वाशिंगटन,26 दिसंबर (युआईटीवी)- अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने क्रिसमस के मौके पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर एक बार फिर से तंज कसा है। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “ट्रुथ सोशल” पर यह टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने ट्रूडो को “कनाडा का गवर्नर” कहा। यह टिप्पणी ट्रंप की उस पहले की टिप्पणी का विस्तार थी,जिसमें उन्होंने ट्रूडो को कनाडा के “महान राज्य का गवर्नर” करार दिया था। ट्रंप ने इस पोस्ट में मजाकिया अंदाज में कहा कि कनाडा यदि संयुक्त राज्य अमेरिका का 51वां राज्य बन जाए, तो वहाँ के नागरिकों को टैक्स में 60 प्रतिशत से अधिक की कटौती मिल सकती है,उनके व्यवसायों का आकार दोगुना हो सकता है और उन्हें अमेरिका की सैन्य सुरक्षा प्राप्त हो सकती है, जो अन्य देशों को कभी नहीं मिलती।
ट्रंप की यह टिप्पणी स्पष्ट रूप से उनके विवादास्पद और कूटनीतिक दृष्टिकोण को दिखाती है,जो उनके आलोचकों के लिए अपमानजनक हो सकती है। उन्होंने ट्रूडो के साथ अपने संबंधों पर भी तंज करते हुए कहा कि वह जल्द-ही कनाडा के गवर्नर से फिर मिलकर व्यापार और टैरिफ पर अपनी गहन बातचीत जारी रखेंगे,जो उनके अनुसार “सभी के लिए शानदार परिणाम” लाएँगे।
इसके अलावा, ट्रंप ने सोशल मीडिया पर यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि “नेशनल हॉकी लीग (एनएचएल) के दिग्गज खिलाड़ी वेन ग्रेट्जकी” को कनाडा का नेतृत्व करना चाहिए,क्योंकि वह उनके मुताबिक,कनाडा के भविष्य के लिए सबसे उपयुक्त नेता होंगे। यह बयान भी ट्रंप की आम तौर पर सनसनीखेज और विवादास्पद शैली का हिस्सा था,जो कभी-कभी उनकी राजनीति के प्रतीक के रूप में उभर कर सामने आती है।
ट्रंप की ये टिप्पणियाँ उनके पूर्व में की गई एक अन्य विवादास्पद टिप्पणी का विस्तार थीं,जिसमें उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को मजाकिया ढंग से “कनाडा के महान राज्य का गवर्नर” कहा था। यह बयान उनकी राजनीतिक शैली की एक और मिसाल है,जो कभी-कभी दूसरों के ऊपर हँसी उड़ाने,व्यंग्य करने और छेड़ने से भरी होती है। यह टिप्पणी तब की गई थी,जब ट्रंप और ट्रूडो के बीच व्यापार,सुरक्षा और अन्य अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत हो रही थी।
ट्रंप के आलोचक यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह बयान जानबूझकर अपमानजनक था या फिर यह केवल उनकी सामान्य शैली का हिस्सा था। चाहे जैसा भी हो,ट्रंप के इस बयान ने अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में एक नई चर्चा को जन्म दिया है। उनके आलोचक इसे एक प्रकार का अपमान मानते हैं,जबकि उनके समर्थक इसे एक और उदाहरण मानते हैं कि वह अमेरिका की प्रतिष्ठा और शक्ति को लेकर किसी से भी झुकने को तैयार नहीं हैं।
ट्रंप ने अपनी टिप्पणी में कट्टरपंथी वामपंथियों पर भी निशाना साधा और उन्होंने क्रिसमस के मौके पर एक पोस्ट में कहा कि वह उन “कट्टरपंथी वामपंथी पागलों” को भी शुभकामनाएँ देते हैं,जो हमेशा अमेरिकी न्याय व्यवस्था और चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश करते हैं। ट्रंप ने इन वामपंथियों को सख्त शब्दों में फटकार लगाई और कहा कि ये लोग हमेशा अमेरिकी नागरिकों और देशभक्तों के खिलाफ काम करते हैं,खासकर उनके राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ।
इसके अलावा, ट्रंप ने राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी हमला किया और उन्होंने बाइडेन पर यह आरोप लगाया कि वह एक ऐसे व्यक्ति हैं,जो अपनी नीतियों और फैसलों के बारे में बिल्कुल भी नहीं समझते। उन्होंने विशेष रूप से बाइडेन द्वारा अपराधियों को दिए गए माफीनामे पर विरोध व्यक्त किया,जिसमें 37 सबसे हिंसक अपराधियों को माफ किया गया था,जिन्होंने हत्या,बलात्कार और लूटपाट जैसी जघन्य क्रियाओं को अंजाम दिया था। ट्रंप ने इसे अविश्वसनीय बताते हुए कहा कि बाइडेन ने इन अपराधियों को माफ कर दिया है,जो पूरी तरह से गलत था।
ट्रंप ने इस मुद्दे पर अपनी क्रोधित प्रतिक्रिया में लिखा कि वह उन अपराधियों को क्रिसमस की शुभकामनाएँ देने से इनकार करते हैं। इसके बजाय,उन्होंने कहा, “नरक में जाओ!” यह बयान उनके आलोचकों के लिए और भी अधिक विवाद का कारण बना,क्योंकि यह उनकी शैली के अनुसार अधिक उग्र और अपमानजनक था।
अपने विवादास्पद बयानों में,पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पनामा नहर पर अमेरिकी नियंत्रण को लेकर परोक्ष रूप से धमकी देते हुए कहा कि, सभी को मेरे तरफ से क्रिसमस की शुभकामनाएँ,जिसमें चीन के अद्भुत सैनिक भी शामिल हैं। चीन के ये सैनिक प्यार से लेकिन अवैध रूप से,पनामा नहर का संचालन कर रहे हैं। हम जानते हैं कि 110 साल पहले इस नहर के निर्माण में हमने 38,000 लोगों की जान गंवाई थी और नहर के मरम्मत पर अमेरिका अरबों डॉलर खर्च कर रहा है ,लेकिन चीन को इस पर कोई आपत्ति उठाने का अधिकार नहीं है। ट्रंप का यह बयान पनामा नहर पर चीन के प्रभाव और अमेरिकी हितों के संदर्भ में उनकी कड़ी आलोचना का हिस्सा था।
इस प्रकार,ट्रंप ने अपनी पोस्ट के जरिए कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की है। उनके बयानों में व्यंग्य,आलोचना और अप्रत्यक्ष धमकियाँ स्पष्ट रूप से दिखती हैं,जो उनके समर्थकों के लिए आकर्षक हो सकती हैं,लेकिन उनके आलोचकों के लिए यह चिंताजनक हो सकता है। ट्रंप का राजनीतिक दृष्टिकोण और उनकी भाषा शैली हमेशा से विवादों के घेरे में रही है और यह क्रिसमस के मौके पर उनकी टिप्पणियों ने एक बार फिर से उनके विवादास्पद व्यक्तित्व को उजागर किया है।
