फिल्म निर्देशक एसएस राजामौली (तस्वीर क्रेडिट@FactPilgrim)

एसएस राजामौली की भगवान हनुमान पर टिप्पणी से बढ़ा विवाद,हिंदू सेना ने दर्ज कराई शिकायत,जाँच की माँग तेज

नई दिल्ली,19 नवंबर (युआईटीवी)- फिल्म निर्देशक एसएस राजामौली एक बार फिर से विवादों के घेरे में आ गए हैं। इस बार मामला धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है। हाल ही में उनकी आगामी फिल्म ‘वाराणसी’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में उन्होंने भगवान हनुमान को लेकर एक टिप्पणी की,जो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भारी प्रतिक्रिया का कारण बन गई। अब हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दिल्ली पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए इस टिप्पणी को हिंदू समुदाय की आस्था पर हमला बताया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि राजामौली के बयान से धार्मिक भावनाएँ आहत हुई हैं और इससे सामाजिक सद्भाव पर भी प्रभाव पड़ सकता है।

यह पूरा मामला 17 नवंबर का है,जब हैदराबाद में फिल्म ‘वाराणसी’ का ट्रेलर लॉन्च इवेंट आयोजित किया गया था। ट्रेलर लॉन्च के दौरान तकनीकी खराबी के कारण कार्यक्रम में काफी देरी होने लगी। इसी बीच राजामौली ने स्टेज पर आते हुए मजाकिया अंदाज में कहा, “मैं भगवान को नहीं मानता,लेकिन तकनीकी दिक्कत पर मुझे अपने पिता की कही बात याद आई। पिताजी कहा करते थे कि जब भी मुझे परेशानी होगी,तब भगवान हनुमान तुम्हारी मदद करेंगे,लेकिन इस गड़बड़ी में क्या भगवान मदद करते हैं?” यही नहीं,उन्होंने अपनी पत्नी के हनुमान भक्ति का भी जिक्र करते हुए कहा कि अब देखना है कि क्या उनकी पत्नी के हनुमान इस बार उनकी परेशानी दूर करेंगे।

हालाँकि,राजामौली की यह बात हास्य के रूप में कही गई थी,लेकिन इसका असर बिल्कुल उल्टा हुआ। सोशल मीडिया पर इस टिप्पणी का वीडियो तेजी से वायरल होने लगा और इसे धार्मिक आस्था का अपमान बताया गया। कई लोगों ने कहा कि जिस तरह से उन्होंने भगवान हनुमान को लेकर टिप्पणी की,वह असंवेदनशील है और इससे करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँची है। कुछ यूजर्स ने इसे उनके नास्तिक होने का निजी विचार बताया,जबकि अनेक लोगों ने इसे सार्वजनिक मंच पर अनुचित और अनादरपूर्ण करार दिया।

राजामौली की इस टिप्पणी को लेकर हिंदू सेना ने गंभीर रुख अपनाया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि फिल्म निर्देशक ने जानबूझकर ऐसी टिप्पणी की जिससे हिंदू समाज की भावनाएँ आहत हुईं। उन्होंने यह भी कहा कि एक सार्वजनिक कार्यक्रम में इस प्रकार की टिप्पणी से धार्मिक सौहार्द बिगड़ सकता है और समाज में अनावश्यक तनाव पैदा हो सकता है। शिकायत में यह भी लिखा गया है कि राजामौली की बात सिर्फ एक मज़ाक नहीं थी,बल्कि करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर चोट थी,जिसे किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।

विष्णु गुप्ता ने पुलिस से मांग की है कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए और राजामौली से पूछताछ कर उनके बयान की जाँच की जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सार्वजनिक हस्तियों को अपने शब्दों का चयन समझदारी और जिम्मेदारी से करना चाहिए। ऐसे बयान न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाते हैं,बल्कि समाज में विभाजनकारी सोच को भी जन्म दे सकते हैं। उन्होंने पुलिस से यह भी अपील की है कि वह भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए,ताकि कोई भी व्यक्ति धार्मिक भावनाओं का उपहास करने की कोशिश न कर सके।

गौरतलब है कि एसएस राजामौली भारतीय सिनेमा जगत के सबसे प्रतिष्ठित निर्देशकों में से एक हैं। ‘बाहुबली’ और ‘आरआरआर’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों ने उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान दिलाई है। उनकी फिल्मों में विशाल सेट,तकनीकी उत्कृष्टता और प्रभावशाली कहानी कहने की शैली उन्हें सिनेमा उद्योग में एक विशिष्ट स्थान देती है,लेकिन इस बार जिस टिप्पणी ने उन्हें घेर लिया है,उसने उनके प्रशंसकों और आलोचकों के बीच एक नई बहस छेड़ दी है कि क्या एक कलाकार अपने व्यक्तिगत विश्वासों को सार्वजनिक मंच पर इस तरह व्यक्त कर सकता है,जहाँ विभिन्न धार्मिक समुदायों की भावनाएँ भी जुड़ी होती हैं।

इस विवाद का असर फिल्म ‘वाराणसी’ पर कितना पड़ता है,यह आने वाले दिनों में साफ होगा। हालाँकि,अभी तक राजामौली की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। समर्थक उम्मीद कर रहे हैं कि वह जल्द ही इस विवाद पर सफाई देंगे,जबकि आलोचक इस पूरे मामले की कानूनी जाँच की माँग कर रहे हैं।

फिलहाल,पुलिस शिकायत दर्ज होने के बाद मामला और गंभीर हो गया है और जाँच शुरू होने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या राजामौली अपने बयान की व्याख्या करते हैं या फिर मामला कानूनी कार्रवाई तक पहुँचता है,लेकिन इतना जरूर है कि इस विवाद ने फिल्म के ट्रेलर लॉन्च से ज्यादा सुर्खियाँ बटोरी हैं और अब सभी की निगाहें राजामौली और पुलिस की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।