एश्ले गार्डनर (तस्वीर क्रेडिट@ImTanujSingh)

महिला वनडे विश्व कप 2025: एश्ले गार्डनर का रिकॉर्ड तोड़ शतक,ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 6 विकेट से हराया

इंदौर,23 अक्टूबर (युआईटीवी)- बुधवार को होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में महिला वनडे विश्व कप 2025 के 23वें मुकाबले में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। इस मैच की सबसे बड़ी बात रही ऑस्ट्रेलिया की स्टार बल्लेबाज एश्ले गार्डनर की शानदार पारी,जिन्होंने 104 रन नाबाद बनाकर न केवल टीम को जीत दिलाई,बल्कि महिला वनडे विश्व कप इतिहास का सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया।

एश्ले गार्डनर ने 69 गेंदों में शतक पूरा किया,जो महिला वनडे विश्व कप का अब तक का सबसे तेज शतक है। इससे पहले यह रिकॉर्ड डेंड्रा डॉटिन के नाम था,जिन्होंने 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ 71 गेंद पर शतक बनाया था। इस विश्व कप में गार्डनर ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ 77 गेंदों में शतक लगाया था। इसके अलावा,ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हिली ने बांग्लादेश के खिलाफ 73 गेंदों में शतक जमाया था। इंग्लैंड की कप्तान नेट सेवियर ब्रंट ने 2017 में पाकिस्तान के खिलाफ 76 गेंद में शतक बनाया था।

इस मैच में गार्डनर छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आईं और उन्होंने नाबाद 104 रन बनाकर यह साबित कर दिया कि वह छठे नंबर या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए महिला वनडे क्रिकेट की सबसे खतरनाक बल्लेबाज हैं। गार्डनर ने छठे नंबर या उसके नीचे बल्लेबाजी करते हुए अब तक तीन शतक लगाए हैं,जो इस स्थिति में किसी भी महिला खिलाड़ी के लिए रिकॉर्ड है।

मुकाबले की शुरुआत इंग्लैंड ने की। उन्होंने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 9 विकेट पर 244 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से टैमी ब्यूमोंट ने 105 गेंद में 78 रन बनाए,जिसमें 10 चौके और 1 छक्का शामिल था। इसके अलावा एलिस कैप्से ने 38 और चार्लोट डीन ने 26 रन बनाकर इंग्लैंड को सम्मानजनक स्कोर तक पहुँचाया। ऑस्ट्रेलिया के सामने 245 रन का लक्ष्य था,लेकिन शुरुआती ओवरों में टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी की शुरुआत में जल्दी विकेट गंवा दिए। 68 रन तक चार विकेट गिर गए और टीम संकट में दिख रही थी। ऐसे समय में एश्ले गार्डनर और एनाबेल सदरलैंड ने अपनी जिम्मेदारी निभाई और टीम को कोई बड़ा नुकसान नहीं होने दिया। दोनों ने मिलकर 180 रन की साझेदारी की,जिसने मैच का रुख पूरी तरह बदल दिया।

गार्डनर ने अपनी पारी में 16 चौके और 1 छक्का लगाया,जिससे टीम को निरंतर गति मिलती रही। उनका यह शतक सिर्फ तेज़ होने का ही नहीं,बल्कि शानदार दबाव में खेलने का भी प्रमाण था। सदरलैंड ने भी शानदार योगदान दिया और 98 रन नाबाद रहकर टीम को जीत दिलाई। ऑस्ट्रेलिया ने 40.3 ओवर में 4 विकेट पर 248 रन बनाकर इंग्लैंड को 6 विकेट से हराया। मैच का विजयी चौका एश्ले गार्डनर के बल्ले से निकला,जिसने स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने न केवल इस मैच में शानदार वापसी की,बल्कि महिला वनडे विश्व कप 2025 में अपनी स्थिति को भी मजबूत किया। गार्डनर की पारी ने दर्शाया कि वह दबाव के समय कैसे टीम के लिए अहम भूमिका निभा सकती हैं। शुरुआती विकेट गंवाने के बावजूद उनकी शतकीय पारी ने पूरी टीम को आत्मविश्वास दिया और इंग्लैंड की गेंदबाजी को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।

इस मुकाबले में एश्ले गार्डनर का प्रदर्शन न केवल टीम के लिए महत्वपूर्ण था,बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में भी यह एक यादगार उपलब्धि के रूप में दर्ज हो गया। उनका तेज़ शतक,उच्च रन की साझेदारी और नाबाद पारी ने महिला क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह साबित कर दिया कि ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज विश्व कप में किसी भी परिस्थिति में मैच का रुख बदल सकती हैं।

इंग्लैंड की टीम को हालाँकि,शुरुआत में टैमी ब्यूमोंट के शानदार खेल से कुछ राहत मिली,लेकिन मध्य क्रम में टीम ने आवश्यक गति नहीं पकड़ पाई। ब्यूमोंट की पारी में शानदार तकनीक और चौकों की भरमार रही,लेकिन गार्डनर और सदरलैंड की जोड़ी ने मैच में निर्णायक मोड़ ला दिया। इंग्लैंड की गेंदबाजी जब टीम को संभालने लगी,तब गार्डनर ने आक्रामक खेल दिखाते हुए मैच में निर्णायक बदलाव कर दिया।

इस मैच ने यह भी दिखाया कि महिला क्रिकेट में छठे नंबर पर बल्लेबाजी कितनी अहम भूमिका निभा सकती है। गार्डनर ने इस स्थिति में अपनी तकनीक,धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण पेश किया। उनकी यह पारी महिला वनडे क्रिकेट में आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

ऑस्ट्रेलिया की यह जीत टीम को न केवल अंक तालिका में मजबूती देती है,बल्कि टीम के आत्मविश्वास को भी नई ऊँचाइयों पर ले जाती है। मैच की समाप्ति के बाद स्टेडियम में गार्डनर और सदरलैंड की उपलब्धियों का जमकर जश्न मनाया गया। दर्शकों ने उनका अभिनंदन किया और सोशल मीडिया पर भी उनके प्रदर्शन की खूब सराहना की गई।

इस तरह,होल्कर क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया यह मैच न केवल रोमांचक और ऐतिहासिक रहा,बल्कि महिला क्रिकेट के रिकॉर्ड बुक में भी अपनी अलग पहचान बना गया। एश्ले गार्डनर का तेज़ शतक,छठे नंबर पर बल्लेबाजी में तीन शतकों का रिकॉर्ड और टीम को निर्णायक जीत दिलाना इस मैच को हमेशा यादगार बनाता है।