महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे

“समर्थन मत करो, लेकिन…”: एकनाथ शिंदे ने न्यूटन के गति के तीसरे नियम का हवाला देते हुए शिवसेना की बर्बरता पर किया कटाक्ष

मुंबई,26 मार्च (युआईटीवी)- महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कॉमेडियन कुणाल कामरा से जुड़े हालिया विवाद और उसके बाद मुंबई के हैबिटेट स्टूडियो में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा की गई तोड़फोड़ पर टिप्पणी की है। शिंदे ने कहा कि वे तोड़फोड़ की घटनाओं का समर्थन नहीं करते हैं,लेकिन उन्होंने आइज़ैक न्यूटन के गति के तीसरे नियम का हवाला देते हुए कहा, “हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।”

विवाद तब शुरू हुआ जब कामरा ने 2022 में शिंदे के राजनीतिक पुनर्गठन की आलोचना करते हुए एक पैरोडी गीत प्रस्तुत किया,जिसमें उन्हें “गद्दार” (देशद्रोही) करार दिया गया। इसके कारण शिवसेना समर्थकों ने उस स्टूडियो में तोड़फोड़ की, जहाँ यह प्रदर्शन हुआ था। शिंदे ने एक निश्चित स्तर के संवाद को बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया,यह सुझाव देते हुए कि उत्तेजक कार्यों से प्रतिक्रिया हो सकती है।

घटना के जवाब में कामरा ने अपनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दावा करते हुए माफ़ी माँगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया है कि क्या यह कानून तोड़फोड़ में शामिल लोगों और उसके बाद भवन उल्लंघन का हवाला देते हुए सिविक अधिकारियों द्वारा स्टूडियो के कुछ हिस्सों को ध्वस्त करने वालों पर समान रूप से लागू होगा।

इस घटना ने भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीतिक व्यंग्य की सीमाओं पर व्यापक बहस छेड़ दी है।