संयुक्त राष्ट्र,20 दिसंबर (युआईटीवी)- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इजरायल से सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन को रोकने का आह्वान किया है। गुटेरेस ने यह बयान सीरिया पर इजरायल द्वारा किए गए व्यापक हवाई हमलों की निंदा करते हुए दिया। इन हमलों का उद्देश्य सीरिया में स्थित रणनीतिक सैन्य बुनियादी ढाँचे और हथियारों को नष्ट करना था। साथ ही,इजरायली सैनिकों ने सीरिया और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स के बीच स्थित असैन्य क्षेत्र में घुसपैठ की थी,जो संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों द्वारा गश्त किया जाता है।
गुटेरेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले और सीरिया के क्षेत्र में सैन्य गतिविधियाँ सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन हैं। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि इन गतिविधियों को तुरंत रोका जाना चाहिए और कहा कि, “संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के अलावा,इस क्षेत्र में कोई भी सैन्य बल नहीं होना चाहिए। इसके अलावा,शांति सैनिकों को अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के लिए पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त होनी चाहिए।” गुटेरेस ने सीरिया और इजरायल के बीच 1974 में हुए सेना विघटन समझौते की अहमियत पर भी जोर दिया और कहा कि दोनों देशों को इस समझौते की शर्तों का पालन करना चाहिए।
गुटेरेस ने कहा कि वर्तमान स्थिति एक निर्णायक क्षण है,जिसमें इतिहास और आशा का मिश्रण के साथ ही इसमें अनिश्चितता भी है। उन्होंने चेतावनी दी कि कुछ ताकतें अपने संकीर्ण उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इस संवेदनशील समय का फायदा उठाने की कोशिश कर सकती हैं और अपनी संकीर्ण नीतियों को बढ़ावा दे सकती हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह सीरिया के लोगों के साथ खड़ा हो,जिन्होंने अपनी पीड़ा और संघर्षों का सामना किया है। गुटेरेस ने यह भी कहा कि सीरिया के लोग बहुत कुछ सह चुके हैं और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का कर्तव्य है कि वह उनकी सहायता करे।
इस महीने की शुरुआत में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को सत्ता से बेदखल करने वाले विद्रोही हमले हुए और उसके बाद से इजरायल ने सीरिया पर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं। इजरायल का दावा है कि इन हमलों का उद्देश्य सीरिया के सामरिक हथियारों और सैन्य बुनियादी ढाँचे को नष्ट करना था। इसके अलावा, इजरायली सैनिकों ने सीरिया और इजरायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स के बीच स्थित असैन्य क्षेत्र में घुसपैठ की है। यह क्षेत्र 1973 के अरब-इजरायल युद्ध के बाद एक तटस्थ क्षेत्र के रूप में स्थापित किया गया था,जिसकी गश्त संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों द्वारा की जाती है।
इजरायली अधिकारियों का कहना है कि यह कदम इजरायल की सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है और इसे एक सीमित और अस्थायी उपाय के रूप में देखा जा रहा है। हालाँकि,इस कदम को लेकर यह भी कोई स्पष्ट संकेत नहीं है कि इजरायली सैनिकों को कब वापस बुलाया जाएगा। इससे क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को लेकर सवाल उठ रहे हैं,क्योंकि शांति सैनिकों के बिना यह क्षेत्र संघर्ष का केंद्र बन सकता है।
इस बीच, हेग में स्थित लापता व्यक्तियों पर अंतर्राष्ट्रीय आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की है,जिसमें कहा गया है कि उसे सीरिया में 66 से अधिक सामूहिक कब्रों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है,हालाँकि इन कब्रों की अभी तक सत्यता की पुष्टि नहीं हो पाई है। इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र और सीरियन नेटवर्क फॉर ह्यूमन राइट्स जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का कहना है कि सीरिया में 150,000 से अधिक लोग लापता हैं, जिन्हें अभी तक खोजा नहीं जा सका है। इन लापता लोगों में अधिकतर वे लोग शामिल हैं जो सीरिया के गृहयुद्ध के दौरान लापता हो गए थे।
सीरिया का गृहयुद्ध 2011 में शांतिपूर्ण लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों पर बशर अल-असद की सरकार द्वारा हिंसक दमन के कारण शुरू हुआ था। इस संघर्ष ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है,जिनमें से कई सीरिया से भाग गए हैं,जबकि लाखों लोग देश के अंदर ही विस्थापित हो गए हैं। गृहयुद्ध के कारण सीरिया में मानवीय संकट गहरा गया है और इसके परिणामस्वरूप न केवल सीरिया बल्कि पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सीरिया के लोगों की मदद करने के लिए अधिक प्रभावी कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा समय है,जब दुनिया को एकजुट होकर संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कदम उठाने की आवश्यकता है। इस तरह के संघर्षों के समाधान के लिए,शांतिपूर्ण वार्ता और समावेशी राजनीतिक समाधान पर ध्यान केंद्रित करना बेहद जरूरी है।
गुटेरेस के बयान से यह स्पष्ट है कि संयुक्त राष्ट्र सीरिया में संघर्ष के समाधान के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है और यह चाहता है कि सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाए। साथ ही,यह भी महत्वपूर्ण है कि शांति सैनिकों को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान की जाए, ताकि क्षेत्र में स्थिरता लाई जा सके और संघर्षों को समाप्त किया जा सके।
