दिल्ली-एनसीआर में तापमान में गिरावट (तस्वीर क्रेडिट@SurajSolanki)

दिल्ली-एनसीआर में मौसम ने बदली करवट: तापमान में गिरावट और स्मॉग ने बढ़ाई चिंता,ठंड के साथ बढ़ा प्रदूषण का खतरा

नोएडा,29 अक्टूबर (युआईटीवी)- दिल्ली-एनसीआर में अक्टूबर के आखिरी हफ्ते से मौसम में बदलाव साफ तौर पर महसूस किया जा रहा है। सुबह और शाम के समय अब हल्की ठंड के साथ-साथ हवा में नमी और प्रदूषण का असर भी बढ़ने लगा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार,आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर का तापमान लगातार गिरने वाला है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से लेकर नवंबर के पहले हफ्ते तक दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। वहीं,हवा की गति कम होने और प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी के चलते राजधानी के आसमान में स्मॉग की परत छा गई है।

मौसम विभाग के अनुसार,इस सप्ताह अधिकतम तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा,जबकि न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। हवा में नमी का स्तर 50 से 90 प्रतिशत तक रहने की संभावना है। इस वजह से सुबह और देर शाम के समय लोगों को स्मॉग और फॉग दोनों का सामना करना पड़ेगा। भारतीय मौसम विभाग की वेबसाइट पर जारी पूर्वानुमान के अनुसार,29 अक्टूबर को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया,जबकि मौसम में हल्का कोहरा (शैलो फॉग) देखा गया।

30 अक्टूबर को भी मौसम का रुख लगभग इसी तरह रहेगा। हल्के कोहरे के साथ अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। वहीं,31 अक्टूबर से लेकर 3 नवंबर तक मौसम विभाग ने ‘मिस्ट’ की स्थिति रहने की संभावना जताई है। इस दौरान अधिकतम तापमान 31 डिग्री से घटकर 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा,जबकि न्यूनतम तापमान और गिरकर 17 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है।

दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण का स्तर पहले से ही ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट बताती है कि पिछले कुछ दिनों में पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। तापमान में गिरावट और हवा की रफ्तार में कमी के कारण यह प्रदूषण अब वातावरण में ज्यादा देर तक ठहरता जा रहा है। इसके चलते स्मॉग (धुंध और प्रदूषण का मिश्रण) का असर और गहरा हो गया है।

दिल्ली के कई इलाकों जैसे आनंद विहार,पंजाबी बाग,आईटीओ और नोएडा में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम हो गई है। सुबह के वक्त सफर करने वालों को धुंध और स्मॉग के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ट्रैफिक की गति धीमी हो रही है और कई जगहों पर वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलाना जरूरी हो गया है। दिल्ली एयरपोर्ट पर भी कुछ घरेलू उड़ानों को हल्की देरी का सामना करना पड़ा।

डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्मॉग में मौजूद प्रदूषक तत्व सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं और इससे सांस की बीमारियाँ,अस्थमा,खांसी और आँखों में जलन जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं। खासकर बुजुर्गों,बच्चों और पहले से श्वसन संबंधी बीमारियों से जूझ रहे लोगों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। डॉक्टरों ने सुबह के समय सैर पर जाने वालों को चेतावनी दी है कि वे जब तक प्रदूषण का स्तर न घटे, तब तक बाहर जाने से बचें या फिर मास्क का इस्तेमाल करें।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि के अनुसार,फिलहाल दिल्ली-एनसीआर में बारिश की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि अगले एक हफ्ते तक मौसम शुष्क रहेगा। उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में और गिरावट की संभावना है। नवंबर के पहले सप्ताह के बाद ठंड का असर और बढ़ जाएगा।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह शुरुआती सर्दी के संकेत हैं और अब धीरे-धीरे उत्तर भारत में ठंड का असर बढ़ता जाएगा। वहीं, प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली सरकार और नगर निगम ने कई कदम उठाने की बात कही है। ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत निर्माण कार्यों पर नियंत्रण,डीजल वाहनों की जांच और पानी के छिड़काव जैसी कार्रवाइयाँ की जा रही हैं। इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता में फिलहाल कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं देखा गया है।

इस बीच,नमी और प्रदूषण के मेल से सुबह के समय हल्का कोहरा और धुंध लगातार छाई रहने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति अगले सप्ताह तक बनी रह सकती है। अगर हवा की गति नहीं बढ़ी,तो स्मॉग और गहरा हो सकता है।

दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए अब आने वाले दिन चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। एक ओर ठंड की शुरुआत से राहत की उम्मीद है,वहीं दूसरी ओर बढ़ते प्रदूषण और घटती दृश्यता ने स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों के मोर्चे पर चिंताएँ बढ़ा दी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले हफ्तों में ठंड और स्मॉग का यह संयुक्त असर राजधानी के मौसम को और भी जटिल बना सकता है।