तेल अवीव,16 दिसंबर (युआईटीवी)- गाजा में बंधक बनाए गए दौ सैनिकों के शव इजरायली सेना ने बरामद किए। जिसकी घोषणा इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने की। हमास के द्वारा 7 अक्टूबर को हमले करने के बाद दोनों सैनिकों का अपहरण कर गाजा ले जाया गया था।
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने मृतकों की पहचान के बारे में एक बयान जारी किया और कहा कि मृतकों में एक सीपीएल निक बेइज़र (19) और एक सार्जेंट रॉन शर्मन (19) है।
इस बयान में कहा गया कि, ” मृतकों के परिवारों के प्रति इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है और उनका समर्थन करना जारी रखेगा।”
सीपीएल निक बेइज़र के बारे में सेना का कहना है कि बेइज़र आईडीएफ के गाजा जिला समन्वय और संपर्क में काम कर रहा था। इनका काम परमिट और माल का गाजा में क्रॉसिंग के माध्यम से समन्वय करना था। इरेज़ क्रॉसिंग के पास उसके बेस से हमास के आतंकवादियों ने बेइज़र को बंदी बना लिया था।
सार्जेंट रॉन शर्मन के बारे में बताया कि जब उनका अपहरण किया गया,तब वे गाजा सीमा के पास अपने सैन्य अड्डे पर थे।
इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की घोषणा के कुछ घंटों के पश्चात कहा गया कि 7 अक्टूबर को सुपरनोवा उत्सव से अपहरण किए गए एक और बंधक का शव विशेष बलों ने गाजा में बरामद किया है।
जिस शव को बरामद किया गया है,उसके बारे में इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने बताया कि यह शव 28 वर्षीय एलिया टोलेडानो का है। जिसे परिचालन गतिविधि के दौरान बरामद किया गया था। यह परिचालन गतिविधि सैन्य खुफिया निदेशालय की यूनिट 504 और 551वीं ब्रिगेड द्वारा की गई।
इसमें कहा गया है कि टोलेडानो के शव को इज़राइल वापस लाया गया। उसके बाद शव की पहचान चिकित्सा और रब्बी अधिकारियों द्वारा किए जाने के पश्चात उसके परिवार को सूचना दे दी गई है।
अभी तक मौत के कारणों की कोई भी जानकारी आईडीएफ की ओर से नहीं दी गई है।
टोलेडानो सहित छह बंधकों के शव अब तक गाजा में बरामद किए जा चुके हैं।
इज़राइल के खिलाफ हमास की ओर से बड़े पैमाने पर 7 अक्टूबर को हमला शुरू किया गया। सुपरनोवा उत्सव स्थल शॉर्टकी में एक पार्टी का आयोजन किया गया था। इस हमले के बाद इस पार्टी में आए लगभग 360 लोग मारे गए और उत्सव स्थल से 36 को लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इज़राइल के द्वारा दी गई सूचना के आधार पर लगभग 1,200 से अधिक लोग हताहत हुए हैं,जिसमें विदेशी नागरिक भी शामिल है।
7 अक्टूबर से जारी इस युद्ध के बीच 24 से 30 नवंबर तक मानवीय विराम लागू किया गया था। इस दौरान 86 इजरायली और 24 विदेशी नागरिक बंधकों को रिहा किया गया।
इज़रायली अधिकारियों का अनुमान है कि लगभग 133 लोग अभी भी गाजा में बंदी हैं।