वेस्टइंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन (तस्वीर क्रेडिट@RAMUKUS87436498)

29 की उम्र में वेस्टइंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास,वेस्टइंडीज़ क्रिकेट का एक सुनहरा अध्याय समाप्त

नई दिल्ली,10 जून (युआईटीवी)- 10 जून 2025 को वेस्टइंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज निकोलस पूरन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया। मात्र 29 वर्ष की उम्र में इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी का क्रिकेट को अलविदा कहना कई सवाल खड़े करता है,लेकिन साथ ही उनके अब तक के करियर की गौरवगाथा को भी उजागर करता है। पूरन ने एक भावुक सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए इस बात की जानकारी दी और अपने संन्यास की वजह को “गहरे आत्मचिंतन और सोच-विचार” का परिणाम बताया।

निकोलस पूरन ने अपने पोस्ट में क्रिकेट और वेस्टइंडीज़ टीम के प्रति अपने जज़्बातों को बेहद मार्मिक शब्दों में साझा किया। उन्होंने लिखा, “यह खेल जिससे हम प्यार करते हैं,उसने हमें बहुत सारी खुशियाँ दी है और आगे भी देता रहेगा।” उन्होंने टीम के लिए खेलने,राष्ट्रगान के दौरान खड़े होने और मैरून जर्सी पहनने को अपना गौरव बताया।

पूरन ने कहा कि वेस्टइंडीज़ के लोगों का प्रतिनिधित्व करना,कप्तान के रूप में टीम का नेतृत्व करना और हर मैच में अपना शत-प्रतिशत देना उनके जीवन का सबसे मूल्यवान अनुभव रहा है। उन्होंने अपने प्रशंसकों को धन्यवाद देते हुए लिखा, “आपके अटूट समर्थन और प्यार ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है। आपने मुश्किल समय में मेरा साथ दिया और अच्छे पलों को मेरे साथ जिया।”

पूरन ने अपने परिवार,दोस्तों और टीम के साथियों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने लिखा, “इस सफ़र में मेरे साथ चलने के लिए शुक्रिया। आपके विश्वास और समर्थन ने मुझे हर मुश्किल को पार करने का हौसला दिया।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास के बाद भी उनका वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के प्रति प्रेम कम नहीं होगा और वे टीम की सफलता की हमेशा कामना करते रहेंगे।

 

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निकोलस पूरन का अंतर्राष्ट्रीय करियर आँकड़ों के लिहाज़ से भी खासा प्रभावशाली रहा है। उन्होंने वेस्टइंडीज़ के लिए 61 वनडे और 106 टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले।

वनडे में उन्होंने 1983 रन बनाए,जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं।

टी20 में उन्होंने 2275 रन बनाएँ हैं,जिसमें 13 अर्धशतक शामिल हैं।

उनका टी20 डेब्यू 2016 में हुआ था,जबकि वनडे डेब्यू 2019 में।

हालाँकि,वह वेस्टइंडीज़ के लिए कभी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेले।

पूरन का आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 19 दिसंबर 2024 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला गया टी20 मैच रहा।

29 साल की उम्र में संन्यास लेना आमतौर पर असामान्य माना जाता है,खासकर तब जब खिलाड़ी अच्छे फॉर्म में हो और कई लीग्स में सक्रिय भागीदारी कर रहा हो। पूरन अभी भी फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट में सक्रिय हैं और आगामी वर्षों में कई टी20 लीग्स का हिस्सा बने रह सकते हैं। ऐसे में उनके इस फैसले को लेकर चर्चाएँ शुरू हो गई हैं कि क्या उन्होंने मानसिक दबाव,शरीर पर भार या भविष्य की प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर यह कदम उठाया है?

हालाँकि,पूरन के निर्णय का सम्मान करते हुए क्रिकेट जगत ने उनकी अब तक की उपलब्धियों की सराहना की है। उनके नेतृत्व,आक्रामक बल्लेबाजी शैली और मैदान पर आत्मविश्वास ने उन्हें एक आइकॉनिक खिलाड़ी बना दिया था।

पूरन ने अपने संन्यास नोट में यह स्पष्ट किया कि उनका केवल अंतर्राष्ट्रीय करियर समाप्त हुआ है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि वे आईपीएल,सीपीएल,बीबीएल और अन्य टी20 लीग्स में खेलना जारी रखेंगे। उनके अनुभव,रणनीति और फिनिशिंग स्किल्स फ्रेंचाइज़ी क्रिकेट के लिए अमूल्य हैं।

निकोलस पूरन का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेना वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के लिए एक युग के अंत जैसा है। एक ऐसा खिलाड़ी,जिसने सीमित ओवरों के क्रिकेट में विस्फोटक अंदाज़ से कई मैच जिताए,एक सशक्त नेतृत्वकर्ता के रूप में अपनी छाप छोड़ी और वेस्टइंडीज़ क्रिकेट को वैश्विक स्तर पर सम्मान दिलाया,उसका यूँ जाना खेल प्रेमियों के लिए भावुक करने वाला पल है।

हालाँकि,पूरन का यह फैसला व्यक्तिगत है और हमें उनके इस निर्णय का सम्मान करना चाहिए। उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा और आने वाले युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा। वेस्टइंडीज़ क्रिकेट उन्हें हमेशा एक सच्चे “मैरून वॉरियर” के रूप में याद रखेगा।