नई दिल्ली, 13 जून (युआईटीवी/आईएएनएस)| बीएसई और एनएसई ने सोमवार से दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) के शेयरों में ट्रेडिग बंद करने का फैसला किया है। दिवालिया कानून के तहत रेजोल्यूशन प्रक्रिया के दौरान यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अगुआई वाले कर्जदाताओं ने डीएचएफएल के अधिग्रहण के लिए पीरामल ग्रुप की बोली का समर्थन किया था।
कर्ज में डूबी और दिवालिया हो चुकी दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी (डीएचएफएल) के शेयरों की डीलिस्टिंग पिरामल एंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी की समाधान योजना के तहत की गई है।
एनएसई सर्कुलर ने कहा गया है, “नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (कैपिटल मार्केट) ट्रेडिंग रेगुलेशन पार्ट ए के रेगुलेशन 3.1.2 के अनुसरण में और ऊपर उल्लिखित कारणों द्वारा सूचित किया गया है कि निम्नलिखित सिक्योरिटी को 14 जून, 2021 से ट्रेडिंग से निलंबित कर दिया जाएगा । “
यह नोट किया गया कि कंपनी ने 9 जून, 2021 की घोषणा के माध्यम से कहा कि भारतीय दिवाला और दिवालियापन बोर्ड (कॉरपोरेट व्यक्तियों के लिए दिवाला समाधान प्रक्रिया)2016 के तहत नियुक्त पंजीकृत मूल्यांकन कतार्ओ द्वारा अनुमानित कंपनी के परिसमापन मूल्य के अनुसार इक्विटी शेयरों के लिए कोई मूल्य नहीं था।
एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने 7 जून को डीएचएफएल के लिए पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड की समाधान योजना को मंजूरी दी थी।
पिरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, पिरामल एंटरप्राइजेज की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
राष्ट्रीय कंपनी कानून अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) ने 25 मई को एनसीएलटी के आदेश पर रोक लगा दी थी, जिसमें डीएचएफएल की लेनदारों की समिति (सीओसी) को उसके पूर्व प्रमोटर कपिल वधावन के निपटान पर विचार करने का निर्देश दिया गया था।
शुक्रवार को बीएसई पर डीएचएफएल के शेयर अपने पिछले बंद से 9.97 फीसदी की गिरावट के साथ 16.70 रुपये पर बंद हुए थे।
