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स्विगी को 165 करोड़ रुपये वैल्यू के टैक्स माँग के नोटिस मिले

नई दिल्ली,7 अप्रैल (युआईटीवी)- ऑनलाइन फूड और ग्रोसरी डिलीवरी कंपनी स्विगी को एक बार फिर से टैक्स डिमांड नोटिस का सामना करना पड़ा है। कंपनी को वित्त वर्ष 2021-22 के लिए दो अलग-अलग टैक्स असिसमेंट ऑर्डर मिले हैं, जिसमें कुल 165 करोड़ रुपये की टैक्स की माँग की गई है।

स्विगी ने अपनी रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि इन दोनों नोटिसों में एक नोटिस पुणे के प्रोफेशन टैक्स ऑफिसर से आया है,जिसमें 7.59 करोड़ रुपये की टैक्स की माँग की गई है। इस आदेश में कंपनी पर आरोप लगाया गया है कि उसने अपने कर्मचारियों के वेतन से प्रोफेशन टैक्स की उचित कटौती करने में विफलता दिखाई, जो कि महाराष्ट्र राज्य के व्यवसाय,व्यापार,कॉलिंग और रोजगार कर अधिनियम, 1975 के तहत अनिवार्य है।

स्विगी ने इस टैक्स नोटिस का विरोध करते हुए कहा कि कंपनी के पास इस आदेश को चुनौती देने के लिए मजबूत आधार हैं और वह इसे लेकर समीक्षा या अपील दायर करने की योजना बना रही है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस मुद्दे का उसके वित्तीय स्थिति या दैनिक संचालन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

इसके अलावा,स्विगी को एक और टैक्स डिमांड नोटिस बेंगलुरु के आयकर कार्यालय से प्राप्त हुआ था। इसमें 158 करोड़ रुपये की टैक्स की माँग की गई थी,जो व्यापारियों को दिए जाने वाले कैंसिलेशन चार्जेस और आयकर रिफंड से प्राप्त ब्याज आय से संबंधित था। अधिकारियों ने दावा किया कि इस आय को सही तरीके से घोषित नहीं किया गया था,जिसके चलते यह नोटिस जारी किया गया।

स्विगी ने अपनी फाइलिंग में इस पर भी प्रतिक्रिया दी है और कहा कि उसे अपनी कानूनी स्थिति पर पूरा भरोसा है। कंपनी ने यह भी कहा कि वह इस टैक्स डिमांड नोटिस के खिलाफ अपील करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है। प्रोफेशन टैक्स मामले की तरह ही कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस आदेश का उसके वित्तीय या दिन-प्रतिदिन के संचालन पर कोई बड़ा प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

स्विगी का कहना है कि वह पूरी तरह से कानूनी प्रक्रिया में विश्वास रखती है और इन दोनों नोटिसों को चुनौती देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। कंपनी का यह भी कहना है कि टैक्स संबंधित मुद्दों के बावजूद,इसके व्यापारिक संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और वह अपने संचालन को सामान्य तरीके से जारी रखेगी।

स्विगी के लिए यह टैक्स डिमांड नोटिस एक ऐसे समय पर आया है,जब कंपनी पहले ही कुछ विवादों और चुनौतियों का सामना कर रही है। हालाँकि,कंपनी ने यह साफ किया है कि उसे इस मामले को लेकर कोई भी चिंता नहीं है और वह अपने कानूनी अधिकारों के भीतर इस मुद्दे को हल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

इन टैक्स डिमांड नोटिसों के बावजूद,स्विगी के लिए यह मामला ज्यादा गंभीर नहीं दिखता है,क्योंकि कंपनी का मानना है कि उसे अपने बचाव में मजबूत कानूनी तर्क मिलेंगे और किसी भी तरह से उसके व्यापार पर इसका प्रतिकूल असर नहीं होगा। इस प्रकार,स्विगी ने अपने निवेशकों और ग्राहकों को आश्वस्त किया है कि टैक्स विवादों के बावजूद कंपनी का वित्तीय स्वास्थ्य और संचालन सामान्य रहेगा।

स्विगी ने अपने वित्तीय मामलों को लेकर पहले भी कई बार इसी प्रकार की स्थिति का सामना किया है और कंपनी का कहना है कि वह टैक्स संबंधित सभी मामलों को कानूनी तरीके से हल करने में सक्षम है। इस समय,स्विगी की प्रमुख रणनीति यही होगी कि वह टैक्स डिमांड नोटिस को चुनौती देते हुए,कानूनी प्रक्रिया का पालन करेगी और अपने व्यापारिक गतिविधियों को बिना किसी रुकावट के जारी रखेगी।

स्विगी का यह बयान स्पष्ट करता है कि कंपनी के लिए यह टैक्स डिमांड नोटिस किसी बड़ी समस्या का कारण नहीं बनेगा। कंपनी का पूरा ध्यान अपने कानूनी अधिकारों का पालन करने पर है और उसे अपने वित्तीय और परिचालन संबंधी मामलों पर कोई बड़ी चिंता नहीं है।