A sign advertising the availability of flu shots is put outside a CVS pharmacy store in New York, the United States.

यूएस फ्लू के टीके में देखी गई असमानता

वाशिंगटन, 19 अक्टूबर (युआईटीवी/आईएएनएस)| रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में अश्वेत, हिस्पैनिक और अमेरिकी भारतीय या अलास्का मूल (एआई/एएन) के वयस्कों में फ्लू के साथ अस्पताल में भर्ती होने की संभावना अधिक होती है, और संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण की संभावना कम होती है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को जारी रिपोर्ट में 2009 से 2022 तक फ्लू अस्पताल में भर्ती दरों और 2010 से 2022 तक टीकाकरण कवरेज का सर्वे किया गया।

रिपोर्ट में दिखाया गया है कि 2010 से ब्लैक, हिस्पैनिक और एआई/एएन वयस्कों में फ्लू टीकाकरण कवरेज लगातार कम रहा है।

2021 से 2022 सीजन के दौरान, श्वेत और एशियाई वयस्कों में फ्लू टीकाकरण कवरेज 54 प्रतिशत था, जबकि अश्वेत वयस्कों में 42 प्रतिशत, हिस्पैनिक वयस्कों में 38 प्रतिशत और एआई/एएन वयस्कों में 41 प्रतिशत था।

2009 से 2022 तक अधिकांश मौसमों के दौरान अश्वेत, हिस्पैनिक और एआई/एएन वयस्कों को उनके श्वेत समकक्षों की तुलना में उच्च दर पर फ्लू के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

रिपोर्ट के अनुसार, श्वेत वयस्कों की तुलना में, अस्पताल में भर्ती होने की दर अश्वेत वयस्कों में लगभग 80 प्रतिशत, एआई/एएन वयस्कों में 30 प्रतिशत अधिक और हिस्पैनिक वयस्कों में 20 प्रतिशत अधिक थी।

सीडीसी ने कहा, फ्लू के गंभीर परिणामों में असमानता के कई कारण हैं, जिनमें स्वास्थ्य देखभाल और बीमा तक पहुंच की कमी, टीकाकरण के अवसर चूकना, और गलत सूचना आदि शामिल हैं।

स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि जातिवाद और पूर्वाग्रह भी असमानताओं को और खराब करने के लिए जाने जाते हैं।

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