कार्लोस अल्काराज ने जीता यूएस ओपन 2025 का खिताब (तस्वीर क्रेडिट@SudhirBadola13)

यूएस ओपन 2025: कार्लोस अल्काराज ने जैनिक सिनर को हराकर तीन साल बाद फिर जीता खिताब,दोबारा बने नंबर वन

नई दिल्ली,8 सितंबर (युआईटीवी)- अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित साल के आखिरी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट यूएस ओपन 2025 का फाइनल टेनिस जगत के दो दिग्गज युवा खिलाड़ियों—कार्लोस अल्काराज और जैनिक सिनर के बीच खेला गया। इस मुकाबले ने दर्शकों को सांसें थमा देने वाला रोमांच दिया और अंततः स्पेनिश टेनिस स्टार कार्लोस अल्काराज ने पिछले साल के चैंपियन और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी जैनिक सिनर को हराकर खिताब अपने नाम किया। इस जीत के साथ 21 वर्षीय अल्काराज ने न केवल तीन साल बाद यूएस ओपन का ताज जीता,बल्कि दो साल बाद एटीपी रैंकिंग में भी शीर्ष स्थान हासिल कर लिया।

फाइनल मुकाबले में अल्काराज ने अपने करियर का छठा ग्रैंड स्लैम खिताब जीता और इस तरह ब्योर्न बोर्ग के बाद दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए,जिन्होंने इतनी जल्दी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मैच का नतीजा 6-2, 3-6, 6-1, 6-4 रहा और अल्काराज ने कुल दो घंटे 42 मिनट में इस कठिन मुकाबले को अपने नाम किया। यह जीत उनके लिए खास इसलिए भी रही क्योंकि उन्होंने साल का दूसरा मेजर खिताब जीता। इससे पहले उन्होंने इसी साल फ्रेंच ओपन के फाइनल में भी जैनिक सिनर को हराया था।

विंबलडन फाइनल में सिनर से हारकर यूएस ओपन में पहुँचे अल्काराज शुरुआत से ही अपने खेल पर पूरी तरह नियंत्रण में दिखे। उनका आत्मविश्वास और ऊर्जा कोर्ट पर साफ झलक रही थी। फाइनल में प्रवेश करते समय उनके सामने यह अवसर था कि अगर वे बिना कोई सेट गंवाए खिताब जीतते तो इतिहास रच देते। हालाँकि,सिनर जैसे दमदार प्रतिद्वंद्वी के सामने यह सपना अधूरा रह गया।

पहले सेट में अल्काराज ने आक्रामक अंदाज अपनाया और अपने प्रतिद्वंद्वी की सर्विस को तोड़कर दबदबा बनाया। उनके सर्विस गेम की धार और शानदार बैकहैंड ने सिनर को असहज कर दिया। इस दौरान उन्होंने 11 विनर लगाते हुए पहला सेट 6-2 से अपने नाम कर लिया। स्पेनिश खिलाड़ी की गति और विविध शॉट्स ने सिनर को लगातार बैकफुट पर धकेला और स्टेडियम में मौजूद हजारों दर्शकों ने उनके शानदार खेल की सराहना की।


दूसरे सेट में सिनर ने अपने खेल में मजबूती लौटाई। पहले सेट में की गई गलतियों को सुधारते हुए उन्होंने क्रॉस-कोर्ट शॉट्स और दमदार रिटर्न से अल्काराज को चुनौती दी। सिनर ने इस सेट में अपने विरोधी की लय तोड़ने का हर संभव प्रयास किया और सफल भी रहे। उन्होंने निर्णायक पलों में अल्काराज की सर्विस ब्रेक की और दूसरा सेट 6-3 से जीतकर मुकाबले को बराबरी पर ला खड़ा किया। यह सेट उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण था क्योंकि उन्होंने दिखाया कि वह आसानी से हार मानने वाले खिलाड़ी नहीं हैं।

लेकिन अल्काराज की दृढ़ता और मानसिक मजबूती ने तीसरे सेट में पूरी तरह तस्वीर बदल दी। उन्होंने एक बार फिर अपने खेल का स्तर ऊपर उठाया और सिनर को लगातार दबाव में रखा। तेज रफ्तार रैलियों,दमदार बैकहैंड्स और नेट पर सटीक खेल ने उन्हें बढ़त दिलाई। तीसरा सेट 6-1 से जीतकर अल्काराज ने खिताब की ओर निर्णायक कदम बढ़ा लिया। सिनर इस सेट में पूरी तरह असहज नजर आए और उनका आत्मविश्वास डगमगाता दिखा।

चौथा और अंतिम सेट बेहद रोमांचक रहा। दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश की,लेकिन अल्काराज का आत्मविश्वास और शारीरिक ऊर्जा ज्यादा प्रभावी साबित हुई। निर्णायक क्षणों में उन्होंने सिनर की सर्विस तोड़ी और अंततः 6-4 से सेट जीतकर मुकाबला और खिताब अपने नाम किया।

जीत के बाद अल्काराज ने कोर्ट पर अपनी खुशी का इजहार करते हुए अपनी टीम और प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “सारा श्रेय मेरी टीम को जाता है। आप सबने मुझे यहाँ तक पहुँचने में हर पल साथ दिया है। यूएस ओपन मेरे लिए बेहद खास टूर्नामेंट है और यहाँ खेलना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे यहाँ हमेशा अपना घर जैसा महसूस होता है। प्रशंसकों से मिला प्यार और समर्थन मेरे लिए सब कुछ आसान बना देता है। मैंने आपको सर्वश्रेष्ठ टेनिस देने की कोशिश की और आपकी ऊर्जा ने मुझे प्रेरित किया।”

यह जीत अल्काराज के करियर में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ती है। 21 साल की उम्र में छठा ग्रैंड स्लैम जीतना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। वह जिस तरह से कोर्ट पर अपना प्रभुत्व कायम कर रहे हैं,उससे साफ है कि आने वाले समय में टेनिस जगत पर उनका दबदबा और भी गहरा होगा। अल्काराज का सफर केवल उनकी तकनीक और फिटनेस का ही प्रमाण नहीं है,बल्कि यह भी दिखाता है कि उनमें मानसिक मजबूती और बड़े मंच पर खुद को साबित करने की क्षमता है।

जैनिक सिनर के लिए यह हार जरूर निराशाजनक रही,खासकर इसलिए क्योंकि वह मौजूदा चैंपियन के रूप में उतरे थे,लेकिन उनके खेल में भी दम और जुनून नजर आया। दूसरे सेट में उन्होंने जिस तरह अल्काराज को चुनौती दी,वह इस बात का सबूत है कि वह आने वाले समय में भी बड़े टूर्नामेंटों में दावेदारी पेश करते रहेंगे। सिनर के पास उम्र और प्रतिभा दोनों हैं और यह हार उनके लिए सीखने का मौका साबित हो सकती है।

अल्काराज की इस जीत के साथ ही टेनिस जगत को एक बार फिर यह संदेश मिल गया है कि वह इस दौर के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक हैं। उनकी कम उम्र में हासिल की गई उपलब्धियाँ ब्योर्न बोर्ग जैसे दिग्गजों की याद दिलाती हैं। अब जब उन्होंने दो साल बाद फिर से नंबर एक की कुर्सी हासिल की है,तो उनके सामने चुनौती होगी कि वह इस स्थान को लंबे समय तक बनाए रखें और आने वाले टूर्नामेंटों में भी अपना दबदबा कायम रखें।

यूएस ओपन 2025 का यह फाइनल न सिर्फ खिताबी मुकाबला था,बल्कि यह टेनिस के भविष्य की एक झलक भी था। अल्काराज और सिनर दोनों ही युवा पीढ़ी के सितारे हैं और उनकी प्रतिद्वंद्विता आने वाले वर्षों में इस खेल को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगी,लेकिन फिलहाल, यह रात अल्काराज के नाम रही जिन्होंने तीन साल बाद फिर से यूएस ओपन जीतकर इतिहास रच दिया।