कोलकाता पुलिस

क्या आरजी कर त्रासदी का असर बंगाल उपचुनाव के नतीजों पर पड़ेगा?

कोलकाता,22 नवंबर (युआईटीवी)- आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या की दुखद घटना,बंगाल में राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक बन गई है,क्योंकि राज्य छह निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव की तैयारी कर रहा है। इस घटना ने व्यापक आक्रोश फैलाया है, जूनियर डॉक्टरों के विरोध प्रदर्शन और सार्वजनिक प्रदर्शनों ने शहरी क्षेत्रों में सत्ता विरोधी भावना को तीव्र कर दिया है।

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) को पारंपरिक रूप से मजबूत निर्वाचन क्षेत्रों पर अपनी पकड़ बनाए रखते हुए इन भावनाओं का मुकाबला करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उपचुनाव,जिसमें नैहाटी,हरोआ,मेदिनीपुर,तलडांगरा, सीताई और मदारीहाट शामिल हैं,टीएमसी के लचीलेपन के लिए एक लिटमस टेस्ट होंगे, खासकर कोलकाता जैसे शहरी क्षेत्रों में जहाँ आरजी कर मामला जोरदार तरीके से गूँजा है।

भाजपा टीएमसी शासन के तहत स्वास्थ्य सेवा में प्रणालीगत खामियों को उजागर करने के लिए इस घटना का लाभ उठा रही है,मदारीहाट जैसे निर्वाचन क्षेत्रों में पैठ बनाने की उम्मीद कर रही है। इस बीच,सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा और कांग्रेस का लक्ष्य जनता के असंतोष को भुनाने के लिए खुद को विकल्प के रूप में स्थापित करना है।

जैसे-जैसे उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं,सभी की निगाहें इस पर होंगी कि आरजी कर त्रासदी मतदाताओं के व्यवहार को कैसे आकार देती है। नतीजे न केवल वर्तमान राजनीतिक मूड को प्रतिबिंबित करेंगे,बल्कि 2026 के विधानसभा चुनावों के प्रक्षेपवक्र का भी संकेत दे सकते हैं।