लंदन,12 जून (युआईटीवी)- विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) 2025 फाइनल के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ नई कीर्तिमान स्थापित किए और दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट मैदानों में से एक,लॉर्ड्स,एक बार फिर से एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। स्मिथ ने न केवल ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटकों से उबारा,बल्कि लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट इतिहास में एक अद्वितीय रिकॉर्ड अपने नाम किया।
स्मिथ ने 112 गेंदों की साहसी पारी में 10 शानदार चौकों की मदद से 66 रन बनाए। इस पारी के साथ उन्होंने लॉर्ड्स में विदेशी बल्लेबाजों द्वारा टेस्ट मैचों में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इस उपलब्धि से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के वॉरेन बार्डस्ले को पीछे छोड़ा,जिन्होंने 115 की औसत से 575 रन बनाए थे। इतना ही नहीं,स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सर डॉन ब्रैडमैन के 551 रनों के रिकॉर्ड को भी पार कर लिया।
इस पारी के दौरान स्मिथ ने यह सिद्ध किया कि क्यों उन्हें आधुनिक क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद टेस्ट बल्लेबाजों में गिना जाता है। उन्होंने अपने संयम,तकनीक और अनुभव के दम पर न सिर्फ गेंदबाजों का डटकर सामना किया,बल्कि अपनी टीम को मुश्किल हालात से निकालने में भी प्रमुख भूमिका निभाई।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत बेहद खराब रही। दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा और मार्को यानसन ने शुरुआती झटके देकर कंगारू बल्लेबाजी क्रम को झकझोर दिया। लंच से पहले ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 67/4 हो चुका था। एक समय लग रहा था कि टीम 150 के स्कोर तक भी नहीं पहुँच पाएगी,लेकिन स्टीव स्मिथ ने मोर्चा संभाला और ब्यू वेबस्टर के साथ पाँचवें विकेट के लिए 79 रनों की साझेदारी की,जिसने पारी को स्थिरता प्रदान की।
हालाँकि,स्मिथ की शानदार पारी का अंत तब हुआ,जब वे एडेन मार्करम की एक ऑफ स्पिन गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे। यह साझेदारी उस समय बेहद अहम साबित हुई,जब पूरी टीम दबाव में थी और पिच पर गेंदबाज हावी थे।
स्टीव स्मिथ ने यह भी साबित कर दिया कि वह बड़े मंच के खिलाड़ी हैं। उनकी यह पारी डब्ल्यूटीसी फाइनल में उनका लगातार चौथा अर्द्धशतक या उससे अधिक स्कोर था। स्मिथ अब डब्ल्यूटीसी फाइनल मुकाबलों में कई बार अर्धशतक या शतक बनाने वाले पहले और एकमात्र बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले उन्होंने भारत के खिलाफ डब्ल्यूटीसी 2023 फाइनल में भी शानदार शतक जमाया था।
इस प्रदर्शन ने न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धियों में इजाफा किया,बल्कि ऑस्ट्रेलिया के लिए फिर से डब्ल्यूटीसी खिताब बरकरार रखने की उम्मीद भी बढ़ा दी है।
इस पारी ने स्मिथ के नाम एक और कीर्तिमान जोड़ दिया। वे अब इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा 50 से अधिक रनों की पारियाँ खेलने वाले गैर-इंग्लिश बल्लेबाज बन गए हैं। स्मिथ के नाम अब इंग्लैंड में 18 बार 50 से ज्यादा का स्कोर है,जिससे उन्होंने एलन बॉर्डर और वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विव रिचर्ड्स (17 बार) को पीछे छोड़ दिया है।
यह रिकॉर्ड यह भी दर्शाता है कि इंग्लैंड की मुश्किल परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना जितना चुनौतीपूर्ण होता है,उतना ही स्मिथ ने वहाँ बार-बार सफल होकर खुद को सिद्ध किया है।
स्मिथ का लॉर्ड्स से नाता कोई नया नहीं है। 2015 में इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज के दूसरे टेस्ट में उन्होंने 215 रन की शानदार पारी खेली थी। उसके बाद से उन्होंने इस ऐतिहासिक मैदान पर तीन अर्द्धशतक और दो शतक लगाए हैं। लॉर्ड्स पर उनका औसत और निरंतरता यह दिखाती है कि वे इस मैदान की परिस्थितियों को कितनी अच्छी तरह पढ़ लेते हैं और अपने खेल को उसके अनुरूप ढालते हैं।
ऑस्ट्रेलिया ने 2023 में भारत को हराकर डब्ल्यूटीसी की गदा अपने नाम की थी। 2025 के फाइनल में एक बार फिर टीम की निगाहें इस खिताब को बचाने पर हैं। शुरुआती झटकों के बाद स्टीव स्मिथ की यह पारी उनके आत्मविश्वास को मजबूत करेगी और टीम को मजबूती देगी।
यदि ऑस्ट्रेलिया को इस बार भी डब्ल्यूटीसी फाइनल जीतना है,तो स्मिथ का बल्ला निर्णायक भूमिका निभा सकता है। उनकी फॉर्म,अनुभव और बड़े मौकों पर रन बनाने की आदत इस टीम के लिए अनमोल है।
स्टीव स्मिथ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह टेस्ट क्रिकेट के सर्वोच्च बल्लेबाजों में क्यों गिने जाते हैं। लॉर्ड्स के मैदान पर उनके रिकॉर्ड,निरंतरता और जुझारूपन ने न केवल ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला,बल्कि क्रिकेट प्रेमियों को एक और यादगार प्रदर्शन भी दिया। इस पारी ने उन्हें इतिहास में और ऊँचा स्थान दिला दिया है और यह भी दिखा दिया कि जब बात टेस्ट क्रिकेट की होती है,तो स्टीव स्मिथ एक अलग ही स्तर के खिलाड़ी हैं।