स्वाति मालीवाल और भारत के उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन (तस्वीर क्रेडिट@SwatiJaiHind)

स्वाति मालीवाल ने पंजाब सीएम भगवंत मान पर लगाए गंभीर आरोप,केजरीवाल से निष्पक्ष जाँच की माँग की

नई दिल्ली,28 अक्टूबर (युआईटीवी)- राज्यसभा सांसद और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता तथा सामाजिक कार्यकर्ता स्वाति मालीवाल ने सोमवार को एक बार फिर अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पर गंभीर आरोप लगाकर राजनीतिक हलचल मचा दी है। मालीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक विस्तृत पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि भगवंत मान का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है,जिसमें उन्हें गुरु नानक देव और गुरु गोबिंद सिंह की तस्वीरों के प्रति अपमानजनक व्यवहार करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने इस घटना को “बेहद गंभीर” बताते हुए आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मामले की निष्पक्ष और स्वतंत्र जाँच कराने की माँग की है।

मालीवाल ने अपने पोस्ट में लिखा, “पंजाब सीएम भगवंत मान का आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसने यह वीडियो जारी किया है,वह उनका पुराना मित्र बताया जा रहा है। उस व्यक्ति का दावा है कि उसके पास ऐसे आठ और वीडियो हैं,जिनमें से एक वीडियो में मान साहब को शराब के नशे में गुरु नानक देव और गुरु गोबिंद सिंह की तस्वीरों के साथ बेअदबी करते हुए दिखाया गया है। यह बेहद संवेदनशील और गंभीर मामला है। इससे पार्टी की छवि को गहरा नुकसान हो रहा है।”

मालीवाल ने आगे लिखा कि उन्होंने इस मामले में अरविंद केजरीवाल को एक औपचारिक पत्र भेजा है,जिसमें उन्होंने आग्रह किया है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जैसी स्वतंत्र एजेंसी से जाँच कराई जाए,ताकि सच सामने आ सके और यदि आरोप झूठे हैं,तो मुख्यमंत्री की छवि को भी बेवजह नुकसान न पहुँचे।

अपने पत्र में स्वाति मालीवाल ने लिखा है, “जगमन समरा नामक व्यक्ति,जो खुद को भगवंत मान का पुराना मित्र बताता है,ने ये वीडियो जारी किए हैं। उसने यह भी दावा किया है कि उसके पास ऐसे आठ और वीडियो हैं,जो अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। एक वीडियो में कथित तौर पर गुरु नानक देव और गुरु गोबिंद सिंह की तस्वीरों पर शराब गिराई जा रही है। यदि इस आरोप में एक प्रतिशत भी सच्चाई है,तो यह बेहद बड़ी बेअदबी है और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाला कृत्य है।”

मालीवाल ने केजरीवाल को भेजे पत्र में यह भी लिखा कि पंजाब की जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच लंबे समय से यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान शराब की लत से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा, “पंजाब में सभी जानते हैं कि सीएम मान को शराब की गंभीर आदत है। कई बार वे सरकारी मीटिंग्स और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी नशे की हालत में पहुँचते हैं। एक मुख्यमंत्री के इस तरह के व्यवहार से पूरे राज्य की गरिमा प्रभावित होती है। केजरीवाल जी को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए और सभी वीडियो की सत्यता की जाँच करवानी चाहिए।”

पत्र में मालीवाल ने एक और पुराना प्रकरण याद दिलाया,जिसमें यह दावा किया गया था कि भगवंत मान को जर्मनी-भारत की उड़ान से नशे की हालत में उतारा गया था। उन्होंने लिखा, “यह भारत के लिए शर्मनाक क्षण था कि एक राज्य का मुख्यमंत्री इस तरह के व्यवहार के कारण विदेशी उड़ान से उतार दिया गया। यह घटना सिर्फ व्यक्तिगत छवि को नहीं,बल्कि भारत की साख को भी प्रभावित करती है। यह गंभीर विषय है और इस पर पार्टी की चुप्पी बेहद चिंताजनक है।”

स्वाति मालीवाल ने यह भी कहा कि उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों से बात की है,जिन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कई बैठकों में अस्थिर या ध्यान केंद्रित नहीं रहते, जिससे प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होता है। उन्होंने लिखा, “मैं पार्टी की एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में यह मुद्दा उठा रही हूँ। हमारी पार्टी हमेशा पारदर्शिता,ईमानदारी और जवाबदेही की बात करती आई है। अगर हम खुद अपने नेताओं की जाँच से डरेंगे,तो फिर हम जनता के सामने क्या उदाहरण पेश करेंगे?”

अपने पत्र के अंत में मालीवाल ने अरविंद केजरीवाल से कहा, “आपकी चुप्पी बेहद चिंताजनक है। पंजाब की जनता और पार्टी कार्यकर्ता दोनों चाहते हैं कि आप इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें। यदि आरोप गलत हैं,तो सच्चाई सामने लाने से किसी को भय नहीं होना चाहिए और यदि इनमें कुछ भी सच है,तो पार्टी को स्पष्ट कदम उठाने चाहिए ताकि हमारी विचारधारा पर कोई प्रश्नचिह्न न लगे।”

इस पूरे घटनाक्रम के सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी के अंदर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पार्टी के कई वरिष्ठ नेता इस मामले पर फिलहाल चुप्पी साधे हुए हैं,जबकि कुछ सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व ने मामले की प्रारंभिक रिपोर्ट माँगी है। हालाँकि,आम आदमी पार्टी की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

वहीं,पंजाब के राजनीतिक गलियारों में यह मामला बड़ी चर्चा का विषय बन गया है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को तुरंत भुनाने की कोशिश की है। पंजाब कांग्रेस और भाजपा दोनों ने भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की है और कहा है कि अगर आरोपों में सच्चाई है,तो मुख्यमंत्री पद पर बने रहना नैतिक रूप से गलत है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है,खासकर तब जब पार्टी पहले से ही दिल्ली में कई विवादों और कानूनी मुद्दों का सामना कर रही है। स्वाति मालीवाल,जो हाल ही में एक अन्य विवाद को लेकर भी सुर्खियों में रही थीं,ने इस बार पार्टी के शीर्ष स्तर पर एक ऐसा मुद्दा उठाया है,जिसे नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा।

अब देखना यह होगा कि अरविंद केजरीवाल इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं,क्या वे सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जाँच की माँग स्वीकार करते हैं या फिर पार्टी स्तर पर ही इस प्रकरण की आंतरिक जाँच कराते हैं। फिलहाल इतना तय है कि स्वाति मालीवाल के इस खुलासे ने आम आदमी पार्टी के भीतर असहजता बढ़ा दी है और आने वाले दिनों में यह मामला राजनीतिक रूप से और भी गरमाने वाला है।