नई दिल्ली,26 मई (युआईटीवी)- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास में एक कार्यक्रम के दौरान पहलगाम आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के बारे में बात की। जब उनसे सरकार की कार्रवाई के लिए उनके समर्थन के बारे में पूछा गया, तो थरूर ने स्पष्ट किया, “जैसा कि आप जानते हैं, मैं सरकार के लिए काम नहीं करता। मैं एक विपक्षी पार्टी के लिए काम करता हूँ, लेकिन मैंने खुद एक लेख लिखा है,जिसमें कहा गया है कि अब समय आ गया है कि कड़ी चोट की जाए,लेकिन समझदारी से। मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि भारत ने बिल्कुल यही किया है।”
थरूर ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की कार्रवाई सटीक और सोची-समझी थी, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ विशिष्ट आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया,जिनमें लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने भी शामिल थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसका उद्देश्य व्यापक संघर्ष को बढ़ाए बिना एक स्पष्ट संदेश भेजना था।
भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एकता को उजागर करते हुए थरूर ने कहा कि पहलगाम हमले ने,जिसमें 26 लोगों की जान चली गई,लोगों को धार्मिक और सामाजिक सीमाओं से परे एक साथ ला दिया। उन्होंने कहा,”लोगों ने जो धार्मिक और अन्य विभाजन भड़काने की कोशिश की है,उससे परे असाधारण एकजुटता थी।”
थरूर आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समर्थन जुटाने के लिए कूटनीतिक पहल ऑपरेशन सिंदूर के तहत एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल का न्यूयॉर्क में 9/11 स्मारक का दौरा आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता का प्रतीक था।