तुर्की में भूकंप से नष्ट इमारत

तुर्की के बालिकेसिर प्रांत में 6.1 तीव्रता का भूकंप,एक की मौत,कई घायल,15 से अधिक इमारतें ढहीं

इस्तांबुल,11 अगस्त (युआईटीवी)- तुर्की के उत्तर-पश्चिमी प्रांत बालिकेसिर में रविवार शाम आए 6.1 तीव्रता के भूकंप ने पूरे क्षेत्र में भय और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया। आपदा और आपातकालीन प्रबंधन प्राधिकरण (एएफएडी) के अनुसार,यह भूकंप स्थानीय समयानुसार शाम 7 बजकर 53 मिनट पर सिंदिरगी जिले में आया। जैसे ही धरती हिली,लोग अपने घरों और इमारतों से भागकर सड़कों पर निकल आए। तेज झटकों के कारण कई पुरानी और कमजोर इमारतें ढह गईं,जबकि अन्य को गंभीर नुकसान पहुँचा।

गृह मंत्री अली येरलिकाया ने जानकारी दी कि इस प्राकृतिक आपदा में 81 वर्षीय एक बुजुर्ग की मौत हो गई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार,उन्हें भूकंप के बाद मलबे से बचा लिया गया था,लेकिन गंभीर चोटों के कारण बाद में उनकी मृत्यु हो गई। मंत्री ने बताया कि इस हादसे में कई लोग घायल हुए हैं और 15 से अधिक इमारतें पूरी तरह या आंशिक रूप से ढह गई हैं। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया,जहाँ उनका इलाज जारी है।

तुर्की के प्रमुख समाचार चैनल एनटीवी पर प्रसारित फुटेज में एक ऐसी इमारत दिखाई गई,जो भूकंप के झटकों से पूरी तरह मलबे में तब्दील हो गई थी। राहतकर्मी और दमकल विभाग के कर्मचारी मलबे में फँसे लोगों को निकालने के लिए कठिन प्रयास कर रहे थे। बचाव दल के साथ-साथ भारी संख्या में एम्बुलेंस,दमकल वाहन और अन्य आपातकालीन सेवाएँ मौके पर तैनात की गईं। एएफएडी और अन्य सरकारी एजेंसियों ने भूकंप के तुरंत बाद राहत और बचाव अभियान शुरू कर दिया।

गृह मंत्री येरलिकाया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बताया कि यह झटका इस्तांबुल और आसपास के इलाकों में भी महसूस किया गया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसी अन्य बड़े खतरे या प्रतिकूल स्थिति की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है,लेकिन सरकार और सभी एजेंसियाँ स्थिति पर करीबी नजर रख रही हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार,भूकंप के बाद बालिकेसिर प्रांत के कई क्षेत्रों में बिजली और संचार सेवाएँ बाधित हुई हैं। ठंड के मौसम में लोग अपने घरों से बाहर निकलकर अस्थायी शिविरों या सामुदायिक केंद्रों में शरण ले रहे हैं।

तुर्की भूकंप-प्रवण देशों में से एक है और इसका भौगोलिक स्थान इसे बार-बार भूकंपीय गतिविधियों के खतरे में डालता है। देश के उत्तर में स्थित उत्तरी अनातोलियन फॉल्ट लाइन एक सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र है,जिसने अतीत में कई विनाशकारी भूकंप देखे हैं। इस ताजा हादसे ने एक बार फिर देश की भूकंप संबंधी संवेदनशीलता को उजागर कर दिया है।

यह घटना ऐसे समय हुई है,जब हाल ही में दुनिया के अन्य हिस्सों में भी तेज भूकंपीय गतिविधियाँ दर्ज की गई हैं। 3 अगस्त को रूस के कामचटका प्रायद्वीप में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था,जिसका केंद्र क्षेत्रीय राजधानी पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 277 किलोमीटर दूर और 26 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था। हालाँकि,इस घटना में किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं थी। इसके पहले,रूस के कुरील द्वीप समूह में 7.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था,जिसके बाद प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने स्पष्ट किया कि कोई सुनामी खतरा नहीं है। इसी क्षेत्र में शुक्रवार देर रात 6.2 तीव्रता का एक और भूकंप दर्ज हुआ था।

इसके अलावा,30 जुलाई को आए 8.7 तीव्रता के भीषण भूकंप को अब तक दुनिया में दर्ज किए गए छठे सबसे शक्तिशाली भूकंप के बराबर माना गया है। यह सिलसिला दर्शाता है कि हाल के दिनों में प्रशांत क्षेत्र और उसके आसपास के इलाकों में भूकंपीय गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

तुर्की सरकार ने बालिकेसिर में राहत कार्यों के लिए सभी आवश्यक आपातकालीन संसाधन उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। स्थानीय प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों से जारी सूचनाओं पर भरोसा करें। राहत और बचाव टीमें लगातार मलबे में फँसे लोगों की तलाश कर रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में तंबू,कंबल,भोजन और पीने का पानी वितरित किया जा रहा है। ठंड और बारिश की आशंका को देखते हुए राहत कार्य तेज गति से किए जा रहे हैं,ताकि प्रभावित लोग सुरक्षित आश्रय पा सकें।

इस घटना के बाद विशेषज्ञों ने एक बार फिर आगाह किया है कि तुर्की में भूकंप-रोधी संरचनाओं के निर्माण और पुराने भवनों के नवीनीकरण की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। फरवरी 2023 में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप में देश में 50,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी,जो यह स्पष्ट करता है कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए मजबूत तैयारी और सतर्कता कितनी जरूरी है।

बालिकेसिर के इस भूकंप ने एक बार फिर यह याद दिलाया है कि प्रकृति की ताकत के सामने मानव निर्मित संरचनाएँ कितनी कमजोर साबित हो सकती हैं। अब प्राथमिकता बचाव कार्य को तेजी से आगे बढ़ाने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित व स्थायी पुनर्वास दिलाने की है। सरकार,राहत एजेंसियाँ और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस क्षेत्र पर टिकी हैं,जहाँ लोग इस त्रासदी के बाद सामान्य जीवन की ओर लौटने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।