रोहित शर्मा (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

एडिलेड वनडे में रोहित शर्मा की शानदार वापसी,अर्धशतक से भारत को संकट से निकाला

नई दिल्ली,23 अक्टूबर (युआईटीवी)- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने एडिलेड में बेहतर प्रदर्शन करते हुए मजबूत वापसी की है। पहले वनडे में निराशाजनक हार के बाद टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला करो या मरो जैसा था और इसी अहम घड़ी में कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलकर टीम को संभाला। रोहित ने 74 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और कुल 97 गेंदों में 73 रन बनाए। उनकी इस पारी में 7 चौके और 2 छक्के शामिल रहे। यह उनके वनडे करियर की 59वीं फिफ्टी रही।

रोहित शर्मा की यह पारी इसलिए भी खास रही क्योंकि वह लंबे समय बाद भारतीय टीम के लिए खेल रहे थे। पिछली बार उन्होंने 9 मार्च 2025 को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ दुबई में शानदार 76 रन की पारी खेली थी। उस मुकाबले में भारत ने जीत हासिल की थी और रोहित के अनुभव ने टीम को सफलता की राह दिखाई थी। एडिलेड वनडे में भी रोहित ने एक बार फिर अपने अनुभव और क्लास का प्रदर्शन करते हुए भारत को शुरुआती झटकों से उबारा।

भारत ने टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी शुरू की,लेकिन टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। सलामी जोड़ी में कप्तान रोहित शर्मा के साथ मैदान पर उतरे शुभमन गिल,लेकिन वह 9 गेंदों में केवल 9 रन बनाकर आउट हो गए। उनकी इस छोटी पारी में सिर्फ एक चौका शामिल रहा। भारत को पहला झटका 6.1 ओवर में लगा,जब गिल पवेलियन लौट गए। उनके आउट होते ही टीम का दबाव और बढ़ गया।

गिल के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे विराट कोहली भी टीम की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। चार गेंद खेलने के बाद वह बिना खाता खोले ही आउट हो गए। कोहली का यह प्रदर्शन टीम के लिए चिंताजनक है,क्योंकि वह इस सीरीज में दूसरी बार ‘शून्य’ पर आउट हुए हैं। उनके आउट होने के बाद भारतीय टीम 10 ओवर के भीतर ही दो बड़े विकेट गंवा चुकी थी और स्कोरबोर्ड पर बहुत कम रन थे।

ऐसे मुश्किल हालात में रोहित शर्मा ने धैर्य से बल्लेबाजी की और श्रेयस अय्यर के साथ तीसरे विकेट के लिए शानदार साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने न केवल पारी को संभाला,बल्कि रनगति को भी तेज किया। दोनों के बीच 118 रन की साझेदारी हुई,जिसने भारत को मजबूत स्थिति में पहुँचा दिया। अय्यर ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए रोहित का भरपूर साथ दिया और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर दबाव बनाया।

रोहित शर्मा की यह पारी केवल रन बनाने तक सीमित नहीं रही,बल्कि इसने एक ऐतिहासिक मील का पत्थर भी पार किया। उन्होंने अपने करियर के दौरान पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का एक बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। बतौर सलामी बल्लेबाज,गांगुली ने वनडे क्रिकेट की 236 पारियों में 9,146 रन बनाए थे,जबकि रोहित शर्मा ने अब केवल 186 पारियों में ही 9,219 रन बना लिए हैं। इस उपलब्धि के साथ रोहित अब भारत के सबसे सफल ओपनरों में शुमार हो गए हैं और गांगुली को पीछे छोड़ते हुए इस सूची में ऊपर पहुँच गए हैं।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेले जा रहे इस मुकाबले में रोहित ने अपनी पारी की शुरुआत सतर्कता के साथ की। शुरुआती 20 ओवरों में उन्होंने रन बनाने से ज्यादा विकेट बचाने पर ध्यान दिया,लेकिन जैसे-जैसे वह क्रीज पर टिके,उन्होंने अपने क्लासिक स्ट्रोक्स से दर्शकों को रोमांचित किया। उनके दो छक्के खास तौर पर काबिले तारीफ रहे,एक उन्होंने मिड-विकेट के ऊपर से और दूसरा लॉन्ग-ऑन के ऊपर से लगाया। यह देखकर साफ लग रहा था कि रोहित अपने पुराने लय में लौट आए हैं।

हालाँकि,जब वह बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे,तभी एक शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में वह कैच आउट हो गए। उन्होंने 97 गेंदों में 73 रन बनाकर पवेलियन लौटे, लेकिन तब तक भारत मैच में अच्छी स्थिति में पहुँच चुका था। रोहित के आउट होने के बाद अय्यर ने भी जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की और भारतीय पारी को स्थिर बनाए रखा।

इससे पहले,सीरीज के पहले वनडे में पर्थ में खेले गए मुकाबले में भारत को डकवर्थ-लुईस नियम के तहत 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। उस मैच में बल्लेबाजों का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा था और गेंदबाज भी प्रभाव नहीं दिखा पाए थे। इसी कारण एडिलेड का मैच भारत के लिए बेहद अहम था। टीम इंडिया इस मुकाबले को जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल करने के इरादे से उतरी थी।

भारतीय कप्तान के रूप में रोहित शर्मा का अनुभव इस मैच में टीम के लिए सबसे बड़ा सकारात्मक पहलू रहा। उन्होंने अपनी शांत स्वभाव और योजनाबद्ध बल्लेबाजी से साबित किया कि वह अभी भी वनडे फॉर्मेट में टीम के सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं। उनके अर्धशतक ने न केवल टीम को संकट से निकाला,बल्कि ड्रेसिंग रूम में आत्मविश्वास भी भर दिया।

अब दोनों देशों के बीच सीरीज का निर्णायक और अंतिम मुकाबला 25 अक्टूबर को सिडनी में खेला जाएगा। यह मैच सीरीज के नतीजे को तय करेगा और दोनों टीमों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण होगा। भारत इस जीत के सहारे सीरीज में वापसी करना चाहेगा,जबकि ऑस्ट्रेलिया अपनी घरेलू धरती पर अजेय बढ़त बरकरार रखने की कोशिश करेगा।

एडिलेड वनडे में रोहित शर्मा की शानदार वापसी ने यह साफ कर दिया है कि अनुभव और आत्मविश्वास किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख बदल सकते हैं। यह पारी केवल रन बनाने की कहानी नहीं थी,बल्कि यह उस जज़्बे की झलक थी जिसने भारतीय क्रिकेट को हमेशा नई ऊर्जा दी है।