स्पाइसजेट विमान का विंडो फ्रेम उखड़ा (तस्वीर क्रेडिट@naren_doc)

स्पाइसजेट की फ्लाइट में उड़ान के दौरान विंडो फ्रेम ढीला,हवा में उखड़ा विंडो फ्रेम,एयरलाइन ने दी सफाई,यात्री सुरक्षा पर कोई असर नहीं

नई दिल्ली,3 जुलाई (युआईटीवी)- 1 जुलाई को स्पाइसजेट की एक फ्लाइट के दौरान एक असामान्य घटना घटी, जिसने यात्रियों और सोशल मीडिया पर चर्चा को जन्म दे दिया। उड़ान के समय क्यू400 विमान में खिड़की के पास लगा एक कॉस्मेटिक विंडो फ्रेम ढीला हो गया और उखड़ गया,जिसके बाद यात्रियों में थोड़ी चिंता देखी गई। हालाँकि,स्पाइसजेट ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि यह एक गैर-संरचनात्मक और केवल सजावटी घटक था,जिसका विमान की उड़ान या सुरक्षा पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा।

घटना के तुरंत बाद स्पाइसजेट की ओर से एक आधिकारिक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि जो विंडो फ्रेम ढीला हुआ,वह केवल एक कॉस्मेटिक (सजावटी) विंडो शेड फ्रेम था। यह फ्रेम खिड़की पर छांव प्रदान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इसका उद्देश्य केवल यात्रियों को सूर्य की रोशनी से बचाना होता है।

एयरलाइन ने स्पष्ट किया कि यह कोई संरचनात्मक घटक नहीं था और इसका विमान के केबिन प्रेशर या उड़ान की संरचना पर कोई असर नहीं पड़ा। उड़ान के दौरान केबिन का दबाव सामान्य बना रहा और यात्रियों की सुरक्षा कभी भी खतरे में नहीं थी।

स्पाइसजेट ने यह भी बताया कि क्यू400 जैसे विमानों में कई सुरक्षात्मक विंडो पैनल होते हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण होता है बाहरी पैनल,जो हवा के दबाव और सुरक्षा की दृष्टि से सबसे मजबूत होता है। ऐसे में अगर कोई अंदरूनी कॉस्मेटिक हिस्सा ढीला हो भी जाए,तो वह सिर्फ सतही समस्या होती है और इसका उड़ान की संरचना या यात्रियों की सुरक्षा से कोई सीधा संबंध नहीं होता।

घटना के तुरंत बाद,जब विमान अपने अगले स्टेशन पर उतरा,तो स्पाइसजेट की तकनीकी टीम ने उसकी पूरी जाँच की और विंडो फ्रेम की मरम्मत की गई। यह प्रक्रिया सामान्य रखरखाव गतिविधियों का हिस्सा थी और विमान के संचालन में किसी भी प्रकार की कोई रुकावट नहीं आई।

एयरलाइन ने जोर देकर कहा कि इस तरह के कॉस्मेटिक हिस्सों की मरम्मत नियमित रूप से की जाती है और ऐसी घटनाएँ सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करतीं।

घटना के तुरंत बाद किसी यात्री द्वारा रिकॉर्ड किया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में खिड़की के पास लगा फ्रेम ढीला होकर बाहर की ओर हिलता दिखाई दे रहा था। वीडियो के सामने आते ही ट्विटर,इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर लोग भिन्न-भिन्न प्रतिक्रियाएँ देने लगे।

कुछ यात्रियों ने इसे “सुरक्षा में लापरवाही” करार दिया,तो कुछ ने एयरलाइन से स्पष्टीकरण की माँग की। वहीं,कई विशेषज्ञों और नियमित उड़ान यात्रियों ने एयरलाइन के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि इस तरह के कॉस्मेटिक मुद्दे अक्सर होते हैं और इनका विमान की संरचनात्मक अखंडता से कोई लेना-देना नहीं होता।

यह घटना दर्शाती है कि जब भी किसी विमान में कोई छोटी सी असामान्यता भी होती है,तो वह सोशल मीडिया के माध्यम से तुरंत वायरल हो जाती है,जिससे यात्रियों के बीच अशांति और भ्रम फैल सकता है। हालाँकि,स्पाइसजेट ने तुरंत पारदर्शिता दिखाते हुए जानकारी साझा की,जो एक जिम्मेदार एयरलाइन के तौर पर सराहनीय कदम है।

यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होती है और इस घटना में स्पाइसजेट ने तकनीकी तथ्यों के साथ यह स्पष्ट कर दिया कि कोई भी जोखिम नहीं था। यह घटना हमें यह भी याद दिलाती है कि विमान में दिखाई देने वाली हर समस्या खतरनाक नहीं होती और अक्सर ये केवल कॉस्मेटिक या गैर-संरचनात्मक मुद्दे होते हैं,जिनका समाधान नियमित प्रक्रियाओं से किया जा सकता है।