नई दिल्ली,31 अक्टूबर (युआईटीवी)- भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने वनडे विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल में इतिहास रच दिया है। डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी में खेले गए रोमांचक मुकाबले में टीम इंडिया ने सात बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से मात देकर फाइनल में जगह बना ली। यह जीत भारतीय क्रिकेट के इतिहास के सबसे यादगार पलों में दर्ज हो गई है। इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने भी भारतीय टीम की तारीफों के पुल बांध दिए। उन्होंने इस जीत को “विश्वास और जुनून का सच्चा प्रदर्शन” करार देते हुए खिलाड़ियों की हिम्मत और संघर्ष भावना की सराहना की।
ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता,लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने अद्भुत आत्मविश्वास और संयम का प्रदर्शन करते हुए नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था। फोएबे लिचफील्ड ने 93 गेंदों में 17 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 119 रन की शानदार शतकीय पारी खेली,जबकि एश्ले गार्डनर ने 45 गेंदों पर 63 रन का योगदान दिया। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की तेज़ शुरुआत के बावजूद भारतीय गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में वापसी की और विपक्षी टीम को 338 रन पर रोक दिया।
भारत की ओर से श्री चरणी और दीप्ति शर्मा ने 2-2 विकेट हासिल किए,जबकि क्रांति गौड़ और अमनजोत कौर ने एक-एक सफलता पाई। हालाँकि,इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना भारतीय बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआती झटके झेले। 9.2 ओवरों में भारत ने मात्र 59 रन के स्कोर पर अपने दोनों सलामी बल्लेबाज खो दिए। शेफाली वर्मा 10 रन बनाकर आउट हुईं,जबकि स्मृति मंधाना 24 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गईं।
इन शुरुआती झटकों के बाद टीम इंडिया दबाव में आ गई थी,लेकिन तभी जेमिमा रोड्रिग्स और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने खेल की दिशा ही बदल दी। दोनों बल्लेबाजों ने तीसरे विकेट के लिए 167 रन की शानदार साझेदारी की और मैच को भारत की पहुँच में ला दिया। हरमनप्रीत ने 88 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 89 रन की शानदार पारी खेली,वहीं जेमिमा रोड्रिग्स ने अपने करियर की सबसे यादगार पारी खेलते हुए 134 गेंदों में नाबाद 127 रन बनाए,जिसमें उन्होंने 14 चौके लगाए।
जेमिमा का यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा,क्योंकि यह पारी न केवल स्कोरबोर्ड पर आँकड़ों की कहानी कहती है,बल्कि यह उस आत्मविश्वास की गवाही भी देती है,जिसने भारत को ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ जीत दिलाई। जेमिमा एक छोर पर डटी रहीं और हर मुश्किल परिस्थिति में संयम के साथ बल्लेबाजी करती रहीं। अंत में दीप्ति शर्मा,ऋचा घोष और अमनजोत कौर ने भी उपयोगी पारियाँ खेलीं और भारत ने 48.3 ओवरों में 5 विकेट खोकर 341 रन बनाते हुए 5 विकेट से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
इस शानदार जीत के बाद विराट कोहली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भारतीय टीम की जमकर तारीफ की। उन्होंने लिखा, “ऑस्ट्रेलिया जैसे शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी पर हमारी टीम की जीत शानदार है। लड़कियों ने बेहतरीन तरीके से रनों का पीछा किया। एक बड़े मैच में जेमिमा ने शानदार प्रदर्शन किया। विश्वास और जुनून का सच्चा प्रदर्शन। शाबाश टीम इंडिया!”
कोहली के इस संदेश ने न केवल भारतीय खिलाड़ियों के मनोबल को और ऊँचा किया,बल्कि यह भी साबित किया कि यह जीत पूरे क्रिकेट जगत के लिए गर्व का विषय है। कोहली हमेशा से भारतीय क्रिकेट में जुनून,समर्पण और आत्मविश्वास का प्रतीक रहे हैं और उन्होंने महिला टीम के प्रदर्शन में वही भावनाएँ देखीं,जो उन्होंने अपने करियर के दौरान कई बार मैदान पर दिखाई हैं।
भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी मैच के बाद कहा कि यह जीत पूरी टीम के सामूहिक प्रयास का परिणाम है। उन्होंने कहा, “जब हमने दो विकेट जल्दी खो दिए थे,तब जेमिमा ने जिस आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की,उसने पूरी टीम को प्रेरित किया। यह जीत सिर्फ हमारी नहीं,पूरे देश की है।”
इस जीत के साथ भारतीय महिला टीम ने 2005 और 2017 के बाद तीसरी बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है। इससे पहले भारत दो बार फाइनल तक पहुँचा था,लेकिन खिताब से चूक गया था। इस बार टीम इंडिया के पास इतिहास बदलने का सुनहरा मौका है।
फाइनल मुकाबला 2 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराकर फाइनल में जगह बनाई है। अब सभी निगाहें इस महामुकाबले पर टिकी हैं,जहाँ भारतीय टीम अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नजर आ रही है।
डीवाई पाटिल स्टेडियम में मिली यह जीत न केवल स्कोरबोर्ड पर एक आँकड़ा थी,बल्कि यह भारतीय महिला क्रिकेट की नई पहचान का प्रतीक बनी। यह उस आत्मविश्वास की कहानी है,जो सीमित संसाधनों और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जीत की राह बनाता है। विराट कोहली के शब्दों में — यह “विश्वास और जुनून का सच्चा प्रदर्शन” है,जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया।
