जसप्रीत बुमराह (तस्वीर क्रेडिट@shailesh27_)

ओवल टेस्ट से पहले टीम इंडिया को बड़ा झटका,जसप्रीत बुमराह हुए बाहर,पंत पहले ही नहीं खेल रहे

नई दिल्ली,30 जुलाई (युआईटीवी)- भारत और इंग्लैंड के बीच जारी प्रतिष्ठित एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुँच चुकी है। इस सीरीज का पाँचवां और आखिरी टेस्ट मैच लंदन के ओवल मैदान में गुरुवार से शुरू होगा। जहाँ एक ओर भारतीय टीम को सीरीज बराबरी पर खत्म करने के लिए यह मुकाबला हर हाल में जीतना जरूरी है,वहीं दूसरी तरफ टीम इंडिया को इस बेहद अहम टेस्ट से पहले एक के बाद एक झटके लगे हैं। पहले ही स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के बाहर होने की पुष्टि हो चुकी थी,अब बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भी इस मैच से बाहर रखने का फैसला लिया है।

जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति भारत के लिए न सिर्फ गेंदबाजी आक्रमण को कमजोर करती है,बल्कि मैच की रणनीति पर भी सीधा असर डालती है। बुमराह इस सीरीज के सबसे प्रमुख गेंदबाजों में से एक रहे हैं और उनकी तेज गेंदबाजी ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया है,लेकिन बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने उनकी पीठ की स्थिति को देखते हुए उन्हें इस मुकाबले से आराम देने की सिफारिश की है,जिसे टीम मैनेजमेंट ने स्वीकार किया है।

दरअसल,बुमराह को लेकर पहले से ही यह योजना थी कि वह इस इंग्लैंड दौरे में सिर्फ तीन टेस्ट ही खेलेंगे। उन्होंने पहला टेस्ट हेडिंग्ले में खेला था,दूसरा टेस्ट बर्मिंघम में नहीं खेले,फिर लॉर्ड्स और ओल्ड ट्रैफर्ड में टीम का हिस्सा रहे। यानी वह अब तक तीन टेस्ट खेल चुके हैं और अब उन्हें अंतिम टेस्ट में आराम दिया जा रहा है। यह निर्णय लंबे समय तक बुमराह को फिट बनाए रखने के नजरिए से लिया गया है,जिससे वह आगामी सीरीजों में बिना चोट के योगदान दे सकें।

ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट में उनकी गेंदबाजी पर थकावट साफ नजर आई थी। बुमराह ने 33 ओवर की गेंदबाजी करते हुए केवल दो विकेट लिए और पहली बार अपने करियर में एक पारी में 100 से ज्यादा रन लुटाए। यह संकेत था कि उनकी शारीरिक क्षमता पर दबाव बढ़ रहा है और उन्हें पूर्ण आराम की जरूरत है। ऐसे में तीन दिन का ब्रेक भी उनकी थकान नहीं मिटा सका और टीम प्रबंधन ने उनके भविष्य को देखते हुए जोखिम नहीं उठाने का निर्णय लिया।

इससे पहले ही विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत भी चोट के चलते इस मुकाबले से बाहर हो चुके हैं। पंत की अनुपस्थिति से बल्लेबाजी क्रम में गहराई की कमी महसूस हो सकती है। ऐसे में भारत को प्लेइंग इलेवन में संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ बदलाव करने होंगे।

हालाँकि,टीम के लिए एक राहत की बात यह है कि तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह और आकाश दीप फिट हो चुके हैं। ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट के बाद टीम के मेंटर गौतम गंभीर ने पुष्टि की थी कि सभी तेज गेंदबाज अब फिट हैं। आकाश दीप ने इस सीरीज में भारत की इकलौती जीत में अहम भूमिका निभाई थी और उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने इंग्लिश बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था। वहीं,अर्शदीप सिंह को अभी टेस्ट डेब्यू का इंतजार है,लेकिन उनके बाएँ हाथ की स्विंग गेंदबाजी को देखते हुए उन्हें ओवल की परिस्थितियों में उतारा जा सकता है।

ओवल की पिच आमतौर पर तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद देती है,लेकिन यहाँ का बाउंस और आउटफील्ड बल्लेबाजों के लिए भी अनुकूल रहता है। ऐसे में भारत को गेंदबाजी आक्रमण में विविधता बनाए रखने के लिए रणनीतिक रूप से सोचना होगा। मोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी के बाद बुमराह का बाहर होना भारत के लिए दोहरी चुनौती है,लेकिन उमेश यादव,आकाश दीप और अर्शदीप जैसे विकल्पों के रहते टीम को अपनी बेंच स्ट्रेंथ पर भरोसा दिखाना होगा।

भारत की नजर इस मैच को जीतकर सीरीज को 2-2 से बराबर करने पर है,जिससे वे इंग्लैंड में एक और ऐतिहासिक वापसी कर सकें। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने विदेशी जमीन पर अपनी साख मजबूत की है और अब इस मैच में एक बार फिर वही आत्मविश्वास दिखाना होगा। हालाँकि,बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ी की कमी टीम को जरूर खलेगी,लेकिन युवा खिलाड़ियों को यह मौका मिलेगा कि वे खुद को साबित करें और भारत को जीत की राह पर ले जाएँ।

अब देखना यह होगा कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया किस संयोजन के साथ मैदान में उतरती है और किस तरह से अपने प्रमुख खिलाड़ियों की गैरहाजिरी के बावजूद इंग्लैंड को मात देने की रणनीति बनाती है। ओवल टेस्ट केवल एक मैच नहीं,बल्कि भारत की ताकत,धैर्य और रणनीति की परीक्षा है,जिसमें युवा खिलाड़ियों को नेतृत्व का भार संभालना होगा और खुद को टीम के भरोसेमंद स्तंभ के रूप में स्थापित करना होगा।