टीवीके नेता विजय (तस्वीर क्रेडिट@JaikyYadav16)

करूर त्रासदी के बाद विजय की पहली बड़ी शक्ति परीक्षा,इरोड के विजयामंगलम में टीवीके की विशाल चुनावी रैली

चेन्नई,18 दिसंबर (युआईटीवी)- तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके) के नेता और दक्षिण भारतीय राजनीति में तेजी से उभरते चेहरे विजय गुरुवार को तमिलनाडु के इरोड जिले के विजयामंगलम में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करने जा रहे हैं। यह रैली कई मायनों में बेहद अहम मानी जा रही है,क्योंकि 27 सितंबर को हुई करूर त्रासदी के बाद यह राज्य में विजय का पहला बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम है। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच आयोजित होने वाली इस रैली को न केवल टीवीके की आगामी राजनीतिक रणनीति के संकेत के रूप में देखा जा रहा है,बल्कि इसे विजय की जनसमर्थन क्षमता की पहली बड़ी परीक्षा भी माना जा रहा है।

राजनीतिक दृष्टि से इस रैली का स्थान भी खास महत्व रखता है। विजयामंगलम, एआईएडीएमके से निष्कासित वरिष्ठ नेता ए. सेंगोत्तैयान का गृहनगर है। सेंगोत्तैयान हाल ही में गोबीचेट्टिपलयम के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद टीवीके में शामिल हुए हैं। ऐसे में यह रैली एआईएडीएमके के पारंपरिक गढ़ में टीवीके की सीधी राजनीतिक दस्तक के रूप में देखी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस मंच से विजय का संदेश न सिर्फ अपने समर्थकों तक पहुँचेगा,बल्कि यह सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के लिए भी एक स्पष्ट संकेत होगा कि टीवीके अब जमीनी स्तर पर अपनी ताकत दिखाने को तैयार है।

यह विशाल रैली पेरुंदुरई हाईवे पर विजयामंगलम टोल बूथ के पास आयोजित की जा रही है। आयोजकों के अनुसार,इस कार्यक्रम में करीब 35,000 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। इतनी बड़ी भीड़ को व्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से सँभालने के लिए मैदान को 72 अलग-अलग हिस्सों में बाँटा गया है,जहाँ प्रत्येक हिस्से में लगभग 400 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। इस विस्तृत लेआउट का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भीड़ नियंत्रित रहे और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचा जा सके।

सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को लेकर आयोजकों ने कई स्तरों पर तैयारी की है। कार्यक्रम स्थल पर चार स्तर के बैरिकेड लगाए गए हैं,ताकि भीड़ और मंच के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहे। विजय के प्रचार वाहन और समर्थकों की भीड़ के बीच लगभग 50 मीटर का बफर जोन रखा गया है। बुधवार देर रात कार्यक्रम स्थल पर लाई गई विशेष रूप से डिजाइन की गई प्रचार वैन को उत्साही समर्थकों की भारी भीड़ को देखते हुए लोहे की चादरों से मजबूत किया गया,ताकि किसी भी तरह की अनधिकृत घुसपैठ या दुर्घटना की आशंका को रोका जा सके। यह सभी इंतजाम इस बात को दर्शाते हैं कि रैली को लेकर संगठन ने कितनी व्यापक और गंभीर योजना बनाई है।

गर्मी और भीड़ को ध्यान में रखते हुए जनसुविधाओं पर भी खास ध्यान दिया गया है। रैली में शामिल होने वाले लोगों के लिए दो लाख आधा लीटर पानी की बोतलें वितरित की जाएँगी। इसके अलावा पूरे कार्यक्रम स्थल पर 20 अस्थायी पेयजल टैंक लगाए गए हैं,ताकि किसी को भी पानी की कमी न हो। स्वच्छता और सुविधा के लिए 20 मोबाइल टॉयलेट यूनिट भी तैनात की गई हैं,जिससे लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

तकनीकी निगरानी को भी इस आयोजन का अहम हिस्सा बनाया गया है। भीड़ और वाहनों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन निगरानी की व्यवस्था की गई है,जबकि पूरे इलाके में 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों के जरिए रैली स्थल और आसपास के क्षेत्रों की लगातार निगरानी की जाएगी,ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।

स्वास्थ्य और आपात सेवाओं की तैयारियाँ भी व्यापक हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कार्यक्रम स्थल पर 58 डॉक्टरों की एक टीम तैनात की गई है। इसके साथ ही 14 एंबुलेंस को स्टैंडबाय पर रखा गया है,ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। आयोजकों ने जनता और स्वयंसेवकों के सुचारू आवागमन के लिए 14 प्रवेश और निकास मार्ग तैयार किए हैं,जिससे भीड़ का दबाव एक ही स्थान पर न पड़े।

वाहनों की पार्किंग को लेकर भी खास योजना बनाई गई है। रैली स्थल से करीब एक किलोमीटर दूर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसमें दोपहिया वाहनों के लिए 20 एकड़ और चार पहिया वाहनों के लिए 60 एकड़ भूमि आरक्षित की गई है। इससे उम्मीद है कि कार्यक्रम स्थल के आसपास यातायात जाम जैसी स्थिति पैदा नहीं होगी और लोगों को आने-जाने में आसानी रहेगी।

सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 1,797 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस और प्रशासन की यह भारी मौजूदगी इस बात को दर्शाती है कि रैली को उच्च जोखिम और उच्च महत्व वाले कार्यक्रम के रूप में देखा जा रहा है।

विजयामंगलम की यह रैली तमिलनाडु की राजनीति में एक अहम मोड़ के रूप में देखी जा रही है। करूर त्रासदी के बाद पहली बार विजय इतने बड़े स्तर पर जनता से सीधे संवाद करने जा रहे हैं। इस मंच से उनका संदेश,उनकी भाषा और भीड़ की प्रतिक्रिया आने वाले समय में टीवीके की राजनीतिक दिशा और प्रभाव को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। सभी की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि विजय इस शक्ति प्रदर्शन के जरिए तमिलनाडु की राजनीति में क्या नया संकेत देते हैं।