विशाखापत्तनम,13 अक्टूबर (युआईटीवी)- महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 की मेजबान भारतीय टीम के लिए टूर्नामेंट का सफर अब तक उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली हार के बाद अब टीम इंडिया को एक और झटका लगा है। सोमवार को खेले गए हाई-स्कोरिंग मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 3 विकेट से हराकर टूर्नामेंट में अपनी तीसरी लगातार जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया न केवल अंकतालिका में शीर्ष स्थान पर पहुँच गया,बल्कि उसने महिला विश्व कप इतिहास में सबसे बड़ा सफल रन चेज कर नया रिकॉर्ड भी बना दिया।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया और 330 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया,जो महिला विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है,लेकिन कप्तान एलिसा हीली की धमाकेदार शतकीय पारी ने इस रिकॉर्ड को फीका कर दिया। एलिसा ने अपनी कप्तानी पारी में 107 गेंदों पर 142 रन बनाकर मैच को एकतरफा बना दिया। उनकी इस शानदार पारी में 21 चौके और 3 छक्के शामिल थे। हीली की आक्रामक बल्लेबाजी के आगे भारतीय गेंदबाजों की एक न चली और ऑस्ट्रेलिया ने 49वें ओवर में 331 रन बनाकर यह मैच अपने नाम कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत बेहद दमदार रही। एलिसा हीली और फीबी लिचफील्ड ने पहले विकेट के लिए तेजी से रन जोड़े। लिचफील्ड ने 40 रन का योगदान दिया,जबकि हीली ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाए रखा। जब हीली आउट हुईं,तब तक ऑस्ट्रेलिया जीत के काफी करीब पहुँच चुकी थी। उनके बाद एश्ले गार्डनर ने भी जिम्मेदारी सँभाली और 45 रन की उपयोगी पारी खेली। एलिस पेरी,जो बीच में रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान से बाहर गई थीं,अंत में फिर लौटकर आईं और नाबाद रहते हुए विनिंग सिक्स लगाकर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई। पेरी ने 47 रन की नाबाद पारी खेली।
भारत की ओर से गेंदबाजी में श्रीचरणी ने सबसे बेहतर प्रदर्शन किया और 3 विकेट अपने नाम किए। दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर को दो-दो विकेट मिले,लेकिन वे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के आक्रमण को रोक नहीं सकीं। ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी में हीली की पारी मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई,जिसने भारत के गेंदबाजी आक्रमण को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
इससे पहले,टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने पहले विकेट के लिए जबरदस्त साझेदारी की और भारतीय पारी की मजबूत नींव रखी। मंधाना ने 66 गेंदों में 9 चौके और 3 छक्कों की मदद से 80 रन बनाए,जबकि प्रतिका रावल ने 96 गेंदों में 10 चौकों और 1 छक्के के साथ 75 रन की शानदार पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों के बीच 138 रनों की साझेदारी ने भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई।
मध्य क्रम में हरलीन देओल (38 रन),जेमिमा रोड्रिग्स (33 रन) और ऋचा घोष (32 रन) ने भी तेज़ रन बनाए। कप्तान हरमनप्रीत कौर से बड़ी पारी की उम्मीद थी,लेकिन वह 22 रन बनाकर आउट हो गईं। इसके बावजूद भारतीय टीम 50वें ओवर में 330 रन तक पहुँचने में सफल रही। यह स्कोर टूर्नामेंट के इतिहास में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का सर्वाधिक स्कोर साबित हुआ।
ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में एनाबेल सदरलैंड का प्रदर्शन लाजवाब रहा। उन्होंने 9.5 ओवर में मात्र 40 रन देकर 5 विकेट झटके और भारतीय बल्लेबाजों को अंत में रन गति बनाए रखने से रोक दिया। एनाबेल की गेंदबाजी की वजह से भारत की टीम 340 या उससे अधिक का स्कोर नहीं बना सकी,जिसका फायदा ऑस्ट्रेलिया को बाद में मिला।
मैच के बाद भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि उनकी टीम ने अच्छा स्कोर खड़ा किया था,लेकिन फील्डिंग और बॉलिंग में कुछ गलतियों की वजह से मैच हाथ से निकल गया। उन्होंने स्वीकार किया कि एलिसा हीली की पारी ने पूरी तस्वीर बदल दी। हरमनप्रीत ने कहा, “हमने रन बनाने में अच्छा काम किया था,लेकिन हमें शुरुआत में कुछ और विकेट निकालने की जरूरत थी। ऑस्ट्रेलिया ने शानदार क्रिकेट खेला और हमें अगले मैचों में और बेहतर प्रदर्शन करना होगा।”
वहीं,ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली को उनकी शतकीय पारी के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। उन्होंने मैच के बाद कहा कि भारतीय पिचों पर इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं था,लेकिन टीम का आत्मविश्वास और संयम काम आया। उन्होंने कहा, “भारत के खिलाफ इस तरह की जीत बहुत खास है। हमारी टीम ने योजनानुसार बल्लेबाजी की और हमने कभी हार नहीं मानी। यह जीत हमारे पूरे समूह के लिए प्रेरणा का काम करेगी।”
भारत के लिए यह हार टूर्नामेंट की लगातार दूसरी हार है। पहले मैच में टीम को साउथ अफ्रीका ने मात दी थी और अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी हार का सामना करना पड़ा। अंक तालिका में भारतीय टीम अब तीसरे स्थान पर खिसक गई है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया तीन जीतों के साथ शीर्ष पर पहुँच गया है और टूर्नामेंट में अजेय बना हुआ है।
भारत का अगला मुकाबला इंग्लैंड से होना है,जो टीम के लिए करो या मरो जैसा होगा। अगर भारत इस मैच को हारता है,तो सेमीफाइनल की राह मुश्किल हो जाएगी। फिलहाल टीम के पास वापसी का मौका जरूर है,लेकिन इसके लिए बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में सामूहिक प्रदर्शन करना होगा।
महिला वर्ल्ड कप 2025 में भारत की मेजबानी में खेले जा रहे इस टूर्नामेंट में अब तक दर्शकों को रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। हालाँकि,भारतीय प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि अगला मैच टीम इंडिया के लिए टर्निंग पॉइंट साबित होगा और हरमनप्रीत कौर की टीम जीत की पटरी पर लौटेगी।
