विराट कोहली और रोहित शर्मा

वनडे टीम में जगह बनाए रखने के लिए विराट कोहली और रोहित शर्मा को खेलना होगा घरेलू क्रिकेट,बीसीसीआई ने दिया निर्देश

नई दिल्ली,12 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट के दो सबसे बड़े सितारे — विराट कोहली और रोहित शर्मा जल्द ही घरेलू क्रिकेट मैदानों पर नजर आ सकते हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार,भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इन दोनों वरिष्ठ खिलाड़ियों को स्पष्ट संदेश दे दिया है कि अगर वे भारतीय वनडे टीम में बने रहना चाहते हैं,तो उन्हें अपनी-अपनी राज्य टीमों के लिए घरेलू टूर्नामेंटों में हिस्सा लेना होगा। यह फैसला बीसीसीआई की उस नीति का हिस्सा बताया जा रहा है,जिसके तहत राष्ट्रीय चयन के लिए सभी दिग्गज और युवा खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलने को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।

बीसीसीआई सूत्रों ने बताया कि टीम मैनेजमेंट और बोर्ड दोनों ने रोहित और कोहली को साफ कहा है कि यदि वे भारत के लिए खेलना जारी रखना चाहते हैं,तो घरेलू मंच पर अपनी फिटनेस और फॉर्म को साबित करना जरूरी है। दोनों खिलाड़ी फिलहाल टी20 और टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं,इसलिए वनडे प्रारूप में अपने खेल को धारदार बनाए रखने के लिए नियमित मैच प्रैक्टिस जरूरी मानी जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, “बोर्ड और टीम मैनेजमेंट का मानना है कि जो खिलाड़ी अंतर्राष्ट्रीय टीम में वापसी या अपनी जगह बनाए रखना चाहता है,उसे घरेलू क्रिकेट में भाग लेना होगा। इससे न केवल उनकी लय बनी रहती है,बल्कि चयनकर्ताओं को उनके वर्तमान फॉर्म का भी अंदाजा मिलता है।”

जानकारी के अनुसार,रोहित शर्मा ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) को पहले ही अपनी उपलब्धता की जानकारी दे दी है। वह आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेल सकते हैं। हालाँकि,विराट कोहली की ओर से अब तक दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) को किसी आधिकारिक सूचना की पुष्टि नहीं हुई है। माना जा रहा है कि कोहली फिलहाल परिवार और निजी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं,लेकिन बीसीसीआई का निर्देश आने के बाद वे भी दिल्ली के लिए खेलने का फैसला ले सकते हैं।

विराट और रोहित दोनों ही भारत की वनडे टीम के अहम स्तंभ रहे हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हुई वनडे सीरीज में दोनों खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था। विराट कोहली ने अपने बल्ले से एक बार फिर दिखाया कि वह बड़े मौकों पर कितने भरोसेमंद हैं,जबकि रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी से टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई। हालाँकि,अब जब बीसीसीआई का ध्यान आने वाले टी20 विश्व कप 2026 और वनडे विश्व कप 2027 की तैयारी पर है,तो इन दोनों खिलाड़ियों के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वे फिटनेस और मैच प्रैक्टिस के उच्च स्तर को बनाए रखें।

बीसीसीआई की योजना के मुताबिक,भारत की वनडे टीम अगले महीने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाएगी,जहाँ तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जाएगी। यह सीरीज 30 नवंबर से शुरू होगी और संभावना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों को इसमें शामिल किया जाएगा। इसके बाद टीम इंडिया जनवरी 2026 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू वनडे सीरीज खेलेगी। इन दोनों सीरीज के बीच करीब एक महीने का ब्रेक रहेगा,जिसके दौरान विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन होना है। इसी अंतराल में बीसीसीआई चाहती है कि दोनों दिग्गज खिलाड़ी अपने राज्य टीमों के लिए मैदान पर उतरें,ताकि वे मैच फिटनेस बनाए रख सकें।

दिल्ली और मुंबई क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी इस संभावना से उत्साहित हैं कि इतने बड़े नाम उनके घरेलू मैचों में खेलेंगे। इससे न केवल टूर्नामेंट की लोकप्रियता बढ़ेगी,बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी अनुभव और प्रेरणा मिलेगी। पिछले सीजन में भी रोहित और कोहली ने एक-एक रणजी ट्रॉफी मैच खेला था। जनवरी 2024 में विराट कोहली 12 साल के अंतराल के बाद दिल्ली की ओर से रणजी मुकाबले में उतरे थे,जबकि रोहित शर्मा ने करीब 10 साल बाद मुंबई के लिए घरेलू मैच खेला था। इन मैचों में दोनों खिलाड़ियों ने अपने खेल और अनुभव से युवा खिलाड़ियों को काफी कुछ सिखाया था।

क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि बीसीसीआई का यह निर्णय भारतीय क्रिकेट के लिए फायदेमंद साबित होगा। इससे यह संदेश जाएगा कि चाहे खिलाड़ी कितना भी बड़ा नाम क्यों न हो,उसे घरेलू स्तर पर प्रदर्शन करके ही राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाए रखनी होगी। यह नीतिगत कदम भारतीय घरेलू क्रिकेट की गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धा को भी बढ़ावा देगा।

वहीं,कई पूर्व खिलाड़ियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि विराट और रोहित जैसे अनुभवी क्रिकेटरों का घरेलू मैचों में उतरना युवा खिलाड़ियों के लिए अमूल्य अवसर होगा। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एक बयान में कहा था कि “जब भारत के शीर्ष खिलाड़ी रणजी या विजय हजारे जैसे टूर्नामेंट में खेलते हैं,तो उससे न सिर्फ प्रतिस्पर्धा का स्तर ऊँचा होता है,बल्कि युवा क्रिकेटरों को यह भी सीखने का मौका मिलता है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की तैयारी कैसी होती है।”

फिलहाल,रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ही अपने करियर के उस मोड़ पर हैं जहां फिटनेस और निरंतरता उनके भविष्य का निर्धारण करेगी। दोनों ने टेस्ट और टी20 फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है,लेकिन वनडे क्रिकेट में उनका अनुभव भारत के लिए अब भी बेहद कीमती है। बीसीसीआई के इस निर्देश से साफ है कि अब टीम चयन केवल नाम या प्रतिष्ठा के आधार पर नहीं,बल्कि हालिया प्रदर्शन और फिटनेस पर आधारित होगा।

आगामी विजय हजारे ट्रॉफी में अगर रोहित और कोहली उतरते हैं,तो यह टूर्नामेंट न केवल दर्शकों के लिए रोमांचक साबित होगा,बल्कि यह भारतीय वनडे क्रिकेट के भविष्य की दिशा भी तय करेगा। इन दोनों दिग्गजों की मौजूदगी से घरेलू क्रिकेट का स्तर एक बार फिर ऊँचा उठेगा और भारतीय क्रिकेट को नई ऊर्जा मिलेगी।