नई दिल्ली,9 जून (युआईटीवी)- इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस मामले में पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड की जाँच में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं,जिससे यह मामला और भी रहस्यमय और चौंकाने वाला बन गया है। शुरू में यह केवल एक गायब हनीमून कपल का केस था,लेकिन अब यह हत्या,साजिश और साजिशकर्ताओं के गिरोह से जुड़ा संगीन अपराध बन चुका है।
मेघालय पुलिस के डीजीपी आई.नोंग्रांग ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि इस हत्याकांड में आरोपी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया,जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। वहीं,एक अन्य आरोपी उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया,जबकि दो अन्य को इंदौर से एसआईटी ने हिरासत में लिया है। इन सभी आरोपियों को पूछताछ के लिए मेघालय लाया गया है।
डीजीपी के मुताबिक,राजा रघुवंशी की हत्या सुनियोजित साजिश के तहत की गई और इसके लिए किलर को हायर किया गया था। पुलिस की जाँच में यह बात सामने आई है कि सोनम रघुवंशी ने ही हत्या की योजना बनाई थी और इसके लिए उसने कुछ बाहरी लोगों की मदद ली। हालाँकि,इन लोगों के राजा और सोनम से पहले से क्या संबंध थे,इसकी गहन जाँच चल रही है।
Within 7 days a major breakthrough has been achieved by the #meghalayapolice in the Raja murder case … 3 assailants who are from Madhya Pradesh have been arrested, female has surrendered and operation still on to catch 1 more assailant .. well done #meghalayapolice
— Conrad K Sangma (@SangmaConrad) June 9, 2025
इस पूरे मामले में 7 जून 2025 को एक टूर गाइड की गवाही ने पुलिस को अहम सुराग दिया। गाइड ने पुलिस को बताया कि राजा और सोनम के साथ उस दिन तीन और लोग भी मौजूद थे,जब यह कपल मेघालय के सोहरा इलाके में लापता हुआ था। इस बयान के बाद से ही शक की सुई सोनम और उसके साथियों की ओर घूम गई थी।
जानकारी के मुताबिक, इंदौर के परिवहन कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम की शादी 11 मई 2025 को हुई थी। इसके बाद यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून पर शिलांग गया था। 20 मई को दोनों मेघालय पहुँचे और 23 मई को परिवार से उनकी आखिरी बार बातचीत हुई। इसके बाद से दोनों के मोबाइल फोन बंद हो गए,जिससे परिवार को चिंता होने लगी।
कुछ दिन बाद कपल की किराए की स्कूटी सोहरारिम इलाके में लावारिस हालत में मिली। यह इलाका शिलांग के निकट है और पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय भी है। इस सुराग के बाद पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
इस सर्च ऑपरेशन के दौरान 2 जून को पुलिस को वेई सॉडोंग झरने के पास एक खाई में राजा रघुवंशी की सड़ी-गली लाश मिली। शव की स्थिति से यह स्पष्ट था कि हत्या को कई दिन पहले अंजाम दिया गया था। इसके बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
इस बीच राजा की पत्नी सोनम का कोई पता नहीं चल रहा था। उसकी गैरमौजूदगी और मोबाइल फोन बंद होने के कारण परिवार और पुलिस को अपहरण या मानव तस्करी की आशंका होने लगी थी,लेकिन अब यह साफ हो गया है कि सोनम खुद हत्या की साजिश में शामिल थी।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने एक ट्वीट कर पुलिस की तारीफ की और इस हत्याकांड में बड़ी सफलता मिलने की बात कही। उन्होंने लिखा, “राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस को महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। मध्य प्रदेश के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है,महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है।”
हालाँकि,अब तक पुलिस की ओर से हत्या के कारण स्पष्ट नहीं किया गया है,लेकिन जिस तरह से सोनम ने आत्मसमर्पण किया और जिस तरीके से हत्या को अंजाम दिया गया,उससे यह जरूर स्पष्ट है कि यह पूर्व नियोजित अपराध था। यह भी संभावना है कि हत्या के पीछे पैसे,रिश्तों या पारिवारिक विवाद का कोई गहरा कारण हो सकता है। सोनम की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को इस रहस्य से पर्दा उठाने में मदद मिलेगी।
राजा रघुवंशी हत्याकांड ने न केवल इंदौर बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक नवविवाहित जोड़ा हनीमून पर गया और पति की हत्या हो गई,जबकि पत्नी मुख्य साजिशकर्ता निकली,यह एक चौंकाने वाला मोड़ है। पुलिस की जाँच तेज़ी से आगे बढ़ रही है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस हत्या के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आ जाएगी।