एडिलेड,16 दिसंबर (युआईटीवी)- ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच बहुप्रतीक्षित एशेज सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच बुधवार से एडिलेड ओवल में खेला जाना है,लेकिन इस मुकाबले से पहले सुरक्षा को लेकर माहौल गंभीर हो गया है। सिडनी के बॉन्डी बीच पर हाल ही में हुई गोलीबारी की घटना के बाद दक्षिण ऑस्ट्रेलिया प्रशासन ने एहतियातन एडिलेड ओवल और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने का फैसला किया है। इस फैसले का उद्देश्य किसी भी संभावित खतरे से निपटना और हजारों दर्शकों,खिलाड़ियों तथा अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बताया गया है।
दक्षिण ऑस्ट्रेलिया के स्टेट प्रीमियर पीटर मलिनाउस्कस ने स्पष्ट किया है कि एडिलेड ओवल में खेले जाने वाले इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू किए जाएँगे। उन्होंने कहा कि सिडनी में हुई दुखद घटना को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता और ऐसे समय में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। मलिनाउस्कस के अनुसार,यह कदम किसी ठोस खतरे की जानकारी के आधार पर नहीं बल्कि पूरी तरह एहतियात के तौर पर उठाया गया है,ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से पहले ही निपटा जा सके।
डेली मेल के हवाले से पीटर मलिनाउस्कस ने कहा कि सिडनी में जो कुछ हुआ,उसे देखते हुए यह सही समय है कि बड़े सार्वजनिक आयोजनों में सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरती जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आम दर्शकों को घबराने की जरूरत नहीं है,लेकिन प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वह हर संभावित जोखिम को गंभीरता से ले। इसी के तहत एडिलेड ओवल के आसपास राइफल से लैस पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी और स्टेडियम में आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
दरअसल,बॉन्डी बीच पर यह गोलीबारी एक यहूदी धार्मिक कार्यक्रम के दौरान हुई थी,जिसने पूरे ऑस्ट्रेलिया को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 16 लोगों की मौत हो गई थी,जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे। घटना के बाद सुरक्षाबलों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों हमलावरों को पकड़ लिया था। इनमें से एक हमलावर की मौके पर ही मौत हो गई,जबकि दूसरा अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है। इस घटना ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को,बल्कि आम लोगों को भी गहरी चिंता में डाल दिया है।
इसी पृष्ठभूमि में दक्षिण ऑस्ट्रेलिया पुलिस आयुक्त ग्रांट स्टीवंस ने बताया कि एशेज टेस्ट मैच के दौरान एडिलेड ओवल के आसपास विशेष रूप से प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि ये सुरक्षाकर्मी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उनकी मौजूदगी दर्शकों की सुरक्षा के लिहाज से बेहद जरूरी है। स्टीवंस के मुताबिक,पुलिस की बढ़ी हुई मौजूदगी का मकसद डर का माहौल बनाना नहीं,बल्कि लोगों को यह भरोसा दिलाना है कि उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
हालाँकि,प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने यह भी साफ किया है कि फिलहाल क्रिकेट मैच या किसी अन्य बड़े सार्वजनिक कार्यक्रम को लेकर किसी तरह के ठोस खतरे के संकेत नहीं मिले हैं। अधिकारियों का कहना है कि खुफिया एजेंसियाँ लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं और जैसे ही किसी भी तरह की संदिग्ध जानकारी सामने आएगी,तुरंत आवश्यक कदम उठाए जाएँगे। इस बीच दर्शकों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें और सुरक्षा जाँच में पूरा सहयोग करें।
इस दुखद घटना के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने संयुक्त बयान जारी कर बॉन्डी बीच हमले पर गहरा शोक व्यक्त किया है। दोनों बोर्ड्स ने पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि खेल जगत इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है। सम्मान और एकजुटता के प्रतीक के रूप में यह भी तय किया गया है कि तीसरे टेस्ट मैच की शुरुआत से पहले एक मिनट का मौन रखा जाएगा। इसके अलावा,ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों टीमों के खिलाड़ी काली पट्टी बाँधकर मैदान में उतरेंगे।
क्रिकेट के नजरिए से देखें तो यह टेस्ट मैच एशेज सीरीज के लिहाज से बेहद अहम है। पाँच मैचों की इस सीरीज में ऑस्ट्रेलिया फिलहाल 2-0 से आगे है और तीसरा टेस्ट जीतकर वह एशेज ट्रॉफी को अपने पास बनाए रखने की दिशा में बड़ा कदम उठाना चाहेगा। वहीं इंग्लैंड की टीम इस मुकाबले को हर हाल में जीतकर सीरीज में वापसी की उम्मीदों को जिंदा रखना चाहेगी। ऐसे में मैदान पर जहाँ रोमांचक क्रिकेट देखने को मिलेगा,वहीं मैदान के बाहर सुरक्षा व्यवस्था पर भी सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
एडिलेड ओवल में होने वाला यह टेस्ट मैच सिर्फ क्रिकेट का उत्सव नहीं,बल्कि बदले हुए वैश्विक हालात में सुरक्षा और सतर्कता का भी प्रतीक बन गया है। प्रशासन का कहना है कि खेल का आनंद और लोगों की सुरक्षा,दोनों में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
