थाईलैंड-कंबोडिया सीमा संघर्ष (तस्वीर क्रेडिट@Virende72717973)

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा संघर्ष चौथे दिन में प्रवेश, 80,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया,स्कूल बंद

नोम पेन्ह,28 जुलाई (युआईटीवी)- थाईलैंड और कंबोडिया के बीच चल रहा सशस्त्र संघर्ष रविवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया है। इस संघर्ष के कारण कंबोडिया के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर होना पड़ा है। कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय की उप सचिव और प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल मैली सोचेटा ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि अब तक लगभग 80,000 ग्रामीणों को संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों से बाहर निकाला गया है।

सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक,कंबोडिया के प्रीह विहार,ओड्डार मीनचेय और पुरसत प्रांतों में करीब 25,000 परिवारों को हटाया गया है। इसके साथ ही,सुरक्षा कारणों से इन क्षेत्रों के 536 स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है,जिससे लगभग 1.3 लाख छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को अलर्ट पर रखा है,ताकि विस्थापित लोगों को राहत शिविरों में मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।

गुरुवार को शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक दोनों ओर से 30 से अधिक लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है,जबकि 100,000 से अधिक लोगों को विभिन्न स्थानों पर पुनर्वासित किया गया है। कंबोडिया और थाईलैंड,दोनों एक-दूसरे पर संघर्ष शुरू करने और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने के आरोप लगा रहे हैं। थाई सेना ने कंबोडिया पर गोलीबारी की शुरुआत करने का आरोप लगाया है,जबकि कंबोडियाई अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने केवल आत्मरक्षा में कार्रवाई की।

इस बढ़ते तनाव के बीच कंबोडिया के स्टेट सेक्रेटेरियट ऑफ सिविल एविएशन (एसएससीए) ने शनिवार को थाईलैंड के साथ सीमा क्षेत्र के ऊपर हवाई उड़ानों पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। एसएससीए के सचिव सिन चान्सेरी वुथा ने बताया कि सभी एयरलाइंस को पोइपेट शहर,पैलिन प्रांत और सिएम रीप प्रांत के सीमावर्ती क्षेत्रों के ऊपर से उड़ान भरने से बचने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम विमानों और यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।

वुथा ने एक ऑडियो संदेश में बताया कि किसी भी विमान को 1,200 मीटर से कम ऊँचाई पर उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब तक नोम पेन्ह से बैंकॉक और सिएम रीप से बैंकॉक के लिए चलने वाली अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में कोई बाधा नहीं आई है,क्योंकि एयरलाइंस ने अपने मार्गों में बदलाव करके प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बचाव कर लिया है।

इस संघर्ष ने न केवल आम नागरिकों को प्रभावित किया है,बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और कंबोडिया-थाईलैंड संबंधों पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है। दोनों देशों के बीच सीमा विवाद कोई नया विषय नहीं है,लेकिन हालिया घटनाएँ इस विवाद को एक खतरनाक मोड़ पर ले जा रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की अपील की है।

संयुक्त राष्ट्र और आसियान देशों की निगाहें इस संघर्ष पर टिकी हुई हैं। विशेष रूप से प्रीह विहार मंदिर क्षेत्र को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा है,जो यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है और दोनों देशों के लिए सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व रखता है। कई बार यह स्थल दोनों देशों के बीच हिंसक झड़पों का केंद्र बन चुका है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कंबोडिया की सरकार ने अपने सभी नागरिकों से संयम बरतने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। सरकारी प्रवक्ताओं ने बताया कि सेना पूरी तरह सतर्क है और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। साथ ही,स्वास्थ्य सेवाओं,राहत सामग्री और अस्थायी आवास की व्यवस्था तेजी से की जा रही है,ताकि विस्थापित लोगों को असुविधा न हो।

अब तक थाईलैंड की ओर से कोई बड़ा आधिकारिक बयान नहीं आया है,लेकिन वहाँ की सैन्य और प्रशासनिक एजेंसियाँ भी हाई अलर्ट पर हैं। यह देखना अब बाकी है कि आने वाले दिनों में यह संघर्ष किस दिशा में जाता है क्या दोनों देश कूटनीतिक समाधान की ओर बढ़ेंगे या स्थिति और बिगड़ेगी,लेकिन एक बात स्पष्ट है कि सीमा पार यह हिंसा आम लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ रही है और क्षेत्रीय शांति के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है।