केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह

सुकमा में सुरक्षाबलों ने की बड़ी कार्रवाई,मुठभेड़ में 16 नक्सली ढेर,दो जवान घायल,अमित शाह ने कहा-‘नक्सलवाद पर एक और प्रहार’

नई दिल्ली,29 मार्च (युआईटीवी)- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों द्वारा किए गए एक बड़े नक्सल विरोधी अभियान में 16 नक्सलवादियों के मारे जाने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसे सरकार के नक्सलवाद को खत्म करने के संकल्प का हिस्सा बताया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार,नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी और सीआरपीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए भेजा गया था और मुठभेड़ सुबह से जारी है।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने एक पोस्ट में कहा कि यह नक्सलवाद पर एक और बड़ा प्रहार है। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का संकल्प लिया है।

अमित शाह ने इस ऑपरेशन के बारे में बताया कि सुरक्षाबलों ने सुकमा जिले के केरलापाल इलाके में एक अभियान चलाया,जिसमें 16 नक्सलियों को ढेर कर दिया गया और बड़ी मात्रा में स्वचालित हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है। उन्होंने नक्सलवादियों से अपील करते हुए कहा कि हथियार और हिंसा से बदलाव नहीं आ सकता,बल्कि शांति और विकास ही असली बदलाव ला सकते हैं।

गृहमंत्री अमित शाह की पोस्ट में यह भी कहा गया कि यह अभियान 28 मार्च से जारी है,जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम ने नक्सलियों के बारे में सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन शुरू किया था। इस ऑपरेशन के दौरान 29 मार्च को सुबह 8 बजे से नक्सलवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी रही।

सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए, जिनमें एके-47,एसएलआर,इंसास राइफल,पॉइंट 303 राइफल,रॉकेट लॉन्चर, बीजीएल लॉन्चर और विस्फोटक पदार्थ शामिल थे। मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है और सुरक्षाबलों ने यह भी संभावना जताई है कि इस ऑपरेशन में और नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना हो सकती है।

इस ऑपरेशन के दौरान डीआरजी के दो जवान भी घायल हो गए हैं। हालाँकि, उनकी स्थिति सामान्य बताई जा रही है और उन्हें खतरे से बाहर बताया गया है। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ स्थल के आस-पास के इलाकों में गश्त और सर्चिंग अभियान जारी रखा है।

यह ऑपरेशन नक्सलवाद के खिलाफ सरकार के लगातार प्रयासों को दर्शाता है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसे सरकार के संकल्प का हिस्सा बताते हुए स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। सुरक्षाबलों की कार्रवाई ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार और सुरक्षाबलों का मनोबल बहुत मजबूत है और वे नक्सलवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे।

इस अभियान से यह संदेश भी गया कि छत्तीसगढ़ और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की कार्रवाई तेज़ हो चुकी है। यह घटना एक संकेत है कि नक्सलवादी गतिविधियों पर सरकार की पकड़ मजबूत हो रही है और 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे के लिए सरकार के संकल्प को लेकर सुरक्षाबलों की कार्यवाही में कोई भी कमी नहीं आएगी।

अमित शाह ने नक्सलवादियों से यह भी अपील की कि वे हिंसा और आतंकवाद का रास्ता छोड़कर शांति और विकास की दिशा में कदम बढ़ाएँ,क्योंकि यह ही उनके और उनके समुदाय के भविष्य के लिए सबसे उपयुक्त रास्ता होगा। सरकार का उद्देश्य न केवल नक्सलवाद का खात्मा करना है,बल्कि विकास और शांति की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाना है,ताकि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोग बेहतर जीवन जी सकें।