वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को 202 रन से हराकर रचा इतिहास (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को 202 रन से हराकर रचा इतिहास,33 साल बाद वनडे सीरीज पर किया कब्जा,दर्ज की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड

नई दिल्ली,13 अगस्त (युआईटीवी)- ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में मंगलवार को खेले गए तीसरे और निर्णायक वनडे में वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को 202 रन के बड़े अंतर से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली। यह जीत कैरेबियन टीम के लिए ऐतिहासिक रही,क्योंकि 1991 के बाद पहली बार वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज जीती है। इसके साथ ही यह पाकिस्तान के खिलाफ वेस्टइंडीज की अब तक की सबसे बड़ी रन अंतर वाली जीत भी बन गई।

इससे पहले वेस्टइंडीज ने 2015 में क्राइस्टचर्च में पाकिस्तान को 150 रन से हराकर सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी,लेकिन इस बार 202 रन के अंतर से मिली जीत ने वह रिकॉर्ड तोड़ दिया। ओवरऑल वनडे क्रिकेट इतिहास में यह वेस्टइंडीज की चौथी सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले टीम ने 2011 में नीदरलैंड को 215 रन,2010 में कनाडा को 208 रन और 2014 में न्यूजीलैंड को 203 रन से हराकर अपनी तीन सबसे बड़ी जीत दर्ज की थीं।

इस मैच में वेस्टइंडीज की जीत के नायक रहे कप्तान शाई होप और तेज गेंदबाज जायडेन सिल्स। शाई होप ने शानदार शतक जड़ते हुए 94 गेंदों में नाबाद 120 रन बनाए,जिसमें 10 चौके और 5 छक्के शामिल थे। यह उनके वनडे करियर का 18वां शतक था। दूसरी ओर जायडेन सिल्स ने अपनी गेंदबाजी से पाकिस्तान की बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया। उन्होंने मात्र 7.2 ओवर में 18 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए,जो उनके करियर का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

मैच की शुरुआत पाकिस्तान के टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने के फैसले से हुई। वेस्टइंडीज की पारी की शुरुआत धीमी रही और 40 ओवर तक टीम 4 विकेट पर सिर्फ 175 रन ही बना पाई थी। उस समय कप्तान शाई होप 67 गेंदों पर 60 रन और रोस्टन चेज 26 गेंदों पर 30 रन बनाकर खेल रहे थे। पाकिस्तान के गेंदबाजों ने शुरुआती चरण में रन बनाने पर अंकुश लगाया और ऐसा लग रहा था कि वेस्टइंडीज 250 रन के आस-पास ही रुक जाएगी।

लेकिन,अंतिम 10 ओवरों में कहानी पूरी तरह बदल गई। शाई होप ने गियर बदलते हुए मात्र 27 गेंदों पर 60 रन ठोके और दूसरी ओर ग्रिव्स ने 24 गेंदों में 43 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इन दोनों की आक्रामक बल्लेबाजी ने पाकिस्तान के गेंदबाजों की लय पूरी तरह बिगाड़ दी और वेस्टइंडीज ने निर्धारित 50 ओवर में 6 विकेट पर 294 रन का मजबूत स्कोर खड़ा कर दिया।

295 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही। जायडेन सिल्स ने पहले ही ओवर में सायम अयूब को पवेलियन भेजा और फिर एक के बाद एक झटके देकर पाकिस्तान की रीढ़ तोड़ दी। उन्होंने 23 रन के भीतर अब्दुल्ला शफीक,कप्तान मोहम्मद रिजवान और स्टार बल्लेबाज बाबर आजम को आउट कर दिया। बाबर आजम टीम के उन कुछ बल्लेबाजों में थे जिनका खाता खुला,लेकिन वे भी सिर्फ 9 रन बनाकर आउट हो गए।

सिल्स की धारदार गेंदबाजी के सामने पाकिस्तान के बल्लेबाज टिक ही नहीं पाए। उन्होंने नसीम शाह और हसन अली को भी आउट करके अपने छह विकेट पूरे किए। बाकी के विकेट गुडाकेश मोती (2 विकेट) और रोस्टन चेज (1 विकेट) को मिले। पाकिस्तान की पूरी टीम मात्र 31.2 ओवर में 92 रन पर सिमट गई,जो एकदिवसीय क्रिकेट में उनके लिए शर्मनाक प्रदर्शन माना जाएगा।

पाकिस्तान की पारी में सबसे ज्यादा 30 रन सलमान अली आगा ने बनाए। मोहम्मद नवाज ने 23 और हसन नवाज ने 13 रन का योगदान दिया। बाकी 8 बल्लेबाजों में पाँच खिलाड़ी खाता तक नहीं खोल सके। यह बल्लेबाजी प्रदर्शन इस बात का प्रमाण था कि वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने कितनी अनुशासित और घातक गेंदबाजी की।

यह जीत वेस्टइंडीज के लिए कई मायनों में खास है। पिछले कुछ वर्षों से लगातार हार और अस्थिर प्रदर्शन से जूझ रही टीम के लिए पाकिस्तान जैसी मजबूत टीम को हराकर सीरीज जीतना मनोबल बढ़ाने वाला कदम है। खासकर युवा खिलाड़ियों का प्रदर्शन टीम के भविष्य के लिए शुभ संकेत है। कप्तान शाई होप ने जहाँ अपनी बल्लेबाजी में अनुभव और धैर्य का परिचय दिया,वहीं जायडेन सिल्स ने अपनी रफ्तार और सटीकता से साबित कर दिया कि वे भविष्य में टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज बन सकते हैं।

वेस्टइंडीज के कोच और टीम प्रबंधन के लिए भी यह सीरीज जीत राहत लेकर आई है। पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज जीतकर टीम ने यह दिखा दिया कि अगर वह संतुलित टीम संयोजन और सही रणनीति के साथ खेले,तो किसी भी बड़ी टीम को मात दे सकती है। इस जीत से वेस्टइंडीज को आगामी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए आत्मविश्वास भी मिलेगा।

दूसरी ओर,पाकिस्तान के लिए यह हार चिंता का विषय है। टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह विफल रही और गेंदबाजी भी अंतिम ओवरों में बिखर गई। कप्तान मोहम्मद रिजवान और टीम मैनेजमेंट को अब अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करने की जरूरत है,खासकर मध्य क्रम और पावरप्ले के प्रदर्शन में सुधार लाने की।

ब्रायन लारा क्रिकेट अकादमी में खेला गया यह मैच वेस्टइंडीज क्रिकेट इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया है। 33 साल बाद पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज जीतना,202 रन के अंतर से ऐतिहासिक जीत दर्ज करना और कप्तान शाई होप तथा जायडेन सिल्स के शानदार प्रदर्शन ने इस मुकाबले को अविस्मरणीय बना दिया। यह जीत कैरेबियन क्रिकेट के पुनरुत्थान का संकेत भी हो सकती है,बशर्ते टीम इसी लय को बनाए रखे और निरंतरता के साथ आगे बढ़े।