डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन (तस्वीर क्रेडिट@DeekshaKumari26)

रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए ट्रंप प्रशासन की नई पहल,अमेरिका-रूस के बीच गुप्त शांति वार्ता तेज

नई दिल्ली,20 नवंबर (युआईटीवी)- रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से जारी युद्ध को समाप्त कराने के लिए अमेरिका एक बार फिर सक्रिय हो गया है। अमेरिकी मीडिया की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन युद्ध को खत्म कराने के उद्देश्य से रूस के साथ चुपचाप एक नया शांति फार्मूला तैयार कर रहा है। यह पहल व्हाइट हाउस में नए सिरे से तैयार किए जा रहे कूटनीतिक ढाँचे का हिस्सा बताई जा रही है। हालाँकि,इस गुप्त कूटनीतिक गतिविधि से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की असहज महसूस कर सकते हैं,क्योंकि वह लगातार रूस के खिलाफ कड़े रुख और पूर्ण संप्रभुता के साथ समझौते की आवश्यकता पर जोर देते रहे हैं।

अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,राष्ट्रपति ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ इस नए शांति प्रयास का नेतृत्व कर रहे हैं। विटकॉफ को हाल ही में इस मामले में मॉस्को के साथ संपर्क साधने की जिम्मेदारी दी गई है और वे युद्ध विराम की संभावनाओं पर सीधे रूसी अधिकारियों के साथ संवाद कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि बीते एक सप्ताह में रूस और अमेरिका के बीच युद्ध समाप्ति से संबंधित बातचीत काफी तेजी से आगे बढ़ी है और दोनों देशों के बीच कई अनौपचारिक वार्ताएँ भी हुई हैं।

इसी कूटनीतिक क्रम में अमेरिका ने यूक्रेन के भीतर भी गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। अमेरिकी सेना के प्रवक्ता कर्नल डेव बटलर ने पुष्टि की कि पेंटागन का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन पहुँचा है। उन्होंने बताया कि यह टीम यूक्रेनी अधिकारियों से मुलाकात कर युद्ध के मौजूदा हालात का आकलन कर रही है और संघर्ष समाप्त करने के संभावित उपायों पर चर्चा कर रही है। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व आर्मी सेक्रेटरी डैन ड्रिस्कॉल कर रहे हैं। अमेरिका की ओर से यह दौरा एक फैक्ट-फाइंडिंग मिशन बताया गया है,जिसका उद्देश्य जमीनी स्थिति को समझकर शांति स्थापित करने के शुरुआती प्रयासों को गति देना है।

अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह दौरा सीधे राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश पर किया गया है। उनका कहना था कि ड्रिस्कॉल और अमेरिकी प्रतिनिधि उच्चस्तरीय यूक्रेनी नेतृत्व से युद्ध की स्थिति,रक्षा आवश्यकताओं और संभावित शांति वार्ता के प्रारंभिक कदमों पर विस्तार से चर्चा करेंगे। सूत्रों का मानना है कि अमेरिका की यह कोशिश रूस और यूक्रेन के बीच एक मध्यस्थ की भूमिका निभाने की दिशा में ट्रंप प्रशासन के बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।

वॉल स्ट्रीट जर्नल ने सबसे पहले अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल के कीव पहुँचने की खबर प्रकाशित की थी। इसके कुछ ही देर बाद यूक्रेन के प्रधानमंत्री और डिफेंस मिनिस्टर डेनिस श्म्यहाल ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट साझा की। अपनी पोस्ट में श्म्यहाल ने ड्रिस्कॉल के साथ मुलाकात की तस्वीर जारी की और अमेरिका की ओर से यूक्रेन को मिल रहे निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने लिखा कि यह बैठक रक्षा नवाचार,सैन्य सहयोग और युद्ध की स्थिति से निपटने की रणनीति पर केंद्रित रही।

श्म्यहाल के अनुसार,अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने यूक्रेन के साझेदार देशों को रक्षा क्षेत्र में जारी तकनीकी और रणनीतिक विकास की जानकारी दी। इसके साथ ही बैठक में राष्ट्रपति जेलेंस्की और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हुए ऐतिहासिक रक्षा समझौतों के क्रियान्वयन के आगामी चरणों पर भी चर्चा की गई। इन समझौतों में हथियार आपूर्ति,संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण और आधुनिक रक्षा तकनीक के विनिमय जैसे महत्वपूर्ण तत्व शामिल हैं,जो यूक्रेन की रक्षा क्षमता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते हैं।

हालाँकि,रूस-अमेरिका के बीच हो रही गुप्त वार्ताओं की जानकारी यूक्रेन के लिए असहजता का कारण बन सकती है। राष्ट्रपति जेलेंस्की पहले भी कह चुके हैं कि किसी भी शांति योजना में यूक्रेन की सीमा और संप्रभुता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। यदि ट्रंप प्रशासन रूस के साथ किसी वैकल्पिक समझौते की दिशा में बढ़ता है,तो इससे यूक्रेन और अमेरिका के बीच विश्वास से जुड़े सवाल खड़े हो सकते हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध अब अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है और इसका प्रभाव वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक परिदृश्यों पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। ऐसे में अमेरिका द्वारा शांति की दिशा में किए जा रहे नए प्रयासों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय उत्सुकता से देख रहा है। आने वाले दिनों में ट्रंप प्रशासन की पहल और रूस तथा यूक्रेन की प्रतिक्रिया यह तय करेगी कि क्या यह युद्धविराम की दिशा में एक वास्तविक कदम साबित होगा या सिर्फ एक और कूटनीतिक कोशिश बनकर रह जाएगा।