चेन्नई, 8 दिसंबर (युआईटीवी)- भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा है। अर्थशास्त्रियों ने ऐसी ही उम्मीद जताई थी। मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने तीन दिवसीय बैठक 6 से 8 दिसंबर को की और इसके बाद शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा करते हुए कहा कि रेपो दर को 6.5 फीसदी बनाए रखने पर मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है।
आगे उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीतियों के प्रति रुख में नरमी को जारी रखने के पक्ष में एमपीसी के छह में से पाँच सदस्यों ने अपनी सहमति जताते हुए मतदान किया।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी वृद्धि दर को एमपीसी ने आर्थिक कारकों को ध्यान में रखते हुए सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
2023-24 के लिए खुदरा महँगाई दर को घरेलू मुद्दों को ध्यान में रखते हुए समिति ने 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि भू-राजनीतिक स्थिति के वजह से अनिश्चितता बने रहने की भी संभावना है और मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) सतर्क है। यदि जरुरत पड़ी तो एमपीसी की ओर से आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी।
