इस घटनाक्रम को नोटिस कर लिया था।

जैसे ही इस कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ,कुछ ही समय में कर्नाटक सहित दक्षिण भारत के कई हिस्सों में गुस्से की लहर फैल गई। चामुंडा देवी दक्षिण भारत के साथ पूरे देश में आस्था का महत्वपूर्ण केंद्र हैं। लोगों ने रणवीर की टिप्पणी और नकल को देवी का अपमान बताते हुए कड़ी आपत्ति जताई। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रणवीर के खिलाफ नाराजगी बढ़ती गई और कई यूजर्स ने उनसे सार्वजनिक रूप से माफी माँगने की माँग की।

विवाद बढ़ते हुए देखकर रणवीर सिंह ने सोमवार को इंस्टाग्राम स्टोरी के माध्यम से एक स्पष्टीकरण जारी किया। उन्होंने लिखा, “मेरा मकसद फिल्म में ऋषभ की जबरदस्त परफॉर्मेंस को हाईलाइट करना था। हर एक्टर जानता है कि उस खास सीन को उस तरह से करने के लिए कितना समर्पण और तैयारी लगती है। मैंने उनकी परफॉर्मेंस की दिल से तारीफ की थी।”


रणवीर ने आगे लिखा, “मैंने हमेशा अपने देश की संस्कृति,परंपराओं और विश्वास का सम्मान किया है। अगर मेरे शब्दों या मेरी किसी हरकत से किसी की भावनाएँ आहत हुई हैं,तो मैं दिल से माफी माँगता हूँ।” यह माफी संदेश कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। कुछ लोगों ने इसे स्वीकार करते हुए विवाद को समाप्त करने की बात कही,वहीं कई यूजर्स ने इसे देर से लिया गया कदम बताते हुए उनकी आलोचना जारी रखी।

घटना के दौरान मौजूद दर्शकों के मुताबिक,रणवीर का उद्देश्य मनोरंजन और तारीफ के बीच किसी भी प्रकार की धार्मिक आस्था को ठेस पहुँचाना नहीं था,लेकिन जिस तरह उन्होंने उस दृश्य की शब्दों और हावभाव के माध्यम से नकल की,उसे लेकर धार्मिक भावनाओं से जुड़े लोग असहमत दिखे। कई धार्मिक संगठनों और व्यक्तियों ने कहा कि आस्था से जुड़े पात्रों और देवी-देवताओं का हल्के में लिया जाना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।

फिल्म कांतारा ने अपनी रिलीज के समय पूरे देश में असाधारण लोकप्रियता हासिल की थी। इसकी कहानी,संगीत और विशेष रूप से ऋषभ शेट्टी के प्रदर्शन को व्यापक सराहना मिली थी। फिल्म में दिखाए गए देवी-देवताओं से जुड़े अनुष्ठान और संस्कृति दक्षिण भारत की पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा माने जाते हैं। यही कारण है कि रणवीर की टिप्पणी को लोगों ने अत्यधिक संवेदनशील मुद्दे के रूप में लिया।

रणवीर सिंह बॉलीवुड के उन अभिनेताओं में से हैं,जो अपनी ऊर्जावान शैली और व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वे अक्सर पब्लिक इवेंट्स में उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं और दर्शकों के साथ घुल-मिल जाते हैं,लेकिन इस बार उनका वही स्वभाव उन्हें विवाद के केंद्र में ले आया। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने यह भी कहा कि किसी भी सार्वजनिक मंच पर कलाकारों को सांस्कृतिक संवेदनशीलता का ध्यान रखना चाहिए,खासकर जब वे विविध आस्था वाले देश में रहते हों।

रणवीर की माफी के बाद भी यह देखना होगा कि विवाद का असर आगे कितना बढ़ता है या फिर जनता इसे स्वीकार कर मामले को समाप्त कर देती है। फिलहाल अभिनेता अपनी फिल्म धुरंधर के प्रमोशन में जुटे हुए हैं,लेकिन इस विवाद ने उनकी अभियान यात्रा को असहज कर दिया है। यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि लोकप्रिय मंचों पर कही गई बातों और प्रदर्शित किए गए व्यवहार का प्रभाव गहरा होता है और कलाकारों को अपने शब्दों व भाव-भंगिमाओं के चयन में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए।