टिकटॉक (तस्वीर क्रेडिट@Surender_10K)

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने टिकटॉक प्रतिबंध कानून को रखा बरकरार,बैन होगा टिकटॉक

वाशिंगटन,18 जनवरी (युआईटीवी)- अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल सिक्योरिटी के आधार पर टिकटॉक को चीनी कंपनी बाइटडांस से अलग करने या अमेरिका में प्रतिबंधित करने के कानून पर से रोक लगाने से इनकार कर दिया है। टिकटॉक और उसके यूजर्स के लिए अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला एक बड़ा झटका माना जा रहा है,क्योंकि अमेरिका में इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या करीब 170 मिलियन है,जो अमेरिकी आबादी का लगभग आधा हिस्सा है। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला टिकटॉक के भविष्य को लेकर बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है,क्योंकि यह न केवल टिकटॉक के संचालन पर असर डालता है,बल्कि अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक डिजिटल नीति के मुद्दों पर भी महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करता है।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को बाइटडांस को रविवार तक टिकटॉक के स्वामित्व को किसी अन्य पार्टी को बेचने का आदेश दिया था या फिर अमेरिका में इस ऐप पर प्रभावी प्रतिबंध का सामना करने के लिए मजबूर होने का खतरा था। कोर्ट ने इस आदेश को बरकरार रखते हुए,बाइडेन प्रशासन के पक्ष में अपना फैसला दिया और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा अप्रैल में हस्ताक्षरित “विदेशी विरोधी नियंत्रित अनुप्रयोगों से अमेरिकियों की सुरक्षा अधिनियम” को बरकरार रखा। यह कानून अमेरिकी सुरक्षा की दृष्टि से उन ऐप्स पर कड़ी नजर रखता है,जो विदेशी सरकारों द्वारा नियंत्रित होते हैं,खासकर उन कंपनियों पर,जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से खतरे के रूप में देखी जाती हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने अपनी राय में कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि टिकटॉक अमेरिका के 170 मिलियन से अधिक की आबादी के लिए अभिव्यक्ति,जुड़ाव के साधन और समुदाय के स्रोत के रूप में एक विशिष्ट और व्यापक आउटलेट प्रदान करता है।” इसका मतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने माना कि टिकटॉक अमेरिकी नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म है,लेकिन साथ ही,इसने यह भी स्वीकार किया कि इसके द्वारा एकत्र किए गए डेटा और इसकी विशाल पैमाने पर उपस्थिति,राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से चिंता का विषय बन सकती है।

इसके अलावा,कोर्ट ने यह भी कहा कि डिजिटल युग में डेटा संग्रह और विश्लेषण आम बात हो गई है,लेकिन टिकटॉक का आकार और इसके द्वारा एकत्र किए गए संवेदनशील डेटा की विशालता,इसे एक ऐसे प्लेटफॉर्म के रूप में प्रस्तुत करती है, जिस पर विदेशी सरकारों का नियंत्रण होने की स्थिति में राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। टिकटॉक का संचालन चीन में स्थित बाइटडांस द्वारा किया जाता है और अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि चीनी सरकार के पास इस प्लेटफॉर्म के डेटा तक पहुँच हो सकती है,जो अमेरिकी यूजर्स के लिए खतरनाक हो सकता है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन ने इस कानून का समर्थन किया है,जिसमें यह कहा गया है कि टिकटॉक को अमेरिकी स्वामित्व में या अन्य अमेरिकी नियंत्रण वाली कंपनियों के तहत संचालित किया जाना चाहिए,ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इसे किसी विदेशी सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं किया जा रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने भी यह बयान दिया कि, “टिकटॉक अमेरिकियों के लिए उपलब्ध रहना चाहिए,लेकिन केवल अमेरिकी स्वामित्व या अन्य स्वामित्व के तहत जो इस कानून को विकसित करने में कांग्रेस द्वारा पहचानी गई राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करता है।”

अब इस मामले की सुनवाई राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रम्प के हाथों में है,जिन्होंने पहले टिकटॉक के प्रतिबंध का समर्थन किया था। हालाँकि,अब वह इस मामले पर अपना रुख बदल चुके हैं और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से कानून के कार्यान्वयन को रोकने का अनुरोध किया है,ताकि इस मुद्दे पर एक राजनीतिक समाधान निकाला जा सके। ट्रम्प का यह रुख विशेष रूप से दिलचस्प है,क्योंकि दिसंबर में उन्होंने टिकटॉक के बारे में अधिक सकारात्मक बयान दिए थे और यह तब हुआ था,जब उन्होंने अरबपति रिपब्लिकन मेगाडोनर जेफ यास से मुलाकात की थी,जो बाइटडांस के एक प्रमुख निवेशक हैं।

वहीं,अगर टिकटॉक का स्वामित्व चीनी कंपनी बाइटडांस के पास रहता है, तो एप्पल और गूगल जैसे तृतीय-पक्ष इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को 19 जनवरी की समय सीमा के बाद इसे अपने ऐप स्टोर से हटा देना होगा। इससे टिकटॉक यूजर्स को नया ऐप डाउनलोड करने या अपडेट इंस्टॉल करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।

अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का यह निर्णय टिकटॉक और बाइटडांस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह एक ओर संकेत है कि अमेरिका में डिजिटल सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच का संतुलन बहुत नाजुक है। साथ ही,यह निर्णय अमेरिकी सोशल मीडिया और विदेशी कंपनियों के बीच संबंधों के भविष्य को लेकर अहम सवाल खड़ा करता है। अब यह देखना होगा कि टिकटॉक अपने संचालन को किस तरह से आगे बढ़ाता है और अमेरिकी सरकार इस मुद्दे को लेकर आगे क्या कदम उठाती है।