वेटिकन सिटी,7 मई (युआईटीवी)- वेटिकन सिटी में आज दिवंगत पोप फ्रांसिस के उत्तराधिकारी के चयन की प्रक्रिया सिस्टीन चैपल में शुरू हो गई है। इस कॉन्क्लेव में दुनिया भर से आए 133 कार्डिनल्स हिस्सा ले रहे हैं,जिनमें 4 भारतीय भी शामिल हैं। गोपनीयता बनाए रखने के लिए कार्डिनल्स ने अपने फोन पहले ही जमा कर दिए हैं और मतदान शुरू होने से 90 मिनट पहले सभी मोबाइल सिग्नल बंद कर दिए जाएँगे। सिस्टीन चैपल और आसपास का क्षेत्र सख्त लॉकडाउन में है। 2013 की तरह इस बार भी सिग्नल ब्लॉकर्स और गोपनीयता की शपथ का पालन किया जा रहा है।
वेटिकन सिटी में 7 मई 2025 को नए पोप के चुनाव के लिए कॉन्क्लेव प्रक्रिया शुरू हुई है। इस प्रक्रिया की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए वेटिकन ने कई उच्च-तकनीकी सुरक्षा उपाय अपनाए हैं। कॉन्क्लेव की गोपनीयता बनाए रखने के लिए, वेटिकन ने बुधवार दोपहर 3 बजे से सभी मोबाइल फोन सिग्नल बंद कर दिए हैं। यह प्रतिबंध सिस्टिन चैपल और उसके आसपास के क्षेत्रों में लागू है,जबकि सेंट पीटर स्क्वायर में सिग्नल चालू रहेंगे। सिग्नल जैमर का उपयोग करके डिजिटल संचार और जासूसी के किसी भी प्रयास को रोका गया है।
80 वर्ष से कम आयु के 133 कार्डिनल्स ने अपने मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जमा कर दिए हैं। उन्हें सिस्टिन चैपल में मतदान प्रक्रिया के दौरान बाहरी दुनिया से संपर्क करने की अनुमति नहीं है। सहायक कर्मचारियों,जैसे कि सफाईकर्मी,रसोइये और चिकित्सा कर्मियों ने भी गोपनीयता की शपथ ली है, जिसका उल्लंघन करने पर उन्हें स्वतः बहिष्कृत किया जा सकता है।
सिस्टिन चैपल को एक उच्च-सुरक्षा क्षेत्र में परिवर्तित किया गया है। यहाँ एक अस्थायी फर्श स्थापित किया गया है,जिसमें सिग्नल ब्लॉकिंग टाइल्स और जैमिंग डिवाइस शामिल हैं। खिड़कियों पर फिल्म लगाई गई है,ताकि ड्रोन निगरानी को रोका जा सके। वेटिकन सिटी में मोबाइल टावरों को भी निष्क्रिय कर दिया गया है।
कार्डिनल्स सिस्टिन चैपल में गुप्त मतदान करेंगे,जिसमें दो-तिहाई बहुमत (89 वोट) आवश्यक है। हर मतदान के बाद,यदि कोई निर्णय नहीं होता है,तो काले धुएँ के माध्यम से संकेत दिया जाता है। जब नया पोप चुना जाता है,तो सफेद धुएँ के माध्यम से इसकी घोषणा की जाती है।
वेटिकन ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 4,000 से अधिक अधिकारियों की तैनाती की है और ड्रोन डिटेक्टर सहित उन्नत निगरानी प्रणालियाँ लगाई हैं। संपूर्ण वेटिकन क्षेत्र को लॉकडाउन में रखा गया है,जिससे किसी भी प्रकार की जानकारी लीक न हो सके।
इस प्रकार, वेटिकन ने नए पोप के चुनाव की प्रक्रिया को पूर्ण गोपनीयता और सुरक्षा के साथ आयोजित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकी उपाय अपनाए हैं।
