अभिनेता धर्मेंद्र (तस्वीर क्रेडिट@BAD91BANG)

‘इक्कीस’ में आखिरी बार बड़े पर्दे पर दिखेंगे धर्मेंद्र,बोले—भारत और पाकिस्तान दोनों जगह देखी जानी चाहिए यह फिल्म

नई दिल्ली,20 दिसंबर (युआईटीवी)- बॉलीवुड के हीमैन और दिग्गज सुपरस्टार धर्मेंद्र एक बार फिर दर्शकों के दिलों को छूने के लिए तैयार हैं,लेकिन इस बार यह मुलाकात खास होने वाली है। वजह यह है कि धर्मेंद्र की आने वाली फिल्म इक्कीस उनके करियर की आखिरी फिल्म मानी जा रही है,जो 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। जैसे-जैसे रिलीज की तारीख नजदीक आ रही है,फिल्म को लेकर उत्साह बढ़ता जा रहा है। खास बात यह है कि इस फिल्म में जहाँ एक ओर दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र आखिरी बार बड़े पर्दे पर नजर आएँगे,वहीं दूसरी ओर अमिताभ बच्चन के नाती अगस्तय नंदा भी इसी फिल्म से अपना थिएट्रिकल डेब्यू करने जा रहे हैं।

हालाँकि,अगस्तय नंदा इससे पहले नेटफ्लिक्स की फिल्म द आर्चीज से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक्टिंग की दुनिया में कदम रख चुके हैं,लेकिन इक्कीस उनके लिए बड़े पर्दे की पहली फिल्म है। इसके बावजूद दर्शकों और प्रशंसकों की सबसे ज्यादा भावनाएँ धर्मेंद्र से जुड़ी हुई हैं। दशकों तक हिंदी सिनेमा पर राज करने वाले इस सुपरस्टार को आखिरी बार स्क्रीन पर देखने की चाहत प्रशंसकों के दिलों में साफ झलक रही है।

इसी बीच फिल्म इक्कीस के मेकर्स मैडॉक फिल्म्स ने हाल ही में धर्मेंद्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया,जिसने दर्शकों को भावुक कर दिया। यह वीडियो फिल्म के कुछ दृश्यों के साथ-साथ धर्मेंद्र के दिल से निकले शब्दों का संगम है। वीडियो में धर्मेंद्र न सिर्फ फिल्म के अनुभव को साझा करते नजर आते हैं,बल्कि अपने प्रशंसकों के लिए भी एक भावनात्मक संदेश देते हैं।

वीडियो में धर्मेंद्र कहते हैं कि वह मैडॉक फिल्म्स का हिस्सा बनकर बेहद खुश हैं। उन्होंने फिल्म की पूरी टीम और निर्देशक श्रीराम राघवन की जमकर तारीफ की। धर्मेंद्र के शब्दों में झलकता है कि इक्कीस उनके लिए सिर्फ एक फिल्म नहीं,बल्कि एक यादगार यात्रा रही है। वह कहते हैं कि फिल्म बहुत अच्छे तरीके से बनकर तैयार हुई है और उन्हें इस प्रोजेक्ट का हिस्सा होने पर गर्व है।

सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला हिस्सा तब आता है,जब धर्मेंद्र कहते हैं कि उन्हें लगता है कि यह फिल्म भारत और पाकिस्तान—दोनों देशों के लोगों को जरूर देखनी चाहिए। उनके इस बयान ने दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। एक ऐसी फिल्म,जो 1971 के भारत-पाक युद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित है,उसके लिए धर्मेंद्र का यह संदेश अपने आप में खास महत्व रखता है। यह बयान न सिर्फ एक कलाकार की सोच को दर्शाता है,बल्कि यह भी बताता है कि सिनेमा किस तरह सीमाओं से ऊपर उठकर इंसानियत और साझा इतिहास की बात कर सकता है।

वीडियो में धर्मेंद्र का भावुक पक्ष भी सामने आता है। वह कहते हैं कि आज शूटिंग का आखिरी दिन है,इसलिए वह एक साथ खुश भी हैं और दुखी भी। उनके शब्दों में वह अपनापन झलकता है,जिसने उन्हें दशकों तक दर्शकों के दिलों से जोड़े रखा। धर्मेंद्र अपने प्रशंसकों से प्यार का इजहार करते हुए यह भी कहते हैं कि अगर उनसे कभी कोई गलती हो गई हो,तो उसके लिए वह माफी चाहते हैं। इस संदेश के सामने आते ही सोशल मीडिया पर फैंस की भावनाएँ उमड़ पड़ीं। कई लोग कमेंट्स में इक्कीस का फर्स्ट डे फर्स्ट शो देखने की बात कहते नजर आए,तो कई ने धर्मेंद्र को एक युग का सुपरस्टार बताते हुए भावुक विदाई दी।

फिल्म इक्कीस की बात करें तो यह सिर्फ एक बायोपिक या वॉर फिल्म नहीं है,बल्कि यह साहस,बलिदान और कर्तव्य की कहानी है। फिल्म का निर्देशन मशहूर फिल्ममेकर श्रीराम राघवन ने किया है,जो अपनी अलग और प्रभावशाली कहानी कहने की शैली के लिए जाने जाते हैं। इस फिल्म में अगस्तय नंदा परमवीर चक्र विजेता सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभाते नजर आएँगे। अरुण खेत्रपाल ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अदम्य साहस दिखाते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। उनकी वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था।

वहीं धर्मेंद्र फिल्म में अरुण खेत्रपाल के पिता ब्रिगेडियर एम. एल. खेत्रपाल के किरदार में नजर आएँगे। यह किरदार उनके व्यक्तित्व और उम्र के अनुरूप गहराई और गरिमा लिए हुए है। पिता और पुत्र के रिश्ते,देशभक्ति और बलिदान की भावना को फिल्म में बेहद संवेदनशील तरीके से पेश किया गया है,ऐसा माना जा रहा है।

इक्कीस सिर्फ एक फिल्म नहीं,बल्कि हिंदी सिनेमा के इतिहास का एक भावनात्मक अध्याय बनने जा रही है। एक ओर जहाँ यह एक युवा अभिनेता अगस्तय नंदा के करियर की नई शुरुआत है,वहीं दूसरी ओर यह धर्मेंद्र जैसे महान कलाकार की सिनेमाई यात्रा का आखिरी पड़ाव भी है। शायद यही वजह है कि धर्मेंद्र चाहते हैं कि यह फिल्म सरहदों से परे जाकर लोगों तक पहुँचे और भारत-पाकिस्तान दोनों जगह के दर्शक इसे देखें। 25 दिसंबर को रिलीज होने वाली इक्कीस से दर्शकों की उम्मीदें काफी ऊँची हैं और अब सबकी नजरें इस ऐतिहासिक और भावनात्मक फिल्म पर टिकी हैं।