विराट कोहली (तस्वीर क्रेडिट@anuragspparty)

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा,14 साल के सफर का भावुक अंत,कहा- जीवन भर इस प्रारूप से मिली सीख याद रहेगी

नई दिल्ली,12 मई (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए सोमवार का दिन भावुक कर देने वाला रहा,जब विराट कोहली ने अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। इस खबर ने क्रिकेट जगत को चौंका दिया। कोहली ने यह ऐलान अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से किया,जिसमें उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के प्रति अपना प्यार,सम्मान और इससे मिले अनुभवों को साझा किया।

कोहली ने अपने पोस्ट में लिखा, “14 साल पहले जब मैंने पहली बार टेस्ट कैप पहनी थी,तब नहीं जानता था कि यह सफर मुझे कहाँ तक ले जाएगा। इसने मुझे परखा, मुझे गढ़ा और कई ऐसी सीख दीं,जो अब मेरे जीवन का हिस्सा हैं।” उन्होंने सफेद जर्सी में खेलने को एक अलौकिक अनुभव बताया और कहा कि टेस्ट क्रिकेट ने उन्हें जो कुछ दिया,वह शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

विराट ने आगे लिखा, “अब जब मैं इस फॉर्मेट से विदा ले रहा हूँ,तो मन भारी है लेकिन अंदर से शांत हूँ। मैंने टेस्ट क्रिकेट को अपना सब कुछ दिया और इसने मुझे उससे भी कहीं अधिक लौटाया।” उन्होंने सभी टीम साथियों,कोचों, प्रशंसकों और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) का शुक्रिया अदा किया।

विराट कोहली ने भारत के लिए 123 टेस्ट मैच खेले। इन मैचों में उन्होंने 46.85 की औसत से कुल 9,230 रन बनाए,जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 254 रन रहा,जो उनके क्लास और धैर्य की मिसाल है।

कोहली ने ना सिर्फ बतौर बल्लेबाज़,बल्कि एक कप्तान के रूप में भी टेस्ट क्रिकेट में भारत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उनके नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उनकी ही ज़मीन पर हराया और भारत को टेस्ट रैंकिंग में लगातार शीर्ष पर बनाए रखा।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही भारत के सीमित ओवरों के कप्तान रोहित शर्मा ने भी टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। अब विराट कोहली के इस फैसले के बाद भारतीय टेस्ट टीम के दो सबसे बड़े चेहरे एक साथ इस प्रारूप से बाहर हो गए हैं,जिससे टीम की भविष्य की दिशा को लेकर चर्चाएँ तेज़ हो गई हैं।

विराट कोहली इससे पहले ही टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। अब टेस्ट से भी विदा लेने के बाद यह तय हो गया है कि वे केवल वनडे क्रिकेट में भारत के लिए खेलते नजर आएँगे। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में वह अपना ध्यान सिर्फ 2027 वनडे वर्ल्ड कप की ओर केंद्रित करते हैं या नहीं।

विराट कोहली के इस फैसले के बाद सोशल मीडिया पर भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा। लाखों प्रशंसकों ने उनकी टेस्ट क्रिकेट में दी गई सेवा के लिए आभार व्यक्त किया। ट्विटर,इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर #थैंक यू विराट और #किंग कोहली ट्रेंड करने लगे।

कई पूर्व क्रिकेटरों ने भी कोहली को उनके शानदार टेस्ट करियर के लिए शुभकामनाएँ दीं। सचिन तेंदुलकर,राहुल द्रविड़,वीवीएस लक्ष्मण,वीरेंद्र सहवाग समेत कई दिग्गजों ने कोहली की कड़ी मेहनत,जज़्बे और नेतृत्व की सराहना की।

विराट कोहली को हमेशा एक ऐसे खिलाड़ी के रूप में याद किया जाएगा,जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की गरिमा को आधुनिक युग में बनाए रखा। जिस दौर में टी-20 और फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट का बोलबाला था,कोहली ने युवाओं को यह दिखाया कि टेस्ट क्रिकेट ही असली परीक्षा और सम्मान का मंच है।

उनकी आक्रामक कप्तानी,फिटनेस को लेकर जुनून और हर एक टेस्ट मैच को ‘लड़ाई’ की तरह लेने वाला नजरिया,भारतीय टीम की पहचान बन गया था। उन्होंने न सिर्फ खुद को,बल्कि पूरी टीम को एक टेस्ट टीम के रूप में नया रूप दिया।

विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास एक युग का अंत है। उनकी अनुपस्थिति से भारतीय टेस्ट टीम में एक बड़ा खालीपन जरूर आएगा,लेकिन उनका योगदान हमेशा इस खेल की विरासत का हिस्सा रहेगा।

अब जब वह केवल वनडे क्रिकेट में नज़र आएँगे,तो प्रशंसक उम्मीद करेंगे कि वह अपने बचे हुए करियर को एक आखिरी सुनहरे अध्याय में बदलें और एक बार फिर भारत को विश्व चैंपियन बनाएँ।