माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला

सत्य नडेला का भारत दौरा दिसंबर में,एआई और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर बड़े ऐलान की उम्मीद,मोदी से भी करेंगे मुलाकात

नई दिल्ली,19 नवंबर (युआईटीवी)- माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ सत्य नडेला अगले महीने भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आने वाले हैं,जहाँ वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित शीर्ष सरकारी नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। नडेला का यह दौरा 10 दिसंबर से शुरू होगा और वह दिल्ली,बेंगलुरु और मुंबई में कई अहम बैठकों और कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। टेक सेक्टर में तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा और भारत के उभरते डिजिटल इकोसिस्टम को देखते हुए नडेला की यह यात्रा बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

सूत्रों के अनुसार,नडेला 10 दिसंबर को दिल्ली पहुँचेंगे,जहाँ उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और तकनीक से जुड़े अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से होगी। इन बैठकों में भारत की डिजिटल नीति,एआई इकोसिस्टम को विस्तार देने की संभावनाओं,साइबर सुरक्षा ढाँचे,क्लाउड क्षमताओं और टेक सेक्टर में निवेश को लेकर विस्तृत चर्चा होने की संभावना है। दिल्ली में अपने आधिकारिक कार्यक्रमों के बाद नडेला 11 दिसंबर को बेंगलुरु जाएँगे,जिसे भारत का टेक हब कहा जाता है। यहाँ वह माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियरिंग नेतृत्व,स्टार्टअप्स और डेवलपर्स से बातचीत करेंगे। इसके बाद 12 दिसंबर को वह मुंबई पहुँचेंगे,जहाँ उनके बिजनेस और उद्योग जगत के नेताओं से मिलने का कार्यक्रम तय है।

नडेला का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है,जब माइक्रोसॉफ्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कंप्यूटिंग के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अपनी पकड़ मजबूत करने में लगा है। भारत को माइक्रोसॉफ्ट एआई और क्लाउड विस्तार का सबसे बड़ा केंद्र मानता है और इसी वजह से 2024 की शुरुआत में अपनी पिछली यात्रा के दौरान सत्य नडेला ने भारत में 3 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी। इस निवेश के तहत कंपनी देश में बड़े पैमाने पर एआई इंफ्रास्ट्रक्चर, डेटा सेंटर और क्लाउड क्षमताओं का विस्तार कर रही है। साथ ही माइक्रोसॉफ्ट का लक्ष्य है कि 2030 तक 1 करोड़ भारतीयों को एआई स्किल्स में प्रशिक्षित किया जाए,जिससे भारत विश्व स्तर पर एआई-चालित नवाचार में अग्रणी भूमिका निभा सके।

नडेला ने अपनी पिछली यात्रा में कहा था कि भारत एआई इनोवेशन का ग्लोबल हब बन रहा है और माइक्रोसॉफ्ट की रणनीति भारत को एआई-फर्स्ट अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करने की है। यही कारण है कि कंपनी अब भारत में डेटा सेंटर्स के विस्तार,स्थानीय डेवलपर्स के सहयोग और एआई मॉडल्स की पहुँच बढ़ाने पर जोर दे रही है। इस दौरे में नडेला कंपनी के भारत में चल रहे प्रोजेक्ट्स की समीक्षा और कुछ नए साझेदारी कार्यक्रमों की घोषणा भी कर सकते हैं।

टेक क्षेत्र में भारत की बढ़ती भूमिका का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिर्फ माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं,बल्कि उसकी प्रमुख प्रतिस्पर्धी कंपनियाँ भी भारत में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही हैं। गूगल ने हाल ही में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक स्टेट-ऑफ-द-आर्ट एआई हब स्थापित करने की घोषणा की है,जिसमें अगले पाँच वर्षों में लगभग 15 अरब डॉलर का निवेश किया जाएगा। यह हब अदाणी समूह की कंपनी अदाणीकॉनेक्स के सहयोग से विकसित किया जा रहा है,जिसमें अत्याधुनिक एआई डेटा सेंटर इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा। यह परियोजना भारत के एआई क्षेत्र में पीढ़ीगत तकनीकी परिवर्तन लाने में अहम भूमिका निभाने वाली है।

माइक्रोसॉफ्ट और गूगल के बीच एआई उद्योग में प्रतिस्पर्धा तेज होती जा रही है। दोनों ही कंपनियाँ भारत को वैश्विक एआई विस्तार का प्रमुख आधार मान रही हैं। जहाँ गूगल अपना एआई हब विकसित कर रहा है,वहीं माइक्रोसॉफ्ट भारत को अपने क्लाउड और एआई विकास की रीढ़ बना रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की विशाल प्रतिभा,तेजी से बढ़ती डिजिटल सेवाओं की माँग और सरकारी स्तर पर तकनीक को बढ़ावा देने वाली नीतियों ने इन वैश्विक कंपनियों को भारतीय बाजार की ओर और अधिक आकर्षित किया है।

नडेला की यात्रा के दौरान माइक्रोसॉफ्ट भारत में नए निवेश,साझेदारी और एआई स्किलिंग प्रोग्राम्स को और आगे बढ़ाने के लिए कई घोषणाएँ कर सकता है। इसके अलावा यह भी उम्मीद है कि कंपनी भारत में अपने डेटा सेंटर नेटवर्क को और विस्तारित करने की योजना साझा कर सकती है। टेक उद्योग से जुड़े जानकारों का कहना है कि यह दौरा भारत के टेक सेक्टर और माइक्रोसॉफ्ट की वैश्विक रणनीति—दोनों के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है।

भारत सरकार भी एआई,साइबर सुरक्षा,क्वांटम कंप्यूटिंग और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों को सशक्त करने के मिशन पर काम कर रही है। ऐसे में सत्य नडेला की यह यात्रा सरकार और उद्योग जगत दोनों के लिए नई संभावनाओं और सहयोग के रास्ते खोल सकती है। दिसंबर में होने वाला यह दौरा भारत और माइक्रोसॉफ्ट के बीच एआई और टेक्नोलॉजी साझेदारी को नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है।