नई दिल्ली,13 मई (युआईटीवी)- भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट प्रेमियों को भावुक कर दिया है। सोमवार को जब कोहली ने अपने 14 साल लंबे शानदार टेस्ट करियर पर विराम लगाने की जानकारी दी,तो पूरा क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया और ठीक इसके अगले दिन,मंगलवार को विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ वृंदावन पहुँचे, जहाँ दोनों ने संत प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज से आशीर्वाद लिया।
वृंदावन दौरे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है,जिसमें विराट और अनुष्का को एक मंदिर परिसर में संत से आशीर्वाद लेते हुए देखा जा सकता है। इस पवित्र नगरी का भगवान श्रीकृष्ण के जीवन में विशेष स्थान रहा है और कोहली का यहाँ आना बताता है कि उन्होंने क्रिकेट के शोर के बाद आध्यात्मिक शांति को प्राथमिकता दी है।
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब यह जोड़ा किसी धार्मिक स्थल पर देखा गया हो। विराट और अनुष्का को अक्सर विभिन्न मंदिरों और आध्यात्मिक स्थलों पर जाते हुए देखा गया है। जनवरी 2024 में भी यह दोनों वृंदावन आए थे और उसी संत से आशीर्वाद लिया था।
इसके अलावा, 2023 में उन्होंने उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन किए थे। उससे पहले वे उत्तराखंड के कैंची धाम भी गए थे,जो नीम करोली बाबा का प्रसिद्ध आश्रम है। इन यात्राओं से साफ है कि कोहली और अनुष्का अपनी जीवनशैली में आध्यात्मिकता को महत्वपूर्ण स्थान देते हैं।
2008 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले विराट कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखा था। पिछले 14 वर्षों में उन्होंने भारत को टेस्ट क्रिकेट की दुनिया में एक नई ऊँचाई तक पहुँचाया। कोहली ने अपने टेस्ट करियर में 123 मैचों में 9,230 रन बनाए,जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं।
उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशों में भी बड़ी-बड़ी जीतें दर्ज कीं,चाहे वह ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक सीरीज जीत हो या इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन। उनकी आक्रामक सोच,फिटनेस के प्रति समर्पण और मैदान पर जुनून ने भारत को टेस्ट क्रिकेट में नई पहचान दिलाई।
कोहली के संन्यास की खबर अचानक जरूर आई,लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को पहले ही इस बारे में सूचित कर दिया था। अगले महीने इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पाँच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले ही उन्होंने बोर्ड को अपने निर्णय से अवगत करा दिया था।
कोहली सिर्फ एक बल्लेबाज ही नहीं,बल्कि एक ऐसे योद्धा रहे हैं,जिन्होंने भारतीय टेस्ट टीम को नई दिशा दी। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को फिटनेस और मानसिक दृढ़ता का महत्व समझाया। टेस्ट क्रिकेट के कठिन प्रारूप को उन्होंने ग्लैमर और जुझारूपन का अद्भुत संगम बना दिया।
उनका संन्यास निश्चित रूप से क्रिकेट प्रशंसकों के लिए भावुक करने वाला क्षण है, लेकिन यह भी सच है कि विराट कोहली की विरासत हमेशा भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी।
संन्यास के अगले दिन वृंदावन जैसे पवित्र स्थल पर जाना विराट कोहली के जीवन दर्शन को दर्शाता है,जहाँ संघर्ष,सफलता और शांति का संतुलन बना रहे। क्रिकेट का यह चैंपियन अब जीवन के एक नए अध्याय में प्रवेश कर चुका है,लेकिन प्रशंसकों के दिलों में उसकी जगह हमेशा कायम रहेगी।