अपने दूसरे कार्यकाल में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देंगे योगी

लखनऊ, 23 मार्च (युआईटीवी/आईएएनएस)| योगी आदित्यनाथ सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में उत्तर प्रदेश को देश के ‘धार्मिक पर्यटन केंद्र’ के रूप में स्थापित करने के अपने ²ष्टिकोण को आगे बढ़ाएगी। योगी आदित्यनाथ सरकार के पास स्टोर में कई सुधार हैं, जो राज्य में लोगों को रोजगार के अपार अवसर प्रदान करेंगे।

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार, संबंधित अधिकारी पिछले पांच वर्षों से धार्मिक स्थलों को विकसित करने और भक्तों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं।

योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही अयोध्या, काशी और मथुरा सहित स्थानों के विकास में तेजी लाते हुए धार्मिक क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी है।

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। वहीं, अयोध्या में बुनियादी ढांचे का विकास भी तेजी से हो रहा है। अयोध्या में 138 करोड़ रुपये की 17 से अधिक परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं। 3,126 करोड़ रुपये की लागत से 54 परियोजनाओं पर युद्धस्तर पर काम चल रहा है।

84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर पड़ने वाले तीर्थस्थलों का विकास किया जा रहा है। सरकार की योजना अयोध्या को एक वैदिक शहर के रूप में विकसित करने की भी है, जिसके तहत पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा के लिए सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।

इन धार्मिक स्थलों में हवाई अड्डों का निर्माण किया जा रहा है। सड़कों को चौड़ा किया जा रहा है और बाजारों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि पर्यटन को सुगम बनाया जा सके।

धार्मिक आस्था का बड़ा केंद्र होते हुए भी वाराणसी अल्प सुविधाओं के कारण पर्यटन की ²ष्टि से वह स्थान प्राप्त नहीं कर सका, जो उसे मिलना चाहिए था।

श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण भाजपा सरकार के पांच वर्षों के भीतर 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया था। पर्यटकों को लुभाने के लिए क्रूज सेवा का संचालन शुरू हुआ। इसके साथ ही 70 किमी लंबी पंचकोसी सड़क के लिए नई विकास परियोजना तैयार की गई। इससे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काशी की पहचान और मजबूत हुई है, जिससे देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

राज्य में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की अपनी नीति को जारी रखते हुए राज्य ने ब्रज क्षेत्र की शुद्धता को बनाए रखने को प्राथमिकता दी।

योगी आदित्यनाथ सरकार ब्रज तीर्थ विकास परिषद के माध्यम से ब्रज क्षेत्र को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।

साथ ही मथुरा में ‘कृष्णोत्सव’ और बरसाना में ‘रंगोत्सव’ का भव्य आयोजन होता है। बरसाना में रोपवे का निर्माण कार्य चल रहा है।

योगी सरकार ने 2017 में ही वृंदावन, नंदगांव, गोवर्धन, गोकुल, बलदेव और राधाकुंड तीर्थ क्षेत्र घोषित कर दिए थे।

वृंदावन में यमुना नदी के कालिदा घाट के पास देश का सबसे बड़ा शहरी वन विकसित किया जा रहा है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगा।

पर्यटक सुविधा केन्द्र, गीता अनुसंधान संस्थान एवं सभागार, वृंदावन में अन्नपूर्णा भवन का निर्माण, मथुरा में जुबली पार्क, बरसाना और नंदगांव में भी पर्यटक सुविधाओं के लिए विकसित किया जा रहा है।

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