भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने विश्व कप 2025 जीत रचा इतिहास (तस्वीर क्रेडिट@Navrang)

महिला विश्व कप 2025 विजेता भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी से होगी मुलाकात,बीसीसीआई ने किया 51 करोड़ के इनाम का ऐलान

नई दिल्ली,4 नवंबर (युआईटीवी)- नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार की रात भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया। बारिश से विलंबित फाइनल मुकाबले में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार महिला वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया। यह जीत न केवल भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हुई,बल्कि देशभर के करोड़ों प्रशंसकों के लिए गर्व और भावनाओं का एक अभूतपूर्व क्षण बन गई। अब खबर है कि इस ऐतिहासिक जीत के बाद टीम इंडिया बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती है। सूत्रों के अनुसार,भारतीय टीम और सहयोगी स्टाफ मंगलवार शाम तक नवी मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना होंगे और बुधवार को प्रधानमंत्री से औपचारिक भेंट करेंगे।

फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा किया। इस जीत की असली नायिकाएँ रही टीम की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा और ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा। शेफाली ने प्लेयर ऑफ द मैच बनते हुए 87 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली,जबकि दीप्ति शर्मा ने प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। दीप्ति ने इस मुकाबले में बल्ले से 58 रन बनाए और गेंद से कमाल दिखाते हुए 5 विकेट झटके। उन्होंने कप्तान लॉरा वोल्वार्ड्ट जैसी मजबूत बल्लेबाज को भी आउट कर भारत की जीत का रास्ता साफ कर दिया।

दक्षिण अफ्रीका की टीम ने कप्तान वोल्वार्ड्ट की 101 रनों की पारी के दम पर संघर्ष जरूर किया,लेकिन भारतीय गेंदबाजों की सटीक लाइन और लेंथ के आगे पूरी टीम 246 रनों पर सिमट गई। जैसे ही दीप्ति ने नादिन डी क्लार्क को आउट किया,पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई। दिल्ली से लेकर चेन्नई,मुंबई से लेकर गुवाहाटी तक लोग सड़कों पर उतर आए,आतिशबाजी हुई और हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में मिली इस ऐतिहासिक जीत का जश्न देर रात तक चलता रहा।

यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नई सुबह की तरह है। लंबे समय से आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचने के बावजूद खिताब जीतने का सपना अधूरा रह गया था,लेकिन इस बार हरमनप्रीत एंड कंपनी ने उस अधूरे सपने को साकार कर दिया। टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जीत के बाद कहा, “यह सिर्फ हमारी नहीं,पूरे देश की जीत है। हमने जो मेहनत और संघर्ष किया,उसका फल आज मिला है। हमें गर्व है कि हमने भारत के लिए इतिहास रचा।”

इस बीच,बीसीसीआई ने महिला टीम की इस कामयाबी को देखते हुए 51 करोड़ रुपये के नकद इनाम का ऐलान किया है। बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने सोमवार को इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह इनाम खिलाड़ियों,सहयोगी स्टाफ और चयन समिति के सदस्यों के बीच वितरित किया जाएगा। यह भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा इनाम है। क्रिकेट बोर्ड ने इस फैसले से यह संदेश दिया है कि महिला क्रिकेट अब पुरुष टीम जितना ही सम्मान और समर्थन पाने का हकदार है।

सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान टीम की खिलाड़ी अपनी जीत की यात्रा,चुनौतियों और भावनाओं को साझा करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी कई मौकों पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया है और टीम की ऐतिहासिक उपलब्धियों की सराहना की है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद खिलाड़ियों को औपचारिक सम्मान समारोह में भी आमंत्रित किया जा सकता है। हालाँकि,अभी तक किसी विजय जुलूस की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है,लेकिन देशभर में प्रशंसक इसकी माँग कर रहे हैं।

भारतीय टीम की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि टूर्नामेंट की शुरुआत टीम के लिए कठिन रही थी। भारत ने लीग चरण में लगातार तीन मुकाबले गंवाए थे,जिससे टीम पर दबाव बढ़ गया था,लेकिन इसके बाद हरमनप्रीत की कप्तानी में खिलाड़ियों ने जबरदस्त वापसी की। भारत ने न्यूज़ीलैंड को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और फिर मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में टीम ने रिकॉर्ड 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत दर्ज की थी,जिसने पूरी दुनिया को भारतीय टीम की क्षमता और हौसले का परिचय कराया।

फाइनल में मिली जीत ने यह साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट अब किसी भी स्तर पर पीछे नहीं है। युवा प्रतिभाओं और अनुभवी खिलाड़ियों के इस संतुलित संयोजन ने भारत को विश्व क्रिकेट की नई ताकत के रूप में स्थापित किया है। शेफाली वर्मा,स्मृति मंधाना,दीप्ति शर्मा और हरमनप्रीत कौर जैसी खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणादायक मिसाल कायम की है।

इस ऐतिहासिक जीत के बाद अब पूरा देश इस टीम की हौसला-अफजाई कर रहा है। प्रधानमंत्री से मुलाकात भारतीय खिलाड़ियों के लिए गर्व का एक और क्षण होगी,जो न केवल उनके प्रयासों की सराहना है बल्कि यह भी संदेश है कि भारत अब महिला क्रिकेट के स्वर्ण युग में प्रवेश कर चुका है।