नई दिल्ली,28 अक्टूबर (युआईटीवी)- महिला विश्व कप 2025 के रोमांचक चरण के बीच भारतीय क्रिकेट टीम को एक बड़ा अपडेट मिला है। भारतीय सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा को वनडे फॉर्मेट में वापसी का सुनहरा मौका मिला है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से मंजूरी मिल गई है कि वह चोटिल प्रतिका रावल के स्थान पर शेफाली को टीम में शामिल कर सकता है। यह फैसला भारतीय टीम के लिए अहम साबित हो सकता है,क्योंकि सेमीफाइनल मुकाबले से पहले टीम को एक आक्रामक सलामी बल्लेबाज की जरूरत महसूस हो रही थी।
शेफाली वर्मा,जो इस समय भारत की सबसे चर्चित युवा बल्लेबाजों में से एक हैं,सूरत में थीं,जब उन्हें बीसीसीआई की ओर से टीम में शामिल किए जाने की जानकारी मिली। वह मंगलवार को नवी मुंबई में भारत के ट्रेनिंग कैंप से पहले रिपोर्ट करेंगी, जहाँ टीम 30 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले सेमीफाइनल मुकाबले की तैयारी में जुटी हुई है।
दरअसल,यह बदलाव तब हुआ जब भारत की भरोसेमंद बल्लेबाज प्रतिका रावल बांग्लादेश के खिलाफ हुए मुकाबले में फील्डिंग के दौरान चोटिल हो गईं। उन्हें तुरंत मैदान से बाहर ले जाया गया और बाद में मेडिकल टीम ने पुष्टि की कि उनकी चोट गंभीर है,जिसके चलते वह शेष टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। रावल का बाहर होना टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका है,क्योंकि वह इस विश्व कप में शानदार फॉर्म में थीं और अब तक 7 मैचों की 6 पारियों में 51.33 की औसत से 308 रन बना चुकी थीं। उन्होंने इस दौरान 37 चौके और 4 छक्के लगाए थे और वह वर्ल्ड कप 2025 में सर्वाधिक रन बनाने वाली दूसरी खिलाड़ी हैं।
बीसीसीआई ने इस कठिन परिस्थिति में 21 वर्षीय शेफाली वर्मा को शामिल करने का निर्णय लिया। शेफाली ने पिछली बार 29 अक्टूबर 2024 को भारत की ओर से वनडे मैच खेला था। तब से वह टीम से बाहर चल रही थीं,लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनके हालिया प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान एक बार फिर उनकी ओर खींचा।
भारत के लिए 29 वनडे मैच खेल चुकीं शेफाली ने अब तक 23 की औसत से 644 रन बनाए हैं,जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं। हरियाणा की यह युवा बल्लेबाज लंबे समय तक स्मृति मंधाना की ओपनिंग पार्टनर रही हैं और दोनों ने मिलकर भारत के लिए कई शानदार साझेदारियाँ निभाई हैं। हालाँकि,पिछले साल अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज के बाद उनके प्रदर्शन में गिरावट आई थी,जिसके चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
लेकिन शेफाली ने वापसी की राह घरेलू क्रिकेट में बनाई। उन्होंने हरियाणा की ओर से हाल ही में खेले गए टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए 7 पारियों में 56.83 की औसत और 182.35 के स्ट्राइक रेट से 341 रन बनाए। इसमें उनका एक शतक और दो अर्धशतक शामिल रहे। यह प्रदर्शन साबित करता है कि शेफाली का आत्मविश्वास और आक्रामक बल्लेबाजी का अंदाज अब भी बरकरार है।
इसी प्रदर्शन के दम पर शेफाली को विश्व कप से पहले भारत-ए टीम में शामिल किया गया था,जिसने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकमात्र आधिकारिक अभ्यास मैच खेला था। उस मैच में शेफाली ने 49 गेंदों पर 70 रनों की विस्फोटक पारी खेली और भारत-ए टीम ने डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर मैच 4 विकेट से जीत लिया। उनके इस प्रदर्शन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह बड़ी परिस्थितियों में टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकती हैं।
शेफाली की टीम में वापसी से भारत की बल्लेबाजी को नई मजबूती मिलने की उम्मीद है। प्रतिका रावल के बाहर होने से टीम की टॉप ऑर्डर में जो खालीपन आया था,उसे शेफाली भर सकती हैं। उनका आक्रामक खेलने का अंदाज भारतीय टीम को तेज शुरुआत दिलाने में मदद करेगा,जो खासकर ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ बेहद जरूरी है।
टीम इंडिया के कोच और कप्तान ने भी शेफाली की वापसी का स्वागत किया है। टीम मैनेजमेंट का मानना है कि वह न केवल पावरप्ले में रन बनाने की क्षमता रखती हैं,बल्कि विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव भी बना सकती हैं। कोच ने कहा, “शेफाली एक मैच-विनर हैं। उनके आने से टीम को ऊपरी क्रम में संतुलन मिलेगा। हमें उम्मीद है कि वह अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करेंगी।”
शेफाली के लिए यह मौका उनके करियर को एक नई दिशा देने वाला साबित हो सकता है। पिछले एक साल से वह वनडे टीम से बाहर थीं और टी20 में भी उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। हालाँकि,उन्होंने भारत के लिए कई बड़े मौकों पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है,चाहे 2023 में अंडर-19 महिला विश्व कप जीतने में उनकी भूमिका रही हो या फिर टेस्ट और टी20 प्रारूप में उनका आत्मविश्वास भरा खेल।
भारतीय टीम अब महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी,जो 30 अक्टूबर को नवी मुंबई स्थित डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में खेला जाएगा। यह मैच भारत के लिए निर्णायक साबित हो सकता है और टीम चाहेगी कि शेफाली वर्मा अपने दमदार खेल से एक बार फिर टीम की जीत में योगदान दें।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि शेफाली का चयन टीम के लिए एक जोखिम भरा लेकिन संभावनाओं से भरा फैसला है। वह आक्रामक हैं,निडर हैं और अगर फॉर्म में लौटती हैं,तो विपक्षी गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती बन सकती हैं। प्रतिका रावल की अनुपस्थिति से जरूर टीम कमजोर हुई है,लेकिन शेफाली की वापसी ने भारतीय खेमे में नई ऊर्जा भर दी है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर होंगी कि क्या शेफाली वर्मा अपने इस बड़े मौके का फायदा उठाकर भारत को फाइनल तक पहुँचाने में सफल हो पाती हैं या नहीं।

