रजनीकांत की फिल्म 'शिवाजी: द बॉस' बनाने वाले एवीएम सरवनन का निधन(तस्वीर क्रेडिट@thalaivar75)

तमिल सिनेमा के स्तंभ एवीएम सरवनन का निधन: फिल्म उद्योग में शोक,भारतीय सिनेमा ने खोया एक महान निर्माता

नई दिल्ली,4 दिसंबर (युआईटीवी)- तमिल फिल्म उद्योग को नई दिशा और पहचान देने वाले मशहूर फिल्म निर्माता एवीएम सरवनन का गुरुवार 4 दिसंबर की सुबह निधन हो गया। 86 वर्षीय सरवनन पिछले कुछ समय से उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। परिवार के सूत्रों ने सुबह उनके निधन की पुष्टि की। उनका जाना न केवल तमिल सिनेमा,बल्कि पूरे भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक अपूरणीय क्षति माना जा रहा है। बीते पाँच दशकों से जिस प्रोडक्शन हाउस ने तमिल सिनेमा को उभारने में मूलभूत भूमिका निभाई,उसके प्रमुख चेहरे और मार्गदर्शक सरवनन ने अपनी विरासत को एक मजबूत आधार दिया था।

उनके निधन की खबर फैलते ही तमिल फिल्म जगत,दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग और पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। सिनेमा प्रेमियों,फिल्म कलाकारों और राजनीतिक हस्तियों ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने भी गहरा शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि एवीएम सरवनन का निधन तमिल सिनेमा की एक महान हस्ती के खोने जैसा है। उनकी पोस्ट में उन्होंने उल्लेख किया कि एवीएम प्रोडक्शन हाउस ने तमिल सिनेमा को आकार देने में ऐतिहासिक योगदान दिया है और सरवनन ने अपने पिता स्वर्गीय ए.वी. मयप्पन की विरासत को बेहतरीन ढंग से आगे बढ़ाया।

एवी. मयप्पन,जिन्हें अप्पाची या अविची मयप्पा चेट्टियार के नाम से जाना जाता था,ने एवीएम स्टूडियोज़ की स्थापना की थी। यह प्रोडक्शन हाउस एक समय तमिल फिल्म निर्माण का पर्याय बन गया था। उनके पुत्र एवीएम सरवनन ने अपने पिता की सोच और विज़न को आगे बढ़ाते हुए तमिल सिनेमा में कई ऐतिहासिक और मील का पत्थर साबित होने वाली फिल्मों का निर्माण किया। फिल्मों की गुणवत्ता,मजबूत कहानी और दर्शकों की भावनाओं से गहराई से जुड़ते विषय एवीएम बैनर की पहचान बन गए।

एवीएम के बैनर तले तमिल फिल्म उद्योग में कई सदाबहार और सुपरहिट फिल्में बनी हैं,जिन्होंने न केवल राज्य में बल्कि पूरे भारत में अपनी पहचान बनाई। ‘ओरु रावू’, ‘नानुम ओरु पेन’, ‘संसारम अधू मिनसारम’, ‘कुलदेवम’ जैसी फिल्में अपने दौर में ब्लॉकबस्टर रहीं। इन फिल्मों ने सामाजिक विषयों,पारिवारिक बंधनों और मानवीय कहानियों को अनोखे ढंग से प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीता।

लेकिन एवीएम की सबसे लोकप्रिय और देशभर में छाप छोड़ने वाली फिल्म रही रजनीकांत की सुपरहिट फिल्म ‘शिवाजी: द बॉस’, जो 2007 में रिलीज़ हुई थी। एवीएम उत्पादन की यह फिल्म तमिल के साथ-साथ हिंदी,तेलुगू और अँग्रेजी में भी रिलीज़ की गई और सभी भाषाओं में इसने अभूतपूर्व सफलता हासिल की। फिल्म ने साबित किया कि एवीएम सिर्फ क्षेत्रीय सीमा तक सीमित नहीं है,बल्कि वैश्विक दर्शकों तक पहुँचने का साहस और क्षमता रखता है। निर्देशक शंकर और सुपरस्टार रजनीकांत की जोड़ी के साथ एवीएम ने तकनीकी और प्रस्तुतीकरण के स्तर पर एक नया मानदंड स्थापित किया।

एवीएम प्रोडक्शन हाउस सिर्फ फिल्मों तक सीमित नहीं रहा,बल्कि टेलीविजन से लेकर हाल के वर्षों में ओटीटी सामग्री के निर्माण तक विस्तारित हुआ। उन्होंने डिजिटल युग की बदलती जरूरतों को समझते हुए वेब सीरीज और डिजिटल फिल्मों का निर्माण भी शुरू किया,जिससे नए दर्शकों और नई पीढ़ी को जोड़ने में उन्हें सफलताएँ मिलीं। एवीएम सरवनन की यही दूरदर्शिता उन्हें भारतीय सिनेमा का एक अग्रणी निर्माता बनाती है।

उनके निधन के बाद फिल्म उद्योग के कई दिग्गजों ने उनके योगदान को याद किया। वरिष्ठ कलाकारों और फिल्मनिर्माताओं ने कहा कि सरवनन सिर्फ एक निर्माता नहीं थे,बल्कि फिल्म उद्योग के एक आदर्श संरक्षक थे,जिन्होंने कलाकारों को मौके दिए,नए चेहरों को आगे बढ़ाया और तमिल सिनेमा की तकनीकी क्षमता को बढ़ाने पर लगातार काम किया। एवीएम स्टूडियो में कई फिल्में शूट हुईं और यह स्टूडियो दक्षिण भारत के सबसे प्रतिष्ठित फिल्म निर्माण केंद्रों में से एक बन गया।

एवीएम सरवनन के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए एवीएम स्टूडियो में रखा गया है, जहाँ परिवार के सदस्य,फिल्म उद्योग की हस्तियाँ,राजनीतिक नेता और अन्य श्रद्धांजलि देने पहुँच रहे हैं। दोपहर 3:30 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उम्मीद है कि अंतिम संस्कार में तमिल फिल्म उद्योग के बड़े कलाकारों,निर्माताओं और कई राजनीतिक नेताओं की उपस्थिति रहेगी।

उनके निधन ने तमिल सिनेमा में एक ऐसा खालीपन छोड़ दिया है,जिसे भरना आसान नहीं होगा। उनकी बनाई विरासत,दिए गए योगदान और स्थापित किए गए उच्च मानदंड आने वाले कई वर्षों तक नई पीढ़ी को प्रेरित करते रहेंगे। एवीएम सरवनन का जीवन भारतीय सिनेमा के विकास का एक महत्वपूर्ण अध्याय था और उनका जाना एक युग के समाप्त होने जैसा है।