भारतीय क्रिकेटर श्रेयस अय्यर (तस्वीर क्रेडिट@Vipul_Espeaks)

श्रेयस अय्यर को सिडनी के अस्पताल से मिली छुट्टी,बीसीसीआई ने बताया — हालत अब स्थिर,तेजी से हो रही रिकवरी

नई दिल्ली,1 नवंबर (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर को आखिरकार सिडनी के अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। 25 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मैच के दौरान वह एक शानदार कैच पकड़ने की कोशिश में बुरी तरह चोटिल हो गए थे। गिरने के बाद उन्हें मैदान से स्ट्रेचर पर बाहर ले जाया गया था,जिसके बाद उनकी स्थिति गंभीर बताई गई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को जारी बयान में बताया कि अब अय्यर की स्थिति पूरी तरह स्थिर है और वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं।

बीसीसीआई ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “श्रेयस अय्यर की हालत अब स्थिर है। वह अच्छी तरह से रिकवरी कर रहे हैं। बीसीसीआई की मेडिकल टीम,सिडनी और भारत के विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में है और उनके स्वास्थ्य से खुश है। उन्हें सिडनी के अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।” बयान में यह भी स्पष्ट किया गया कि अय्यर की स्प्लीन (प्लीहा) में चोट आई थी,जिसके कारण आंतरिक रक्तस्राव हुआ था। यह चोट अगर समय पर पकड़ में नहीं आती,तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी,लेकिन मेडिकल टीम की तत्परता से स्थिति को संभाल लिया गया।

मैच के दौरान हुई इस दुर्घटना के तुरंत बाद अय्यर को आईसीयू में भर्ती कराया गया था। वहाँ उनका सिटी स्कैन और अन्य कई टेस्ट किए गए। डॉक्टरों ने पाया कि उनकी स्प्लीन में सूजन और हल्का फटाव है,जिसके चलते रक्तस्राव हुआ था। तुरंत एक मामूली सर्जरी कर रक्तस्राव को रोक दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक,सर्जरी सफल रही और अब अय्यर की रिकवरी उम्मीद से बेहतर हो रही है।

बीसीसीआई ने अय्यर का इलाज करने वाले डॉक्टरों और उनकी टीम का विशेष धन्यवाद भी किया। बोर्ड ने कहा, “हम श्रेयस को उनकी चोट के सर्वोत्तम उपचार के लिए सिडनी में डॉ. कौरौश हाघीगी और उनकी मेडिकल टीम के साथ भारत के डॉ. दिनशॉ पारदीवाला का हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।”

बोर्ड ने आगे बताया कि श्रेयस फिलहाल सिडनी में ही रहेंगे और वहाँ अपनी फॉलो-अप मेडिकल जाँच करवाएँगे। पूरी तरह फिट होने के बाद ही उन्हें भारत लौटने की अनुमति दी जाएगी।

श्रेयस अय्यर ने भी खुद सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया। गुरुवार को पोस्ट किए गए संदेश में उन्होंने लिखा, “मैं अभी स्वास्थ्य लाभ की प्रक्रिया में हूँ। हर गुजरते दिन के साथ बेहतर महसूस कर रहा हूँ। शुभकामनाओं और समर्थन के लिए मैं सभी का बहुत आभारी हूँ। यह मेरे लिए बहुत मायने रखता है।” उनकी इस पोस्ट के बाद प्रशंसकों और साथी खिलाड़ियों ने उन्हें जल्दी स्वस्थ होने की शुभकामनाएँ दीं।

श्रेयस अय्यर भारतीय क्रिकेट टीम के मध्यक्रम के भरोसेमंद बल्लेबाज माने जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कई अहम मौकों पर टीम को संकट से बाहर निकाला है। हालाँकि,चोटों ने उनके करियर में कई बार व्यवधान डाला है। हाल ही में वह पीठ की चोट से उबरकर टीम में लौटे थे और अब एक बार फिर उन्हें मजबूरन मैदान से दूर रहना पड़ेगा।

वर्तमान में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है,जहाँ दोनों देशों के बीच पाँच मैचों की टी20 सीरीज खेली जा रही है। भारत फिलहाल इस सीरीज में 0-1 से पीछे है। टीम प्रबंधन की ओर से अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि अय्यर की जगह टीम में किसे शामिल किया जाएगा। हालाँकि,संभावना है कि उनकी अनुपस्थिति में सूर्यकुमार यादव या संजू सैमसन जैसे बल्लेबाज मध्यक्रम को मजबूती देंगे।

बीसीसीआई के सूत्रों के अनुसार,अय्यर की रिकवरी पर करीब 3 से 4 हफ्तों तक निगरानी रखी जाएगी। अगर सबकुछ सामान्य रहा,तो दिसंबर में होने वाली घरेलू सीरीज में वह वापसी कर सकते हैं। फिलहाल,डॉक्टरों ने उन्हें पूर्ण विश्राम की सलाह दी है और किसी भी प्रकार की फिजिकल ट्रेनिंग से दूर रहने को कहा है।

क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी अय्यर की चोट को लेकर राहत जताई है कि समय रहते उनकी हालत नियंत्रण में आ गई। खेल विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की स्प्लीन इंजरी में थोड़ी सी देरी भी खिलाड़ी के लिए जानलेवा साबित हो सकती थी,लेकिन मेडिकल टीम की तत्परता ने हालात को बिगड़ने नहीं दिया।

अस्पताल सूत्रों के मुताबिक,श्रेयस को अभी हल्के भोजन और पूर्ण आराम की सलाह दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि शरीर को सामान्य स्थिति में लौटने में कुछ समय लगेगा,लेकिन फिलहाल किसी बड़े खतरे की आशंका नहीं है।

अय्यर के परिजनों और बीसीसीआई अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली है। बोर्ड अध्यक्ष ने बयान में कहा, “श्रेयस भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। हमें खुशी है कि वे अब ठीक हैं। बीसीसीआई उनकी रिकवरी पर लगातार नजर रखेगा और उन्हें हर संभव सहयोग प्रदान करेगा।”

इस घटना ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया कि क्रिकेट जितना रोमांचक खेल है,उतना ही जोखिम भरा भी है। श्रेयस अय्यर का यह संघर्ष न केवल उनके करियर का अहम मोड़ है,बल्कि यह अन्य खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा है कि कठिन हालात में धैर्य और हिम्मत से लड़ना ही असली जीत है।

अब उम्मीद की जा रही है कि अय्यर जल्द पूरी तरह स्वस्थ होकर टीम इंडिया में वापसी करेंगे और अपनी बल्लेबाजी से एक बार फिर प्रशंसकों का दिल जीतेंगे। फिलहाल,उनका लक्ष्य सिर्फ एक है — पूरी तरह फिट होकर मैदान पर लौटना और देश के लिए मैच जिताने वाली पारियाँ खेलना।