तेहरान,4 अप्रैल (युआईटीवी)- सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास पर किए गए “घातक हमले” के लिए ईरान इजरायल के खिलाफ मुकदमा दायर करेगा। यह जानकारी ईरान के कानूनी मामलों के उपाध्यक्ष मोहम्मद देहकान ने दी है। तेहरान में बुधवार को हुए एक कैबिनेट बैठक के दौरान मोहम्मद देहकान ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने ईरान के उन सभी कानूनी उपायों के बारे में विस्तार से बताया,जो इजरायल के खिलाफ किया जाने वाला है।
सीरिया की राजधानी दमिश्क में मौजूद ईरानी वाणिज्य दूतावास की इमारत पर इजराइल ने सोमवार को मिसाइलों से हमला किया था,जिसमें 14 लोगों की मौत हो गई थी। सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर के मुताबिक,मरने वालों में पाँच सीरियाई,आठ ईरानी और एक लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह का सदस्य शामिल था। इसके अलावा कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। गंभीर रूप से घायलों को देखते हुए मरने वालों की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है।
अर्ध-आधिकारिक समाचार एजेंसी फ़ार्स के हवाले से समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि मोहम्मद देहकान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का इज़राइल ने उल्लंघन किया है। वर्तमान में ईरान कानूनी आकलन कर रहा है और अपने कानूनी फैसलों के बारे में जल्द ही जानकारी प्रदान करेगा।
सोमवार को इजराइल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी दूतावास परिसर में स्थित वाणिज्य दूतावास की इमारत पर मिसाइल हमले किए थे,सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर ने इस हमले में मरने वालों की संख्या के बारे में मंगलवार को जानकारी दी और बताया कि इस हवाई हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है।
ईरान के साथ बढ़ते तनाव के बीच इजरायल की सेना रिजर्व सैनिकों के साथ अपनी हवाई रक्षा प्रणाली को मजबूत कर रही है। “इजरायली हवाई हमले” के खिलाफ ईरान ने जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाई थी।जिसके बाद एक बयान में इजरायली सेना ने कहा कि “आईडीएफ (इज़राइल डिफेंस फोर्सेज) के हवाई रक्षा तंत्र में जनशक्ति बढ़ाने और रिजर्व सैनिकों को तैनात करने का फैसला लिया गया है।” यह कदम स्थिति के अनुरूप मूल्यांकन के बाद उठाया गया है।
इस मिसाइल हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया। अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी इज़रायल ने नहीं ली है।