थाईलैंड-कंबोडिया सीमा तनाव (तस्वीर क्रेडिट@adv_soyyab)

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा तनाव के बीच भारतीय नागरिकों को यात्रा से बचने की सलाह

फनोम पेन्ह,26 जुलाई (युआईटीवी)- थाईलैंड और कंबोडिया की सीमा पर जारी बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत ने कंबोडिया में रहने या यात्रा कर रहे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। फनोम पेन्ह स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को भारतीय नागरिकों को सलाह दी कि वे फिलहाल सीमा क्षेत्रों की यात्रा करने से बचें। दूतावास ने कहा कि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और किसी भी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक दूतावास से तुरंत संपर्क करें। इसके लिए दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी साझा की है।

भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर जारी झड़पों को ध्यान में रखते हुए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे सीमा क्षेत्रों की यात्रा से बचें। किसी भी आपात स्थिति में भारतीय नागरिक फनोम पेन्ह स्थित भारतीय दूतावास के नंबर +855 92881676 पर कॉल करें या cons.phnompenh@mea.gov.in पर ईमेल करें।” यह एडवाइजरी इसलिए जारी की गई है क्योंकि सीमा पर झड़पें लगातार तीसरे दिन भी जारी रहीं और हालात गंभीर होते जा रहे हैं।

शनिवार को कंबोडिया के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि थाईलैंड के साथ सीमा पर हुए संघर्ष में अब तक कम-से-कम 13 लोगों की मौत हो चुकी है,जबकि 71 अन्य घायल हुए हैं। कंबोडिया की ओर से दावा किया गया कि थाई सेना ने संघर्ष का दायरा बढ़ाते हुए हमलों को एक और कंबोडियाई प्रांत तक फैलाया। कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय के अंडरसेक्रेटरी और प्रवक्ता माली सोचेटा ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि पाँच कंबोडियाई सैनिक मारे गए हैं और 21 घायल हुए हैं। इसके अलावा,ओडर मीन्चे प्रांत में आठ नागरिकों की मौत हो गई है और 50 अन्य घायल हुए हैं।

कंबोडियाई रक्षा मंत्रालय ने यह भी दावा किया कि शनिवार को थाई सेना ने पुरसत प्रांत को भी निशाना बनाया,जिससे वहाँ भी हालात बिगड़ गए हैं। वहीं,थाई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार,झड़पों की शुरुआत शनिवार को तीसरे दिन भी तब हुई जब कथित तौर पर कंबोडियाई सैनिकों ने थाई सैनिकों पर गोलीबारी की। इसके जवाब में थाई सेना ने जवाबी कार्रवाई की,जिससे संघर्ष और बढ़ गया।

थाईलैंड की पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि यह झड़पें तब शुरू हुईं,जब कंबोडियाई सैनिकों ने सीमा पार थाई सैनिकों पर फायरिंग की। थाई रक्षा मंत्रालय के अनुसार,थाई सेना ने जवाबी कार्रवाई में थाई नेवी की मदद से एक अभियान चलाया,जिसके तहत कंबोडियाई घुसपैठ को तीन महत्वपूर्ण बिंदुओं से पीछे धकेला गया। थाई नेवी ने चार जहाजों की एक टास्क फोर्स को त्राट प्रांत में तैनात किया है,ताकि थल सेना को सीमा सुरक्षा में मदद दी जा सके।

सीमा पर स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले तीन दिनों में दोनों देशों की सेनाओं के बीच झड़पें लगातार जारी हैं। इन झड़पों के कारण सीमा क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के बीच भय का माहौल है। कई लोग सुरक्षित इलाकों की ओर पलायन कर रहे हैं। सीमा से सटे कस्बों और गाँवों में रोजमर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हुई है।

इससे पहले शुक्रवार को थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया था। थाईलैंड में भारतीय दूतावास ने अपने बयान में कहा था कि भारतीय नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और थाईलैंड की आधिकारिक एजेंसियों से अपडेटेड जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। यह सलाह मुख्य रूप से उन भारतीय नागरिकों के लिए दी गई थी जो सीमा के नजदीकी इलाकों में रहते या वहाँ की यात्रा की योजना बना रहे हैं।

कंबोडिया और थाईलैंड के बीच यह सीमा विवाद नया नहीं है। दोनों देशों के बीच पहले भी कई बार सीमा को लेकर झड़पें हो चुकी हैं। हाल ही में दोनों देशों की सेनाओं ने सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है,जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह संघर्ष लंबे समय तक जारी रहता है,तो इसका असर न सिर्फ दोनों देशों की सुरक्षा स्थिति पर पड़ेगा,बल्कि इससे पूरे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा हो सकती है।

भारतीय दूतावास की एडवाइजरी के बाद कंबोडिया में रह रहे भारतीय नागरिकों में भी चिंता बढ़ गई है। भारतीय दूतावास ने कहा है कि वह हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और जरूरत पड़ने पर भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। भारतीय दूतावास ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल दूतावास या स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।

वर्तमान में भारतीय दूतावास पूरी तरह सक्रिय है और उसने आपातकालीन स्थितियों के लिए विशेष हेल्पलाइन भी जारी की है। दूतावास ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की आपात स्थिति में भारतीय नागरिक तुरंत संपर्क करें,ताकि उन्हें आवश्यक मदद पहुँचाई जा सके।

सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच अब अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भी नजर इस पर टिकी है कि थाईलैंड और कंबोडिया इस संघर्ष को जल्द सुलझा पाते हैं या नहीं। दोनों देशों के नेताओं के बीच अब तक कोई उच्चस्तरीय वार्ता नहीं हुई है,लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि कूटनीतिक प्रयासों के जरिए तनाव को कम करने की कोशिशें तेज की जाएँगी।